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Pvt Ltd और LLP में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “Pvt Ltd और LLP” अर्थात “प्राइवेट लिमिटेड और लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप्स” के विषय में बताने जा रहे हैं. बहुत सारे Entrepreneurs जो अपना बिज़नेस शुरू करते हैं उनके मन में एक सवाल अवश्य होता है कि आखिर “प्राइवेट लिमिटेड और सीमित देयता भागीदारी” में क्या अंतर है. यदि आसान भाषा में समझाया जाये तो इन दोनों में काफी समानताएं होती हैं. ये दोनों इकाइयां छोटे से लेकर बड़े आकार के व्यवसाय को चलाने के लिए कई समान सुविधाओं की पेशकश करती हैं, लेकिन कुछ खास पहलुओं पर इनके अलग अलग तरीके देखे जा सकते हैं. आज हम आपको इस ब्लॉग के जरिये दोनों में पाए जाने वाले अंतरों को स्पष्ट करने की कोशिश करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

सीमित देयता भागीदारी क्या है | What is LLP in Hindi !!

LLP का पूरा नाम “Limited Liability Partnerships” है, जिसे हिंदी में “सीमित देयता भागीदारी” के नाम से जाना जाता है. सरकारी मार्ग के तहत सीमित देयता भागीदारी अर्थात “Limited Liability Partnerships” उन क्षेत्रों के लिए हैं, जिन क्षेत्रों में 100% FDI की अनुमति बिना किसी शर्त के होती है.

यदि कोई स्टार्टअप founder इस field के लिए विचार कर रहा हैं तो उसे कुछ बातों पे गौर अवश्य फरमाना चाहिए:

# अपने आर्गेनाइजेशन के रोल को अच्छे डिफाइन करना पड़ता है.

# अपने बिज़नेस के लिए एक सही स्थान का प्रबंध करना पड़ता है.

# एक अच्छे वकील से संपर्क करें और संभावित संरचना संबंधी मुद्दों पर स्पष्टता हासिल करें। क्यूंकि licensing और अन्य regulatory issues आपके बिज़नेस को प्रभावित कर सकती हैं.

#  किसी भी स्टार्टअप फाउंडर को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी पर सहमत होना और उनके अन्य लोगों का सहमत होना अनिवार्य है और ये भी उसे सुनिश्चित भी कर लेना चाहिए कि आपकी सुरक्षित है की नहीं.

# कुछ ऐसे तरीके भी ढूंढ़ने चाहिए जिनके जरिये आप अपने business structure को आसानी से बदल सके और कुछ टैक्स भी कम करा सके.

प्राइवेट लिमिटेड कंपनी क्या है | What is Pvt Ltd Company in Hindi !!

किसी भी प्रकार की एक संयुक्त स्टॉक कम्पनी एक Pvt Ltd कम्पनी हो सकती है. इसके अंतर्गत वो सभी कम्पनी होती हैं जिन्हे भारतीय कंपनी अधिनियम 2013 या किसी अन्य पिछले अधिनियम के तहत स्थापित किया गया होता हैं. ये एक प्रकार का संघ है जिसे कंपनी के लोग अपनी इक्षा से बनाना पसंद करते हैं, जिसमे अधिकतर वो लोग मौजूद होते हैं जिन सभी कंपनी की न्यूनतम पेड-उप पूंजी रु. 1,00,000 होती है. किसी भी प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को खोलने के लिए एक से अधिक सदस्यों की आवश्यकता पड़ती है. और ऐसी कम्पनी में अधिकतम 200 कर्मचारी काम कर सकते हैं.

प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों को अपने शेयर किसी को भी बेचने की अनुमति नहीं होती हैं. और जिन कंपनियों में ये सारे गुण मौजूद होते हैं, उन्हें अपने नाम के अंत में प्राइवेट लिमिटेड लगाने का अधिकार होता है.

Difference between Pvt Ltd and LLP in Hindi | Pvt Ltd और LLP में क्या अंतर है !!

# किसी भी LLP फार्मेशन के लिए कम से कम २ पार्टनर्स की आवश्यकता होती है और इसमें अधिकतम कितने भी सदस्य हो सकते हैं. वही दूसरी तरफ प्राइवेट लिमिटेड के फार्मेशन के लिए कम से कम २ और अधिकतम ५० शेयरहोल्डर का होना अनिवार्य होता है.

LLP की फार्मेशन के लिए सबसे पहले Designated Partner Identification Number(DPIN) के लिए आवेदन करना पड़ता है और ये कम से कम दो होने चाहिए. जिनमे किसी भी एक तक के लिए आपको डिजिटल सिग्नेचर प्राप्त करने होते हैं. वहीं दूसरी तरफ किसी कंपनी को प्राइवेट लिमिटेड में शामिल करने के लिए पहला कदम प्रस्तावित कंपनी के लिए नाम का चयन करना होता है और फिर Directors Identification Number और Digital सिग्नेचर्स के लिए आवेदन करना होता है.

# LLP में आपको अपने नाम के लिए एप्लीकेशन भेजनी होती है जिसके जरिये आप अपने मन का नाम अपनी कंपनी को दे सके और वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट लिमिटेड के लिए ज्ञापन और एसोसिएशन के लेख का मसौदा तैयार करना होता है.

# LLP हेतु LLP समझौते का प्रारूपण और कंपनियों के रजिस्ट्रार के साथ llp.gov.in पर उपलब्ध फॉर्म 2, 3 और 4 से युक्त निगमन दस्तावेज दाखिल करना पड़ता है. जबकि प्राइवेट लिमिटेड में कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत MoA, AoA, E-Form 1, 18 और 32 के स्टैम्पिंग, डिजिटली हस्ताक्षर और ई-फाइलिंग और अन्य दस्तावेज को पूरा कराना होता है.

# LLP के लिए रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को पाना आखिरी चरण होता है और प्राइवेट लिमिटेड में LLC के निगमन का प्रमाण पत्र प्राप्त करना आखिरी चरण होता है.

आशा हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से कुछ लाभ अवश्य मिला होगा और साथ ही आपको हमारा ब्लॉग पसंद भी आया होगा. यदि फिर भी आपको कोई त्रुटि दिखाई दे, या कोई सवाल या सुझाव आपके मन में हो. तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम आपकी उम्मीदों पे खरा उतर पाएं। धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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