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मशीन लर्निंग क्या है !!

आज के कम्पयुटर के दौर में मशीन लर्निंग के बारे जानना बहुत जरूरी हो गया है। लेकिन अधिकतर लोगाें को मशीन लर्निंग के बारे में नहीं पता है। लेकिन यहां पर हम आपको सरल भाषा में मशीन लर्निंग के बारे में बताएंगे। हम आपको पहले मशीन लर्निंग की किताबों में दी गई व्याख्या भी बताएंगे। इसके बाद उसे सरल भाषा में आसानी से भी हम आपको समझाएंगे। क्योंकि किताबों में दी गई व्याख्या को कम्पयुटर लाईन से जुड़ा व्यक्ति तो आसानी से समझ लेता है लेकिन जो व्यक्ति टेक-सेवी यानि टेक्निकल नॉलेज नहीं रखता है उसके लिए यहां हम सरल भाषा का प्रयोग करके सरल भाषा में उसे इसके बारे ज्ञान देंगे। कि आखिर मशीन लर्निंग है क्या। इसका प्रयोग कहां पर होता है। इसको प्रयोग क्यों होता है और यह इतनी जरूरी क्यों है। हर प्रकार के आपके सवाल का जवाब हम यहां पर आपको देंगे। आपको किसी भी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अगर आपको सरल भाषा में भी मशीन लर्निंग के बारे समझ न आए तो हम आपको इसके सरल उदाहरण भी देंगे। यह उदाहरण रियल लाइफ से जुड़े होंगे ताकि आप आसानी से इससे रिलेट कर सकें और मशीन लर्निंग के बारे ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल कर सकें।

मशीन लर्निंग क्या है | What is Machine Learning in Hindi !!

मशीन लर्निंग की व्याख्या है कि मशीन लर्निंग एक तरह की स्टडी है जिसमें हम एल्गोरिदम और मैथेमैटिकल मॉडल्स की स्टडी करके उन्हें कम्पयुटर की परफार्मेंस बढ़ाने के लिए प्रयोग करते हैं। तो यह है सामान्य सी व्याख्या। लेकिन अधिकतर लोगों को यह समझ में नहीं आया है कि मशीन लर्निंग है क्या। तो सरल भाषा में आपको समझाते हैं। जैसा कि आपको पता है कि कम्पयुटर जो होता है प्रोग्रामिंग के आधार पर काम करता है। कम्पयुटर में हम प्रोग्राम जिन्हें साॅफटवेयर कहते हैं सेव कर रखे होते हैं और कम्पयुटर इन्हीं प्रोग्राम के अनुसार काम करता है। लेकिन जब कम्पयुटर की परफोर्मेंस को और भी बढ़ाना हो और यह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बस में न हो तो हम मशीन लर्निंग का प्रयोग करके कुछ विशेष अल्गोरिदम को अप्लाई करते हैं।

उदाहरण :

गूगल मशीन लर्निंग का बहुत बड़ा उदाहरण है। गूगल के माध्यम से आप अमेजोन पर जाईए और कुछ प्रोडक्टस देखना शुरू कर दीजिए। अब जब आप कुछ घंटों बाद कोई वेबसाइट खोलेंगे तो गूगल एडवर्ड आपको उस साईट पर उसी प्रोडक्ट की एड दिखाएगा। यानि गूगल हर यूजर की हर गतिविधि को नोट करता है। और आपको पता ही है कि गूगल को प्रयोग करने वालों की संख्या खरबों में है। तो गूगल खरबों लोगों की लाखों गतिविधियां नोट करता है । यह सब मशीन लर्निंग से ही संभव है।

मशीन लर्निंग क्यों जरूरी है | Importance of Machine learning in Hindi !!

