You are currently viewing Java और C++ में क्या अंतर है !!

Java और C++ में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Java और C++” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “Java और C++ क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. जैसा कि हम जानते हैं कि C++ के syntax को java द्वारा inherit किया जाता है. कई लोगों का मानना है, जिन्हे C++ या C programming language आती है, उसे Java सिखने में कठिनाई नहीं होती है. लेकिन आखिर Java और C++ दोनों में अंतर क्या हैं आज हम इस्पे बात करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

C++ क्या है | What is C ++ in Hindi !!

C++ एक object oriented programming language के रूप में जानी जाती है, लेकिन इसे पूरी तरह से object oriented programming language नहीं कहा जा सकता है. क्यूंकि इसमें बिना class और object के भी program को बनाया जा सकता है. ये एक high level programming language होती है. ये एक platform dependent programming language होती है क्यूंकि इसके प्रोग्राम को एक computer में लिखने के बाद उसे दुसरे Computer में Run नहीं किया जा सकता है.

Java क्या है | What is Java in Hindi !!

Java को Purely Object Oriented programming language के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें बनने वाले प्रोग्राम बिना class और object के नहीं बनते हैं| इसे एक Platform Independent programming language कहा जाता है, क्यूंकि इसके byte code को हम किसी भी computer में आसानी से execute कर सकते है. लेकिन ये goto statement को सपोर्ट नहीं करता है|

Difference between Java and C++ in Hindi | Java और C++ में क्या अंतर है !!

C++ और Java दोनों एक object oriented programming language है लेकिन C++ को pure object oriented programming language नहीं माना जाता है क्यूंकि इसमें बिना class और object के भी program को बनाया जा सकता है जबकि Java एक pure object oriented programming language होती है क्यूंकि इसमें बनने वाले प्रोग्राम class और object के बिना नहीं बनते हैं.

C++ और Java दोनों high level programming language हैं.

# C++ एक platform dependent programming language है और Java एक platform independent programming language है.

# C++ में Goto statement को सपोर्ट करता है जबकि Java goto statement को सपोर्ट नहीं करता है|

# C++, Operator Overloading को support करती है जबकि Java नहीं करती.

# C++ में केवल compiler का ही प्रयोग होता है जिसके जरिये C++ language में बने program को compiler के द्वारा Source code से Machine code में बदला जाता है जबकि Java में Compiler और Interpreter दोनों ही प्रयोग होते हैं, इसमें पहले java कोड को Compiler द्वारा Byte code में बदला जाता है और फिर Interpreter उस byte code को Machine code में बदलता है.

# C++ में Multiple inheritance का प्रयोग आसानी से किया जा सकता है जबकि Java में यदि Multiple inheritance का प्रयोग करना होता है, तो उसके लिए Interface को apply करना पड़ता है, क्यूंकि Class, Multiple inheritance को support नहीं करता है.

# C++ में Pointer का इस्तेमाल करके program लिखा जा सकता है जबकि Java में internally Pointer का प्रयोग किया जा सकता है लेकिन अलग से नहीं.

# C++ Structure और Union के concept को support करता है जबकि Java नहीं.

# C++ में memory allocate और De-allocate, programmer द्वारा किया जाता है जबकि Java में automatic होता है, क्यूंकि इसमें JVM का प्रयोग होता है.

# C++ में तीन access specifier होते हैं: Public, Private और Protected और Java में चार क्यूंकि इसमें Public, Private और Protected के साथ Default भी होता है.

# C++ में Header File का concept होता है और Java में package का.

# C++ में method को override करने के लिए Virtual Keyword होते है मतलब की C++ Virtual keyword पे काम कर सकता है जबकि Java में Virtual Keyword नहीं होते हैं और सभी non-static method को by default override किये जाते हैं.

# Java में केवल Call by value का प्रयोग संभव है जबकि C++ में Call by value और call by reference दोनों का प्रयोग सम्भव है.

आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कैसी लगी हमे जरूर बताएं और साथ ही यदि आपको हमसे कोई सवाल भी पूछना है तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं. हम आशा करते हैं की आप हमे और अच्छी बातें आपको बताने का मौका देंगे। धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!

Leave a Reply