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NGT और CPCB में क्या अंतर है !!

हेलो दोस्तों… आज हम आपको अपने पर्यावरण के लिए बनाये गए कुछ नियम कानून के बारे में बताने जा रहे हैं जो हर नागरिक का जानना जरूरी और उसका कर्तव्य भी है. दोस्तों आज हम एनजीटी और CPCB के बारे में बताने जा रहे हैं. हम इसमें बताएंगे कि ये होते क्या हैं और इनका क्या काम होता है उसके बाद NGT और CPCB में अंतर क्या क्या होते हैं वो भी आपको बताएंगे, तो चलिए शुरू करते हैं.

एनजीटी क्या है | NGT क्या है !!

NGT का फुल फॉर्म होता है “नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल” जिसे हिंदी में “राष्ट्रिय हरित अधिकरण” के रूप में जाना जाता है. इसका निर्माण एक न्यायिक अदालत के रूप में किया गया है जो पर्यावरण से संबंधित मामले देखती है. इसकी पहल 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने संसद के सामने रखी जिसमे एक ट्रिब्यूनल की बात को रखा गया जो पर्यावरण के मामलो को संभालेगा. इसका निर्माण 18 अक्टूबर 2010 को किया गया. एनजीटी का प्रयोग पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन से निपटने के लिए एक व्यापक अधिकार प्राप्त एक भारतीय अदालत है.

सीपीसीबी क्या है | CPCB क्या है !!

सीपीसीबी का फुल फॉर्म होता है “सेंट्रल पॉलुशन कण्ट्रोल बोर्ड” जिसे हिंदी में “केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड” कहा जाता है. ये एक प्रकार का संगठन है जो जल प्रदूषण को रोकने तथा उसके निवारण हेतु राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों में कुओं और सरिताओं की स्वच्छता पे ध्यान देता है साथ ही देश की वायु को शुद्ध रखने और वायु प्रदूषण कम करने के भी उपायों पे काम करता है. इसका मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ और प्रदूषण रहित बनाना होता है.

Difference between NGT and CPCB in Hindi 

NGT और CPCB में क्या अंतर होता है !!

# NGT एक पर्यावरण के लिए गठित अदालत है जबकि CPCB एक संगठन है जो पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए कार्य करता है.

# NGT में पर्यावरण के नियम तोड़ने वाले के लिए सजा का प्रावधान है जबकि CPCB केवल पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए कार्य करता है.

# NGT पर्यावरण को किस प्रकार रखना है उसके नियम बनाती है जबकि CPCB उन नियमों पे सुझाव देती है और उनके अनुसार काम करती है.

# NGT का निर्माण 2010 में हुआ जबकि CPCB का निमार्ण 1974 में हुआ.

# NGT एक अदालत है जबकि CPCB का कार्य सरकार को जल तथा वायु प्रदूषण के निवारण हेतु परामर्श देना है.

# NGT पर्यावरण से जुड़े फैसले सुनाती है जबकि CPCB का कार्य राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की योजना तैयार कर तथा उसे निष्पादित कराना होता है।

# CPCB का मुख्य उद्देश्य सभी राज्य बोर्डों की गतिविधियों का समन्वयन कर उनके बीच हर प्रकार के विवादों को सुलझा एक उचित रास्ता निकालना जबकि NGT एक अदालत है जो उन नियमों पे मोहर लगा उसे आगे बढ़ाती है.

आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपको NGT और CPCB को पूर्ण रूप से समझने में मदद भी मिली होगी. यदि फिर भी कोई गलती हो तो हमे अवश्य नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं. और यदि कोई सवाल या सुझाव भी आपके मन में हो तो वो भी आप हमे बता सकते हैं हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम आपकी समस्या दूर कर पाएं.

Ankita Shukla

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