बड़े स्तर पर अगर आप कम्पयुटर से काम करवाना चाहते हैं तो मशीन लर्निंग की जरूरत पड़ेगी। जैसे कि गूगल, फेसबुल, अमेजोन आदि बड़े स्तर पर करोड़ों लाेगों का करोड़ों डाटा वैल्यूस संभाल कर उसे प्रयोग भी कर रहे हैं। तो ऐसे में मशीन लर्निंग ही है जो उनके लिए इस लंबे चौड़े काम को संभव बना रही है। उदाहरण के लिए अगर प्रोग्राम में कम्पयुटर को बताया गया है कि 1234 कोड एंटर करके कम्पयुटर को अनलोक करना है तो वह कर देगा। कम्पयुटर प्रोग्रामिंग के माध्यम से ऐसे और कई जटिल काम आसान हो जाते हैं। हम प्रोग्रामिंग से कम्पयुटर के लिए सॉफटवेयर लिख देते हैं औ कम्पयुटर वैसे ही काम करना शुरू कर देता है। लेकिन अब बात आती है कि अगर बड़े पैमाने पर कम्पयुटर को प्रयोग करना हो तो कितनी प्रोग्रामिंग करनी पड़ेगी। कम्पयुटर को अनलोक करने का काम तो आसान था वो सिर्फ और सिर्फ कम्पयुटर प्रोग्रामिंग के माध्यम से हो गया। लेकिन अगर कम्पयुटर को हम कहें कि एक लाख लोग एक सॉफटवेयर को चला रहे हैं और उन एक लाख लोगों की रोज की गतिविधि को नोट करना है तो 24 घंटे में अगर एक व्यक्ति चालीस हजार गतिविधियां या एक्शन्स उस सॉफटवेयर में करता है तो यह एक लंबा चौड़ा काम कम्पयुटर के लिए होगा। हालांकि इसे भी कम्पयुटर नोट कर लेगा प्रोग्रामिंग के माध्यम से लेकिन अगर हम कम्पयुटर से यह करवाना चाहते हों कि उस एक लाख व्यक्ति की रोज की गतिविधि के अनुसार ही उसे आज की गतिविधि रेकेमेंड करो। तो यह मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में यहा काम आती है मशीन लर्निंग। मशीन लर्निंग एक तरह की आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस है। जिसके माध्यम से हम कम्पयुटर को मशीन को एक कृत्रिम दिमाग देते हैं।

मशीन लर्निंग का प्रयोग कौन करता है | Who’s using Machine learning !!

जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि मशीन लर्निंग आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का ही एक हिस्सा है। मशीन लर्निंग से आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस किसी भी कम्पयूटर या फिर कम्पयूटर पर आधारित मशीन में डाली जा सकती है। तो अब आप सोचेंगे कि मशीन लर्निंग का प्रयोग कौन करता है तो इसका उत्तर है कि मशीन लर्निंग का प्रयोग आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करने वाले साईंटिस्ट व इंजीनियर करते हैं। सरल भाषा में बताएं तो मशीन लर्निंग के आधार पर ही रोबोट बनाए जाते हैं रोबोट के पास कोई अपनी इंटेलीजेंस नहीं होती है। रोबोटिक्स डेवलपमेंट में ही इसका सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। रोबोट एक तरह का एडवांस्ड कम्पयुटर होता है जिसे मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग के माध्यम से तैयार किया जाता है। आप आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के स्तर को कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस आपके अपने कम्पयुटर में कम होती है आपको कम्पयुटर इतनी शक्तिशाली और प्रभावी कार्यशैली से काम नहीं करता है। उसे एक तरह से सरल आप्रेशन्स के लिए बनाया गया है। लेकिन रोबोट में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का स्रत काफी उंचा होता है इसमें एडवांस्ड स्तर पर जाकर रोबोट को प्रोग्राम किया जाता है जिसमें मशीन लर्निंग के बड़े एल्गोरिदम प्रयोग होते हैं। गूगल असिस्टेंट, एपल की सीरी और कई तरह के एप्लीकेशन्स रोबोटिक्स और आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के आधार पर ही बने हैं।

मशीन लर्निंग काम कैसे करती है | How machine learning works in Hindi !!

