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JSP और CGI में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…..आज हम आपको “CGI और JSP” के बारे में बताने जा रहे हैं. ये दोनों ही प्रोग्राम web या application server के भीतर होते हैं और ये वेब सर्वर और ब्राउज़र (क्लाइंट साइड) के बीच संचार को गतिशील रूप से उत्पन्न करने में सहायता करते हैं। ये दोनों अलग अलग तरह से काम करते हैं इसलिए इनमे कई अंतर भी पाए जाते हैं. और आज हम आपको इन्ही अंतर को समझाने की कोशिश करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

CGI क्या है | What is CGI in Hindi !!

CGI का फुल फॉर्म “Common Gateway Interface” है, जो कि एक प्रकार का interface की तरह कार्य करता है जो सभी बाहरी प्रोग्राम (CGI scripts) को web server पे handle करता है, जिसके द्वारा सभी interactive web pages को execution के लिए इनेबल किया जाता है. CGI का निर्माण 1993 में NCSA (National Center for Supercomputing Applications) द्वारा हुआ था. CGI सर्वर साइड के भीतर रहता है जिसके जरिये प्रोग्राम और वेब ब्राउज़र एक दूसरे से इंटरैक्ट करते हैं वेब सर्वर पे.

JSP क्या है | What is JSP in Hindi !!

JSP एक प्रकार का सर्वर साइड है जिसे java technology के ऊपर बनाया गया है. JSP के लिए java knowledge की आवश्यकता नहीं होती है. JSP प्रेजेंटेशन लॉजिक और बिजनेस लॉजिक को अलग अलग करने में पूर्णतः सक्षम होता है. JSP की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये बहुत अच्छे लुक और फील के साथ क्लाइंट मशीन को डायनामिक रिस्पॉन्स दे सकता है. JSP के किसी पहले के वेबपेज में कोई modifications करते हैं तो उसके बाद recompilation या reloading की आवश्यकता नहीं होती है. क्यूंकि JSP के सारे पेज auto compile और auto loaded होते हैं.

Difference between JSP and CGI in Hindi | JSP और CGI में क्या अंतर है !!

Difference between JSP and CGI in Hindi | JSP और CGI में क्या अंतर है !!

JSP java technology के आधार पे बनाया गया है और CGI को scripting languages और
C-technology के आधार पर.

CGI और JSP दोनों server side technology हैं.

# क्यूंकि C language भी एक process based technology मानी जाती है और CGI भी इसी के द्वारा बनाई गयी है इसलिए CGI भी process based technology मानी जाती है वही दूसरी तरफ JSP का ऐसा कोई स्वभाव नहीं होता है.

CGI में प्रत्येक क्लाइंट की रिक्वेस्ट पर अलग अलग प्रोसेस generate होती हैं वहीं दूसरी और JSP में presentation logic और business logic दोनों को अलग अलग किया जा सकता है.

# यदि CGI में no.of requests बढ़ेगी तो सर्वर मशीन पे no.of process भी बढ़ती है जिसके कारण उसपे भार अधिक हो जाता है. जिससे इसकी क्वालिटी खराब होने लगती है जबकि JSP में अच्छे लुक और फील के साथ क्लाइंट मशीन को डायनामिक रिस्पॉन्स दिया जा सकता है.

JSP के लिए java knowledge का होना आवश्यक नहीं होता है, इसमें किसी को भी sufficient presentation skill और web designing आनी चाहिए की जबकि CGI में C की अच्छी knowledge का होना आवश्यक होता है.

# JSP में सभी JSP pages auto compile और auto loaded होते हैं इसलिए इनमे किसी प्रकार के बदलाव के दौरान कोई recompilation और reloading नहीं करनी पड़ती और CGI में डायरेक्ट प्रोसेस होती है इसलिए इसमें भी recompilation और reloading नहीं करनी पड़ती है.

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Ankita Shukla

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