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(Kinetic & Potential energy) गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Kinetic energy and Potential energy” अर्थात “गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा” के विषय में बताने जा रहे हैं. दोस्तों ऊर्जा अर्थ है किसी वस्तु की कार्य करने की क्षमता. ये एक ऐसी चीज है जिसे न तो बनाया जा सकता है और न ही मिटाया. परन्तु इसे रूपांतरित किया जा सकता है। जब कोई वस्तु कोई कार्य करती है, तो वो अपनी ऊर्जा खो देती है. और जब वस्तु पे कार्य किया जाता है तो वो ऊर्जा प्राप्त करती है.

यदि ऊर्जा के वर्गीकरण की बात की जाये, तो ये दो भागों में विभाजित है: पहला गतिज ऊर्जा और दूसरा स्थितिज ऊर्जा। क्यूंकि इन दोनों ऊर्जा का मात्रक जूल होता है. इसलिए कई लोग इनमे भ्रमित हो जाते हैं कि कौन सी ऊर्जा का क्या कार्य है. इसलिए आज हम आपको इसी के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि “गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा क्या हैं और इनमे क्या अंतर होता है?”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

Difference between Kinetic energy and Potential energy in Hindi | गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा में क्या अंतर है !!

गतिज ऊर्जा क्या है | What is kinetic energy in Hindi !!

यदि आपको आसान भाषा में समझाया जाये तो किसी वस्तु की गति की ऊर्जा को गतिज ऊर्जा कहा जाता है. एक निश्चित द्रव्यमान की वस्तु को उसकी स्थिति से गति में लाने के लिए उसपे कार्य करना पड़ता है. यदि हमे किसी वस्तु पे गति देनी होती है तो हम उसपे एक बल लगाते हैं, जिसके जरिये ऊर्जा को एक वस्तु से दूसरी वस्तु में स्थानांतरित किया जाता है, जिससे वस्तु फिर एक नई और स्थिर गति से चलती है। इसी हस्तांतरित ऊर्जा को गतिज ऊर्जा के नाम से जाना जाता है, जो वस्तु और गति दोनों के द्रव्यमान पे निर्भर करती है. अर्थात द्रव्यमान और गति जितनी अधिक होगी, उसकी गतिज ऊर्जा भी उतनी अधिक होगी.

गतिज ऊर्जा कई प्रकार की होती है:

  • कंपन ऊर्जा
  • घूर्णन ऊर्जा
  • ट्रांसलेशनल ऊर्जा

स्थितिज ऊर्जा क्या है | What is Potential energy in Hindi !!

स्थितिज ऊर्जा वो ऊर्जा होती है, जो किसी वस्तु में पूर्णतः संग्रहित होती है, और वस्तु में कोई गति नहीं होती है. प्रकृति की शक्तियों पर काबू पाने के लिए ये ऊर्जा भौतिक शरीर के भीतर संग्रहीत रहती है. ये प्रत्येक वस्तु के अंदर संग्रहित होती है, जो एक जगह और द्रव्यमान लिए रहता है किसी बल क्षेत्र के अंदर. उदाहरण: टेबल पे चाय का कप, पहाड़ी के शीर्ष पर बॉल, आदि.

स्थितिज ऊर्जा भी कई प्रकार की होती है:

  • गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा
  • प्रत्यास्थ ऊर्जा
  • विद्युत ऊर्जा
  • रासायनिक ऊर्जा
  • परमाणु ऊर्जा

Difference between Kinetic energy and Potential energy in Hindi | गतिज ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा में क्या अंतर है !!

# किसी वस्तु की गति की ऊर्जा को गतिज ऊर्जा कहा जाता है जबकि अपनी स्थिति के आधार पर किसी वस्तु में निहित ऊर्जा को स्थितिज ऊर्जा कहा जाता है।

# गतिज ऊर्जा को एक वस्तु से दूसरी में ट्रांसफर किया जा सकता है लेकिन स्थितिज ऊर्जा में ऊर्जा को ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है.

# गतिज ऊर्जा वस्तु के वातावरण के सापेक्ष होती है जबकि स्थितिज ऊर्जा वस्तु के वातावरण के सापेक्ष नहीं होती है.

# 0.5 mv ^ 2, जहां m = द्रव्यमान और v = गति (गतिज ऊर्जा) तथा

# mgh, where m = द्रव्यमान, g = गुरुत्व और h = ऊंचाई (स्थितिज ऊर्जा)

# गतिज ऊर्जा को उसके स्थान से ही मापा जा सकता है, जबकि संभावित ऊर्जा को नीचे से मापाना होता है।

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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