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जैम और जेली में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “जैम और जेली” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बतायंगे “जैम और जेली क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोस्तों सभी जानते हैं कि आज के समय में लोग जैम और जेली को कितना पसंद कर रहे हैं. लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्हे इनके बीच का अंतर नहीं पता. और हमेशा उनके मन में इन्हे लेके दुविधा बनी रहती है. इसलिए आज उन्ही लोगों की दुविधा को कुछ कम किया जा सके, इसलिए आज हम इस टॉपिक को लेके आये हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

जैम क्या है | What is Jam in Hindi !!

जैम क्या है | What is Jam in Hindi !!

जैम एक प्रकार मीठा पदार्थ है, जिसे ब्रेकफास्ट के दौरान लोग टोस्ट या पराठो के साथ लगा के खाना पसंद करते हैं. ये फलों द्वारा बनाया जाता है. इसमें फलों को कुचल के शक्कर को मिला के इसे काफी समय के लिए पकाया जाता है. और जब ये गाढ़ा फैलने योग्य हो जाता है तो इसका पकना रोक दिया जाता है. इसका टेस्चर गाढ़ा और चाकू या चम्मच द्वारा फ़ैलाने योग्य होना चाहिए, ये बहने वाला टेस्चर नहीं रखता है. टोस्ट पर जैम लगाने के अलावा, इसका उपयोग सामान्यतः बेक किए गए सामान जैसे कुकीज़ और टार्टलेट में भरने के लिए भी किया जाता है। इसे पेक्टिन या चीनी को मस्ले हुए फलों के साथ मिला के बनाया जाता है.

जेली क्या है | What is Jelly in Hindi !!

जेली क्या है | What is Jelly in Hindi !!

जैम की तरह ही जेली को भी बनाने के लिए भी फलों में पेक्टिन की आवश्यकता होती है, लेकिन इसे फलों के रस से बनाया जाता है, इसमें फलों के गूदे का प्रयोग नहीं किया जाता है. इसे बनाने के लिए रस में शक़्कर को मिलाया जाता है और साथ में एक सेट पाने के लिए इसमें पेक्टिन या एसिड को भी मिलाया जाता है. खट्टे फलों और सेब में उच्च पेक्टिन और उच्च एसिड की आवश्यकता नहीं होती है. स्ट्रॉबेरी जैसे फलों में थोड़े पेक्टिन की आवश्यकता होती है. जेली का चमकदार और स्पष्ट होना पेक्टिन के ऊपर निर्भर करता है. पेक्टिन कई प्रकार के होते हैं उसी के अनुसार जेली भी अलग अलग प्रकार के सेट में बनती है. कुछ जेली को कैंडी के रूप में भी बनाया जाता है.

Difference between Jam and Jelly in Hindi | जैम और जेली में क्या अंतर है !!

जैम को फलों को मसल के उसमे पेक्टिन या शक़्कर को मिला के काफी समय तक पकाया जाता है जब तक जैम गाढ़ा और फैलने योग्य न हो जाये वहीं दूसरी और जेली को फलों के रस में पेक्टिन, एसिड और शक्कर को मिला के एक समय तक पकाया जाता है, जब तक ये एक सही सेट नहीं ले लेता।

जैम को चाकू या चम्मच के जरिये फैला के टोस्ट, कूकीज, पराठा आदि में लगा के खाया जाता है, जबकि जेली को कैंडी के रूप में खाना लोग अधिक पसंद करते हैं.

# जैम में शक़्कर या पेक्टिन में से किसी एक की आवश्यकता होती है जबकि जेली में पेक्टिन, शक़्कर दोनों की आवश्कयता होती है.

# दोनों को पका के बनाया जाता है बस जैम में फलों के गूदे का भी प्रयोग होता है जबकि जेली में केवल फलों के रस का प्रयोग होता है.

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Ankita Shukla

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