मशीन लर्निंग का अर्थ है लर्निंग फ्रोम एक्सपीरियंस। यानि अनुभव से सीखना। यह आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का सबसे अहम हिस्सा है। जैसा कि आपको पता है कि एक मोबाइल या कम्पयुटर एक्सपीरियंस से नहीं सीखता है। यानि उनमें आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का स्तर बहुत कम है। तो ऐसे में जिस तरह से मनुष्य या जानवर एक्सपीरियंस से सीखता है उसी तरह ही अगर कम्पयुटर को भी बनाना होत तो हमें मशीन लर्निंग की जरूरत पड़ती है। मशीन लर्निंग में कुछ खास तरह के अल्गोरिदम प्रयोग होते हैं जिनके आधार पर हमारी मशीन एक नैचुरल पैटर्न अपने दिमाग में यानि अपनी मेमोरी में बनाने लगती है। इसी के आधार पर वह अगले डिसीजन लेती है। यह ठीक उसी तरह है जिस तरह एक इंसान जब अनुभव से कुछ सीखता है तो उसे अपने दिमाग में बिठा लेता है और फिर अगली बार जब वैसी सिचुएशन आती है तो जो सीखा होता है उसी के आधार पर फैसला करता है। तो कम्पयुटर को मनुष्य की तरह सोचने में सक्षम बनाने वाली तकनीक ही मशीन लर्निंग तकनीक है। मशीन लर्निंग को ज्यादा गहराई से प्रयोग करने पर इसे डीप लर्निंग स्तर पर ले जाया जाता है। डीप लर्निंग बेहद एडवांस्ड स्तर की होती है।

मशीन लर्निंग के उदाहरण | Examples of machine learning in Hindi !!

मशीन लर्निंग वर्तमान समय में बहुत ज्यादा प्रयोग हो रही है तो स्वाभाविक सी बात है कि आपको रियल लाइफ मे ही इसके कई उदाहरण मिल जाएंगे। सबसे पहले हम आपको बताएंगे कि मशीन लर्निंग के कई सारे उदाहरण है जिसमें से चुनिंदा ही हम यहा पर आपको बताने जा रहे हैं। यह वह उदाहरण हैं जो आपको कई जगहों पर मिल जाएंगे। आपके मोबाइल से लेकर कम्पयुटर तक और आपके घर में पड़े खिलौना रोबोट तक आपको कई जगहों पर यह उदाहरण देखने को मिल जाएंगे।

रोबोट :

बात मशीन लर्निंग की हो रही हो और हम रोबोट का नाम न लें तो यह अच्छा नहीं होगा। रोबोट मनुष्य द्वारा आर्टीफि​शियल इंटेलीजेंस के आधार पर तैयार मशीनों में सबसे निपुण है। कई रोबोट मनुष्य से बात करने में सक्षम होते हैं तो कई मनुष्य को पहचानने में भी।

गूगल असिस्टेंट :

गूगल असिस्टेंट एक टूल है। आप सोचेंगे कि एक टूल को हमने इस सूचि में शामिल क्यों किया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि गूगल असिस्टेंट मशीन लर्निंग का बड़ा उदाहरण है। यह आपकी आवाज और निर्देश सुनने के बाद कदम उठाता है।

फेस डिटेक्शन :

फेस डिटेक्शन आपने कई जगहों पर देखा होगा। आजकल आपके घर के गेट से लेकर मोबाइल के लॉक तक सब कुछ फेस डिटेक्शन से हो सकता है। यह काम मशीन लर्निंग से ही संभव हो पाया है।

स्पीच डिटेक्शन :

फेस की तरह ही आजकल की मशीनें आवाज को डिटेक्ट करने में भी संभव हैं। आपने अपने मोबाईल और कम्पयुटर में स्पीच डिटेक्शन पर आधारित कई एप्लीकेशन्स को देखा होगा।

मशीन लर्निंग के एल्गोरिदम क्या हैं | Types of Machine learning algorithms in Hindi !!

