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Trust और Believe में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों….आज हमने सोचा कि एक ऐसा टॉपिक लेके आना चाहिए जिसमे लोग अधिकतर कंफ्यूज होते हैं जैसे की “difference between trust and believe” क्यूंकि लोग इस विषय में सोचने में असमर्थ हो जाते हैं कि दोनों शब्द तो एक ही हैं आखिर इन दोनों में फिर अंतर क्या है. कई कमेंट के जरिये हमे कुछ सवाल मिले जिनमे हमसे trust और believe में अंतर पूछा गया. जिसे हमने तब अधिक महत्व दिया जब समान सवाल हमारे पास कई बार आये. तो चलिए फिर देरी किस बात की जानते हैं trust और believe में अंतर क्या है।

ट्रस्ट क्या है | What is Trust in Hindi !!

ट्रस्ट एक प्रकार की क्रिया (verb) है जिसका प्रयोग तब किया जाता है जब आप किसी व्यक्ति के शब्दों या कार्यों पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं, उस स्थान पे आप ट्रस्ट का प्रयोग करते हैं. जैसे कि: I should never have trusted him. इसका मतलब है कि मुझे उस व्यक्ति पे कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए था. यहां आप विश्वास को एक क्रिया के रूप में लेते हैं जिसमे आप व्यक्ति के कार्यों और उसके शब्दों पे भरोसे की बात कर रहे हैं.

बिलीव क्या है | What is Believe in Hindi !!

Believe भी क्रिया (verb) की तरह प्रयोग की जाती है इसमें जब हम किसी चीज को सच्चा मान लेते हैं बिना किसी सबूत के. तब Believe का प्रयोग होता है. ये अधिकतर भगवान और परमात्मा के केस में प्रयोग होता है जैसे की : I believe on god.

Trust और Believe में क्या अंतर है | Difference between Trust and Believe in Hindi !!

Trust और Believe में क्या अंतर है | Difference between Trust and Believe in Hindi !!

# Trust और बिलीव दोनों क्रिया होती है जिसका प्रयोग किसी पे विश्वास दिखाने के लिए होता है.

# ट्रस्ट का प्रयोग हम उन स्थानों पे करते हैं जहां पूरी तरह से संतुष्ट होते हैं वो भी सबूत के साथ. ऐसे वाक्य में ट्रस्ट का प्रयोग होता है जबकि बिलीव का प्रयोग हम वहां करते हैं जहां हमे विश्वास तो होता है लेकिन सबूत नहीं की ये १००% सही है.

# ट्रस्ट का प्रयोग किसी व्यक्ति के शब्दों या कार्यों पे विश्वास के लिए प्रयोग होता है और बिलीव शब्द का प्रयोग किसी चीज को सत्य मान लेने के लिए होता है.

# ट्रस्ट का प्रयोग पूरी तरह से सच और सबूत के बाद ही होता है जबकि बिलीव का प्रयोग किसी बात की पूरी जानकारी के बाद नहीं बल्कि अपने शब्दों और आत्मा द्वारा किसी पे विश्वास दिखाने के लिए होता है.

# बिलीव का प्रयोग किसी के शब्दों के आधार पे भी किया जा सकता है जबकि ट्रस्ट का प्रयोग पूरी तरह से इंसान की जानकारी होने के बाद ही उसपे किया जा सकता है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती या त्रुटि आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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