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(Love & Attraction) प्यार और आकर्षण में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Love और Attraction” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि “Love और Attraction क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. अधिकतर लोगों के मन में कुछ सवाल प्यार को लेके अवश्य रहते हैं. जैसे कि “मुझे उससे प्यार है या मात्र एक आकर्षण”. इन्ही सबको कैसे जाना जा सकता है आज हम आपको बताने कि कोशिश करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

आकर्षण क्या है | What is the attraction in Hindi !!

आकर्षण क्या है | What is the attraction in Hindi !!

आप किसी चीज को पसंद करते हैं और आप उसे पाना चाहते हैं लेकिन मात्र उसके रंग, रूप, अच्छी स्थिति को देख के. तो वो आकर्षण अर्थात Attraction कहा जा सकता है. जैसे कि: आपको एप्पल के फ़ोन बहुत पसंद है और आप उसे पाना चाहते हैं. इसका मतलब आप उसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं. और आप उसकी तरफ आकर्षित इसलिए हो रहे हैं क्यूंकि आप उसकी रॉयल्टी, उसके लुक और उसकी क्लास को पसंद करते हैं. ये सब चीजें आपको एप्पल फ़ोन की ओर आकर्षित करता है. इसी समान कोई लड़की या लड़का भी एक दूसरी की तरफ आकर्षित उसके लुक, उसके पैसे, उसकी पढ़ाई को देख के होता है. ये सब चीजें आपको उससे प्यार को नहीं दर्शा सकती। ये मात्र आपका उसकी तरफ आकर्षण है.

प्यार क्या है | What is love in Hindi !!

प्यार क्या है | What is love in Hindi !!

जब हम अपनी ख़ुशी से ज्यादा दूसरे की ख़ुशी का ख्याल रखते है. हम उसे कभी दुखी और तकलीफ में नहीं देखना चाहते, तो वो हमारा उसके लिए प्यार को दर्शाता है. प्यार कभी किसी लड़का लड़की में ही हो आवश्यक नहीं. प्यार माँ बाप, भाई बहन, जानवर, पति पत्नी, सास ससुर किसी के साथ भी हो सकता है. प्यार से ही दुनिया बंधी हुई है. जिस दिन दुनिया से प्यार खत्म हो जायेगा, उस दिन दुनिया में सब एक दूसरे को केवल दुःख ही देना चाहेंगे।

Difference between Love and Attraction in Hindi | प्यार और आकर्षण में क्या अंतर है !!

प्यार में दूसरे की ख़ुशी देखी जाती है जबकि आकर्षण में हम केवल दूसरे को पसंद करते हैं. हम उसकी ख़ुशी का ध्यान रखे जरूरी नहीं.

प्यार में सामने वाले की आंखों में आंसू देख के हम भी बहुत दुखी होते है जबकि आकर्षण में बस मन अपनी पसंदीद चीज को पाना चाहता है.

# प्यार किसी चीज, किसी भी इंसान, किसी भी रिश्ते से हो सकता है जबकि आकर्षण किसी चीज या किसी व्यक्ति से हो सकता है लेकिन उसमे हमे सामने वालों की फीलिंग से कोई अधिक मतलब नहीं होता है.

# प्यार हमेशा उस चीज से होता है जो हमारी होती है जबकि आकर्षण हमेशा उस चीज से होता है जो हमारा नहीं होता और हम उसे पाना चाहते हैं.

# प्यार माँ बाप, भाई बहन, जानवर, पति पत्नी, सास ससुर किसी के साथ भी हो सकता है जबकि आकर्षण किसी लड़के को किसी लड़की या किसी चीज या किसी लड़की को किसी लड़के या किसी चीज के साथ ही होता है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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