नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “WPI और CPI” के बारे में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि “Difference between WPI and CPI” अर्थात “WPI और CPI में क्या अंतर है?”. क्यूंकि कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिनमे काफी समानता होती है और कुछ भिन्नता। जिन्हे लोग समझ नहीं पाते इसलिए आज हम आपको इन दोनों में क्या अंतर है बताएंगे. और साथ ही उससे पहले दोनों क्या है वो भी बताएंगे.
सूची
WPI क्या है | What is WPI in Hindi !!
WPI का पूरा नाम “Whole sale price index” है. ये whole sale के सामान की प्रक्रिया में प्रयोग होता है. इसका संकलन ऑफिस ऑफ़ इकनोमिक एडवाइजर द्वारा होता है, जो पूर्णतः वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार कार्य करता है. इसके द्वारा किया गया सारा कार्य Laspeyres formula द्वारा calculate किया होता है. इसका आधार वर्ष २००४ है.
इसके अंतर्गत आने वाली सामग्री:
- प्राथमिक वस्तु (primary articles): दाल, चावल, सब्जियाँ इत्यादि.
- निर्माण उत्पाद (manufactured articles): रासायनिक उत्पाद, धातु उत्पाद, खाद्य उत्पाद
- इंधन: तेल, बिजली, कोयला
रासायनिक उत्पाद में कार्बन और उसके यौगिक, एसिड, सोडा, सोडा ऐश, ऑक्सीजन, जिंक ऑक्साइड आदि को दर्शाया गया है और खाद्येत्तर वस्तुओं में- रुई, जूट, ऊन, सिल्क, फाइबर आदि को.
CPI क्या है | What is CPI in Hindi !!
CPI का पूरा नाम Consumer Price Index है. इसे २०११ में दोबारा से रिफार्म किया गया और इसमें पहले जो कृषि मजदूर, ग्रामीण मजदूर, औद्योगिक श्रमिक और शहरी गैर-श्रम कर्मचारी की श्रेणियां थी उन्हें हटा है तीन श्रेणी बनाई गयी. जिसमे शहरी, ग्रामीण, (शहरी+ग्रामीण) रखे गए.
पहले के समय में जितने भी लोग कृषि और ग्रामीण श्रमिक की श्रेणी में आते थे उन्हें श्रम और रोजगार मंत्रालय संभालती थी. और औद्योगिक श्रमिक की श्रेणी में आने वाले लोगों को केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO). लेकिन 2011 में कुछ बदलाव के बाद CSO (Central Statistical Organisation) या केंद्रीय सांख्यिकी संगठन सभी श्रेणी को संभालती है.
जनवरी 2015 को CPI का आधार वर्ष बदलकर 2010 से 2012 कर दिया गया. CPI के सभी प्रकार के आँकड़े NSSO द्वारा ही संकलित होते हैं और web portal पर अपलोड कर दिए जाते हैं. और जिन पिछड़े गांव में NSSO काम नहीं कर सकता वहां डाक अधिकारी यह कार्य संभालता है.
Difference between WPI and CPI in Hindi | WPI और CPI में क्या अंतर है !!
# WPI को थोकमूल्य सूचकांक व CPI को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के नाम से भी जाना जाता है.
# WPI को इकनोमिक एडवाइजर द्वारा संकलित किया जाता है और CPI को CSO द्वारा।
# WPI को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय संभालता है और CPI को Statistics ministry।
# WPI का आधार वर्ष 2004 है और CPI का आधार वर्ष 2012 है।
# WPI में 676 तरह का सामान शामिल है और CPI का केवल 200 तरह का सामान शामिल है।
# RBI और सरकार द्वारा जब भी कोई नई पॉलिसी का निर्माण होता है तो WPI को ध्यान में रखते हुए किया जाता है जबकि इस मामले में CPI का कोई अहम रोल नहीं होता है.
# Indian economy WPI की headline inflation data पर ही भरोसा करती है और इसमें भी CPI का कोई रोल नहीं होता है.
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