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BHMS क्या है !!
BHMS की फुलफार्म है बैचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी। यह एक बैचलर डिग्री है। यह डिग्री मे मेडिकल क्षेत्र की है। इसमें होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी की पढ़ाई होती है। जैसा कि आपको पता ही होगा कि ईलाज की पदतियां अलग—अलग होतीं है। एक एलोपैथिक होती है एक होम्योपैथिक और एक आर्युवैदिक। इन तीनों पदतियों में डाक्टरों द्वारा अलग—अलग तरीके से लोगों का ईलाज किया जाता है। अलग—अलग तरह की दवाईयां होतीं हैं। तो सिंपल सी बात है कि पढ़ाई भी अलग—अलग ही होती होगी। तो अलग—अलग पढ़ाईयों में अलग—अलग कोर्स होते हैं और एक कोर्स बीएचमएस भी होता है जिसे हम कहते हैं बैचलर आॅफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी। इस डिग्री को करने के बाद आप होम्योपैथिक के डाक्टर बन जाते हैं।
BHMS कैसे करे !!
BHMS करने के लिए सबसे पहले बारहवीं कक्षा में आपको साईंस सब्जेक्ट लेना जरूरी है साईंस सब्जेक्ट जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान के विषय होंगे। इसमें आपको कम से कम 50 प्रतिशत अंक लेने होगे। इसके बाद ही आप बीएचएमएस में जा सकते हैं। लेकिन बीएचएमएस में जाने के लिए आपको एक एंट्रेस परीक्षा देनी होगी। यह परीक्षा अलग—अलग राज्यों में अलग—अलग कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों की ओरसे करवाई जाती है। आप किसी भी प्रकार की यूनिर्विसटी में प्रवेश परीक्षा देकर बीएचएमएस में दाखिला ले सकते हैं। प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू भी होता है। इंटरव्यू और टेस्ट को पास करने के बाद ही आपको बीएचएमएस में दाखिला मिलेगा। तो अगर आपको बीएचएमएस करनी है तो सबसे पहले आपको इसके लिए बारहवीं कक्षा में साईंस सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी होगी।
BHMS कोर्स डिटेल्स !!
जैसा कि बीएचएमएसस एक मेडिकल क्षेत्र का कोर्स है तो इसमें ज्यादातर सब्जेक्ट साईंस से जुड़े हुए ही है। इसके अलावा मनुष्य शरीर के बारे में जानकारी देने वाले सब्जेक्ट ही इसमें शामिल हैं। तो आपको बायोलोजी व अन्य साईंस के सब्जेक्टस की ज्यादा डिटेल में पढ़ाई करनी पड़ेगी। पहले सेमेस्टर में आपको मेडिसिन, होम्योपैथिक पदति का इतिहास आदि के बारे में पढ़ाया जाएगा। इसके बाद आपको अनाटौमी,हिस्टोलोजी, एमब्रियोलोजी, फिजियोलोजी, होम्योपैथिक फार्मेसी, होम्योपैथी मैटीरिया मेडिकल, पैथोलोजी, माइक्रोबायोलोजी, फोरेंसिक मेडिसिन आदि पढ़ाया जाएगा। इसके बाद आपको सर्जरी, ईएनटी, आई, डेंट थरेपेी, प्रैक्टिस आॅफ होम्योपैथी, आॅब्सट्रेटिक्स एंड गायनोकोलोजी, कम्युनिटी मेडिसिन आदि की पढ़ाई करवाई जाएगी।
BHMS इंफोर्मेशन !!
तो जैसा कि आपको हमने बता ही दिया है कि बीएचएमएस का मतलब होता है बैचलरर आॅफ होम्योपैथी मेडिसिन सर्जरी। तो आपको यह तो पता चल ही गया है कि बीएचएमएस एक मेडिकल क्षेत्र का कोर्स है जिसे करके आप डाक्टर बन सकते हैं। अब भी कई लोग यही सोच रहे होंगे की एमबीबीएस और बीएचएमएस में क्या अंतर है। तो दोस्तों आपको बता दें कि एमबीबीएस कोर्स एक अलग तरह का कोर्स और बड़ा कोर्स है। एमबीबीएस एलोपैथिक पदति का कोर्स है। एक एक विशेषज्ञता वाला कोर्स है। जिसमें कोई व्यक्ति स्पेशलिस्ट डाक्टर बन जाता है। जबकि दूसरी तरफ बीएचएमएस एक शुरूआती लेवल का कोर्स है जिसे बारहवीं पास करने के बाद आप कर सकते हैं। इस कोर्स में आपको पूरे शरीर का ज्ञान लेना होता है। बीएचएमएस करने के बाद भी आपके नाम के आगे डाक्टर उपसर्ग जुड़ जाता है।
BHMS डाक्टर की सैलरी कितनी होती है !!