मशीन लर्निंग अपने एल्गोरिदम पर ही पूरी तरह से आधारित होती है। लेकिन अगर आप पूरी तरह से जानना चाहते हैं कि मशीन लर्निंग एल्गोरिदम क्या है तो आप बिल्कुल सहीजगह पर हैं यहां पर हम आपको बताएंगे कि मशीन लर्निंग एल्गोरिदम आखिर क्या है। मशीन लर्निंग एल्गोरिदम एक तरह का मैथेमैटिकल पैटर्न होता है जो किसी भी मशीन को एक बड़ा डाटा सेट पढ़ने, समझने, एनालाइज करने के ही नहीं बल्कि उस डाटा पैटर्न से सीखने और उसे इंप्लीमेंट करने की होती है।इसमें हयूमन इंटवेंशन की कोई जरूरत नहीं रहती है यानि कम्पयुटर के मशीन लर्निंग से सीखने पर उसे मनुष्य के दखल की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि कम्पयुटर या कोई भी मशीन जिसे आप मशीन लर्निंग से आप्रेट कर रहे हैं वह बिना किसी मनुष्य की जरूरत के डाटा पैटर्न से सीख सकते हैं।

मशीन लर्निंग के एप्लीकेशन्स क्या हैं | Machine learning application in Hindi !!

मेडिकल डायग्नोसिस :

मेडिकल क्षेत्र में कम्पयुटर का बहुत बड़ा योगदान रहा है और मशीन लर्निंग तो जैसे मेडिकल क्षेत्र के लिए वरदान है। आज के युग में बड़े—बड़े मेकिडल डाग्नोसिस टेस्ट कम्पयुटर आधारित मशीनों से ही होते हैं जिसमें मनुष्य के अंग, रक्त, मल, मूत्र आदि का छोटा सा सैंपल लेकर बड़े स्तर पर उसे कैलकुलेट करके मनुष्य के शरीर की हालत बता दी जाती है। यह सब मशीन लर्निंग से ही संभव हो पाया है।

प्रिडिक्शन :

मशीन लर्निंग का प्रयोग ​प्रिडिक्शन यानि कि भविष्य का अनुमान लगाने के लिए भी किया जाता है। इसमें आप फोरेक्स या फिर शेयर मार्केट या फिर बैंकिंग सेक्टर को देख सकते हैं। आपने देखा होगा कि फोरेक्स एक्सचेंज में किस प्रकार डाटा को एनाइलाइज करके ​प्रिडिक्शन किया जाता है। वहीं कैसे बैंको में लोन देने से पहले अकाउंट होल्डर के डाटा को एनालाइज करके रिस्क मैनेज किया जाता है। शेयर मार्केट में अनुमान बताने वाले एप्सी भी इसी मशीन लर्निंग का प्रयोग करते हैं।

एक्सट्रैक्शन :

एक अनस्ट्रक्चर्ड डाटा सेट से स्ट्रक्चर्ड डाटा सेट निकालना एक मुश्किल काम है लेकिन इस काम को मशीन लर्निंग बेहद आसान बना देती है। हालांकि यह इतना भी आसान नहीं होता है लेकिन मशीन लर्निंग इसे संभव जरूर बना देती है।

क्लीसिफिकेशन :

एक बड़े डाटा सेट में हर डाटा वेल्यू को वैरिएबल के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए क्लीसिफिकेशन प्रोसेस का सहारा लिया जाता है और यह क्लासिफिकेशन मशीन लर्निंग से पूरी तरह से संभव हो पाती है। उदाहरण के लिए एक लाख लोगों की अलग—अलग जानकारी संभालना औश्र प्रयोग करना यह क्लासीफिकेशन ही है जो मशीन लर्निंग से संभव है।

मशीन लर्निंग के फायदे क्या हैं | Machine learning Advantage in Hindi !!

