नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको दो प्रकार के Communication के बारे में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे “What is Verbal and Non verbal Communication?” और “Difference between Verbal and Non verbal Communication“. आपने कई बार सुना होगा की लोग Verbal and Non verbal Communication की बात करते हैं, जिसके कारण आपके मन में कई सारे प्रश्न उतपन्न होते होंगे। तो आज उन्ही सब सवालों का जबाब देने की कोशिश करेंगे लेकिन उससे पहले हम आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी अपने पाठको से जुड़ी देना चाहते हैं. क्यूंकि अब आप भी हमारे पाठक बन चुके है.
दोस्तों हम अपने ब्लॉग में जितने भी जबाब लेके आते हैं वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नो के जबाब हैं. जो हमे तब पता चल पाते हैं जब हमारे पाठक हमे वेबसाइट के कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के इनके जबाब पूछते हैं. हम उन सवाल का जबाब अवश्य लेके आते हैं. लेकिन कभी कभी हमे थोड़ा विलम्ब हो जाता है लेकिन आप लोगों द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर हम आपको देने की पूरी कोशिश करते हैं. तो यदि आप लोगों के मन में कोई सवाल हो तो आप भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमसे पूछ सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
मौखिक संवाद क्या है | What is Verbal Communication in Hindi !!
Verbal Communication जिसे हिंदी में मौखिक संवाद कहते हैं. ये पूर्ण रूप से लिख के या बोल के की गयी बात या संवाद होते हैं. इसमें सेन्डर अपने संदेश मौखिक या लिखित शब्दों में व्यक्त करता है, जिसे रिसीवर भी उसी प्रकार से सुनता या पढ़ता है और उत्तर देता है. इसी को Verbal Communication या मौखिक संवाद कहलाता है.
गैर-मौखिक संचार क्या है | What is Nonverbal Communication in Hindi !!
जब किसी प्रकार का communication लिखित या मौखिक न होके, कुछ गतिविधि को भांपते हुए किया जाता है तो उसे non-verbal communication या गैर-मौखिक संचार कहते हैं. इसमें लोगों की बॉडी लैंग्वेज, एक्सप्रेशन, उठने बैठने का स्टाइल, तरीके आदि आते हैं.
Difference between Verbal and Non verbal Communication in Hindi | मौखिक संवाद और गैर मौखिक संचार में क्या अंतर है !!
# Nonverbal Communication के अंतर्गत कालक्रम, गायन, हापिक्स, काइनेक्स, प्रॉक्सैमिक, कलाकृतियाँ आदि सम्मिलित होती है वही Verbal Communication दो प्रकार की होती हैं पहली फॉर्मल और दूसरी इनफॉर्मल।
# Nonverbal Communication, Verbal Communication की अपेक्षा अधिक समय लेती है समझने में.
# जब हम वर्बल कम्युनिकेशन करते हैं तो गलती होने के बहुत कम चांस होते हैं जबकि ये चांस नॉनवर्बल कम्युनिकेशन में अधिक होते हैं.
# वर्बल कम्युनिकेशन में लिखित प्रमाण होना सम्भव होता है जबकि नॉनवर्बल कम्युनिकेशन में लिखित में कोई प्रमाण मौजूद नहीं होता है.
# वर्बल कम्युनिकेशन फ़ोन, लेटर, मेल आदि द्वारा किये जाते हैं जबकि नॉनवर्बल कम्युनिकेशन में दोनों पक्षों का एक ही स्थान पे मौजूद होना जरूरी होता है.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!