बहुत सारे लोगों में यह सवाल मन में उठता है कि आखिर बीएचएमएस डाक्टर की सैलरी कितनी होती है। बीएचएमएस करने के बाद कहां नौकरी मिलेगी। बीएचएमएस करने के बाद क्या पद रहेगा और बीएचएमएस करने के बाद आपको कितना वेतन मिलेगा। दोस्तों बाकी क्षेत्रों की तरह ही यहां भी एक्सपीरियंस के हिसाब से ही वेतन बढ़ता जाता है लेकिन फिर भी हम आपको यह बता देते हैं कि बीएचएमएस करने के बाद आपको कम से कम कितना वेतन मार्केट में मिल जाएगा। हालांकि आपका वेतन डिपेंड करता है कि आपको कौन सा पद कौन सी संस्था में मिला है। तो साधारण तौर पर आपको 25 से 35 हजार रूपए प्रतिमाह आराम से मिल जाएगा जो एक्सपीरियंस के साथ—साथ बढ़ते हुए 70 हजार तक भी जा सकता है। अब बात करतें हैं कि आपको किन किन पदो पर बीएचएमएस के बाद नौकरी मिल सकती हैं तो आपको लेक्चरर कंसलटेंट, साइंटिस्ट, प्राइवेट प्रैक्टिस, थेरापिस्ट, फार्मासिस्ट, डॉक्टर, पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट, मेडिकल असिस्टेंट, स्पा डायरेक्टर आदि मिल सकते हैं। इन अलग—अलग पदों के लिए आपको अलग—अलग वेतन स्केल मिलेंगे। वहीं दूसरी तरफ वेतन इस पर भी निर्भर करता है कि आपको किस संस्थान में नौकरी मिली है किसी अस्पताल में या फिर किसी निजी मेडिकल कॉलेज में। बीएचएमएस के बाद आपको मेडिकल कॉलेजस, चेरीटेबल इंस्टिट्यूसंस, क्लिनिक, होम्योपैथिक मेडिसिन स्टोर, रिसर्च इंस्टिट्यूट, कंसल्टेंट्सीस, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, लाइफ साइंस इंडस्ट्रीज, हेल्थकेयर कम्युनिटी, फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज, सरकारी / प्राइवेट हॉस्पिटल्स, नर्सिंग होम, डिस्पेंसरीस में काम मिल सकता है।
BHMS एडमिशन प्रोसेस !!
बीएचएमएस में एडमिशन लेने के लिए आपको पहले बारहवीं कक्षा की पढ़ाई साईंस स्ट्रीम में करनी होगी। इसके बाद आपको बीएचएमएस में दाखिला लेने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इस प्रवेश परीक्षा में आपको मिलने वाले अंकों के आधार पर आपका चयन होगा और आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। यह इंटरव्यू भी क्वालिफाईंग नेचर का होगा। जिसमें आपको क्वालिफाई करके ही कोर्स में एडमिशन मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ आपको यह भी बता दें कि आपको बीएचएमएस प्रवेश परीक्षा की तैयारी पहले से ही करनी होगी। आपको यहां पर बता देते हैं कि बीएचएमएस के लिए कौन कौन कॉलेज और विश्वविधालय हैं जो यह प्रवेश परीक्षा करवा रहे हैं। तो आपको बता दें कि आप पंजाब यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, आंध्र प्रदेश इंजीनियरिंग—एग्रीकल्चर एंड मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, तेलंगाना इंजीनियरिंग—एग्रीकल्चर एंड मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, केरला इंजीनियरिंग—एग्रीकल्चर एंड मेडिकल एंट्रेस टेस्ट के माध्यम से दाखिला पा सकते हैं। टॉप कॉलेजेस की बात करें तो आपको नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ होमियोपैथी—कोलकाता, भारती विद्यापीठ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज—पुणे, गवर्नमेंट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज—बैंगलोर, पंडित खुशीलाल शर्मा गवर्नमेंट आयुवेदा कॉलेज—भोपाल, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज—फरीदकोट आदि सबसे बेहतर कॉलेज हैं बीएचएमएस करने के लिए।
BHMS कोर्स की फीस !!
बीएचएमएस कोर्स की फीस 2 लाख से 5 लाख तक की है। बीएचएमएस की पढ़ाई करने के लिए आपको इतने पैसे चुकाने होंगे। लेकिन अगर प्रवेश परीक्षा में आपने अच्छा रैंक हासिल किया है तो आपको कई प्रकार की छूट भी भारी भरकम फीस से मिल सकती है। इसके अलावा आपको बीएचएमएस के दौरान कई प्रकार की स्कॉलरशिप्स भी मिल सकतीं हैं जिसके लिए टेस्ट वगैरह देने होते हैं। यह टेस्ट पास करके आप बीएचएमएस कोर्स का खर्च घटा सकते हैं।