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GSM और CDMA में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…. आज की दुनिया में घर के हर एक सदस्य के पास कुछ हो न हो लेकिन एक मोबाइल फ़ोन आप अवश्य पाएंगे। और हो भी क्यों न ये एक ऐसी जरूरत बन चुकी है जिसके कुछ समय दूर होते ही खुद को हम अकेला महसूस करने लगते है. ये एक ऐसी चीज है जो हमे अपनों से किसी भी स्थान पे होने के बाबजूद जोड़ती है. जैसा कि बताया कि आज के समय में सभी के पास मोबाइल होते हैं. लेकिन इनमे से 90% लोग ये नहीं जानते होते हैं कि इनके मोबाइल गस्म हैं या CDMA.

दोस्तों जैसा कि हम बात कर रहे हैं दो नामों की “GSM और CDMA”. ये कोई सामान्य चीज नहीं है, बल्कि आपके मोबाइल फ़ोन में दोनों में से एक होता है जो कि बहुत महत्व भी रखता है. Telecommunication industry में सबसे जल्दी बढ़ने वाली टेक्नोलॉजी मोबाइल फ़ोन में “GSM और CDMA” एक अच्छा स्थान रखते हैं. जिन्हे आपको जानना चाहिए और कई लोगों के मन में इन्हे लेके काफी सवाल भी होते है. जब बात “GSM और CDMA” की हो ही रही है, तो आपको जानना भी चहिये कि जो आपके मोबाइल फ़ोन में वौइस् ट्रांसमिशन होता है, वो दो में से एक टेक्नोलॉजी पे काम करता है. या तो वो GSM होगा या फिर CDMA.

क्यूंकि इन दोनों टेक्नोलॉजी को लेके लोगों के मन में कई प्रश्न होते हैं, तो उन्हें दूर करने के लिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कि “Difference between GSM and CDMA” अर्थात “GSM और CDMA में क्या अंतर है?” . और उससे पहले हम आपको ये भी बताएंगे कि “GSM और CDMA क्या है?”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

GSM क्या है | What is GSM in Hindi !!

GSM का पूरा नाम “Global System for Mobile Communication” होता है. ये एक वर्ल्डवाइड लेवल की जानी मानी डिजिटल सेलुलर टेलीफोनी है. इसे Europeans ने बनाया था. जिसे 1982 में ETSI द्वारा पब्लिश किया गया था. जिसके बाद अधिकतर स्थानों में इसका प्रयोग शुरू कर दिया गया था. आज के समय में 690 से ज्यादा मोबाइल नेटवर्क कंपनी GSM सर्विस दे रही हैं. और इनका प्रयोग 213 से अधिक देशों में प्रयोग हो रहा है. इससे एक बात तो बिलकुल साफ है कि आज के समय में 82.4% से अधिक लोग GSM का प्रयोग कर रहे हैं.

GSM में narrow band Time Division Multiple Access (TDMA) technique का प्रयोग किया जाता है. इसमें सिंगल circuit-switched का प्रयोग होता है जिसके द्वारा सभी 200kHz channel को 8 25kHz time slots में विभाजित किया जाता है. GSM network को पुरे विश्व में 900MHz और 1800MHz के mobile communication bands के रूप में operate किया जाता है. इसके तीन भाग होते हैं : The Switching System(SS), the Base Station System (BSS) और the Operation and Support System (OSS).

CDMA क्या है | What is CDMA in Hindi !!

CDMA का पूरा नाम “Code Division Multiple Access” होता है. ये एक प्रकार की digital cellular technology के रूप में जाना जाता है जो spread spectrum technique का प्रयोग करता है. इसमें GSM की तरह कोई स्पेसिफिक फ्रीक्वेंसी यूजर को नहीं मिलती है. इसमें उसके स्थान पे full available spectrum का प्रयोग होता है.

इसमें एक खासियत ये होती है कि इसमें सभी individual conversation को encode कर के नेटवर्क और प्राइवेसी दोनों को सिक्योर रखा जाता है. इसमें कॉल को एनकोड करने के लिए pseudo-random digital sequence का प्रयोग होता है. इसकी data और voice communication बाकि digital cellular technology से काफी बेहतर होती है. और इसमें एक ही समय में कई सारे यूजर एक साथ जोड़े जा सकते हैं. ये एक प्रकार का common platform होता है जो 3G technologies का निर्माण किया गया है.