मशीन लर्निंग के फायदों के बारे में बात करें तो इसके बहुत सारे फायदे हैं। आज कम्पयुटर टेक्नोलोजी काफी आगे चली गई है इसके पीछे का कारण मशीन लर्निंग ही है। आज मनुष्य मशीनों से वो काम करवा रहा है जो शायद 100 व्यक्ति एक साथ बैठ कर भी नहीं कर सकते हैं। ऐसे में इस सब के पीछे मशीन लर्निंग ही है। आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस में जो योगदान मशीन लर्निंग का है वो किसी और का नहीं है। अगर आप मशीन लर्निंग में करियर बनाना चाहते हैं तो यह बिल्कुल सही फैसला है। क्योंकि मशीन लर्निंग की डिमांड बहुत ज्यादा है और बड़े-बड़े इंजीनियर, डाटा साईंटिस्ट, कम्पयुटर साईंटिस्ट मशीन लर्निंग में विकास करने के लिए जुटे हुए हैं। बहुत सारी कंपनियां हैं जो योग्य एक्सपर्टस को ढूंढ रहीं हैं। तो एक मशीन लनिंग एक्सपर्ट से लेकर एक सामान्य व्यक्ति तक हर किसी को मशीन लर्निंग का फायदा है।

– आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का स्तर बढ़ रहा है।

– गूगल एडवर्ड जैसे बड़े एडवरटाइजमेंट प्लेटफार्म से मार्केटिंग आसान बनी।

– रियल टाईम आप्रेशन्स मशीनों द्वारा किए जा रहे हैं।

– फयूचर प्रिडिक्शन में शानदार विश्लेषण।

– लगभगर हर सेक्टर को डाटा को अनगिनत रिसोर्स से लेकर प्रयोग करने की क्षमता दी।

मशीन लर्निंग का भविष्य क्या है | Machine learning future scope in Hindi !!

मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग विकास के दौर में चल रही है तो यह संभावना बहुत ज्यादा है कि भविष्य में इसे और ज्यादा बेहतर बनाने और इस पर ज्यादा खोजें होंगी। इन खोजों के बल पर नई-नई मशीनों का अविष्कार होगा। मशीन लर्निंग के सहारे कई तरह की रोबोटिक्स मशीनें बनेंगी जो दुनिया को बदलने में सक्षम होंगीं। कुछेक एडवांस्ड देश जैसे चाइना आदि में मशीन लर्निंग का प्रयोग बहुत ज्यादा हो रहा है। वहां रोबोट को ही सेना में सैनिक बनाने और रोबोट को ही रेस्टोरेंट में वेटर बनाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में संभावना है कि दुनिया भर में मशीनों का प्रयोग बहुत बढ़ जाएगा और आपको आम जनजीवन में रोबोट काम करते दिखेंगे। जैसा कि आपने टेक्नोलोजी फिक्शन मूवीज में देखा है। तो यह मानना गलत नहीं है कि आने वाला दौर ही मशीन लर्निंग का है। तो अगर आप मशीन लर्निंग में करियर बनाने या फिर कोई अन्य प्रोजेक्ट करना चाहते हैं तो इससे बेहतर विकल्प कोई और नहीं होगा।

Pankaj Rai

Pankaj Rai is a Creative Content Writer, Who loves Writing On Various topics. Pankaj uses his writing skills beyond the limits along with the most creative out of the box ideas. You can Assume his creativity looking at the list of niche's that he covers. He can write in Technology, Sports, Politics, Relegion, Health, Fashion, Business, entertainment and almost every Topic. The Reason Behind his Amazing Writing Skills is that he is a very good reader and he loves reading about new things daily.

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