इसका निर्माण सबसे युद्ध के लिए किया गया था. इसे military technology भी कहा जाता है. इसका पहला प्रयोग अंग्रेजों ने जर्मन के खिलाफ transmission को जाम करने के लिए करने के लिए किया था. जिस समय दूसरा विश्व युद्ध चल रहा था, जिसके बाद जर्मन के लोग सठिक signal भेजने में असमर्थ हो गए थे.

CDMA एक multiplexing है, जो बहुत सारे signal को एक साथ single transmission को occupy करने के लिए enable करती है. इसे spread spectrum technique के नाम से भी जाना जाता है. क्यूंकि ये एक साथ बहुत से उपभोक्ता को एक साथ एक ही समय में और एक ही frequency में एक fixed space, band में occupy कराने में सक्षम है. इसका प्रयोग Ultra-high-frequency(UHF) cellular telephone system में भी किया जाता है, जिस जगह band की रेंज 800MHz से 1.9GHz तक होनी चाहिए. इसका मुख्य सिद्धांत अलग अलग CDMA Codes का प्रयोग कर के different users को distinguish किया जा सके.

Difference between GSM and CDMA in Hindi | GSM और CDMA में क्या अंतर है !!

# CDMA Spread Spectrum technology के ऊपर आधारित होता है और GSM wedge spectrum के ऊपर.

# CDMA प्रत्येक उपभोक्ता को पुरे frequency spectrum में transfer होने देता है और GSM में प्रत्येक उपभोक्ता को एक different time स्लॉट दिया जाता है.

# GSM में ongoing call ख़त्म होने के बाद ही कोई दूसरा subscriber उसे इस्तमाल कर सकता वहीं CDMA में एक समय में कई लोगों को जोड़ा जा सकता है.

# GSM में दोनों techniques TDMA और FDMA का प्रयोग होता है जबकि CDMA में ऐसी कोई specific frequency user को असाइन नहीं की जाती है.

# CDMA technology में ज्यादा security होती है GSM की तुलना में क्यूंकि इसमें इंडिविजुअल कन्वर्सेशन एनकोडेड होता है.

# GSM की तुलना में CDMA में signal को trace कर पाना आसान नहीं होता जिसका कारण इसका narrow bandwidth में concentrate होकर रहना है.

# एक GSM मोबाइल फ़ोन में एक प्रकार का specialized card होना आवश्यक है जिसे SIM (Subscriber Identity Module) के नाम से हम सब जानते हैं. इसे हम एक फ़ोन से दूसरे फ़ोन में बदल के प्रयोग कर सकते हैं और इसमें कोई डाटा भी लॉस नहीं होता है वहीं दूसरी तरफ CDMA में ESNs (Electronic Serial Numbers) का प्रयोग होता है और इसमें सिम कार्ड की जरूरत नहीं होती है.

# CDMA की तुलना में GSM ज्यादा flexible होता हैं, क्यूंकि GSM में आप SIM card को आसानी से एक मोबाइल से दुसरे मोबाइल में प्रयोग कर सकते हैं लेकिन आप CDMA में ऐसा नहीं कर सकते हैं. ये चीज आप CDMA में तभी कर सकते हैं जब ESN database में registered किया गया हो.

# CDMA के फ़ोन की खराबी के बाद आपको नया फ़ोन लेना होता है जबकि GSM में आप केवल सिम बदल के अपना काम फिर से शुरू कर सकते हैं.

# GSM phones में ज्यादा radiation होने के कारण उन्हें कम करने की जरूरत होती है और ये इसलिए होता है क्यूंकि इसमें continuous wave pulses emit होती है जबकि CDMA में ज्यादा radiation emit नहीं होती इसलिए उन्हें कम भी नहीं करना पड़ता है.

# CDMA नेटवर्क CDMA 850MHz और 1900MHz के frequency spectrum में कार्य करता हैं वहीं GSM नेटवर्क GSM 850MHz और 1900MHz के frequency spectrum में कार्य करता है.

# GSM की 3G GSM Speed ज्यादा फ़ास्ट होती है CDMA से. और आज के समय में GSM का चलन 80% तक है और CDMA का 20% तक.

उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारा ब्लॉग पसंद आया होगा और आपको इसके द्वारा जानकारी ग्रहण करने में भी काफी सहायता प्राप्त हुई होगी। और यदि आपको फिर भी कोई गलती या कमी नजर आये या आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो, तो आप हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट के जरिये बता सकते हैं. जिसे हम आगे सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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