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हर्बल और आयुर्वेद में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “हर्बल और आयुर्वेद” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “हर्बल और आयुर्वेद क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. हर्बल और आयुर्वेद दोनों ही अलग अलग प्रकार के उपचार के लिए बनाये गए प्राचीन तरीके हैं. जिनमे हर्बल की दवाइयां पेड़ पौधों, आदि का प्रयोग कर के बनाई जाती हैं और वहीं दूसरी ओर आयुर्वेद प्राचीन समय से ऋषि मुनि द्वारा चलने वाली उपचार प्रणाली है, जिसके द्वारा पहले के समय में उपचार किया जाता था और यह आज के समय में भी कारगर है और कई लोग इनका आज भी पूर्णरूप से निर्वाह भी करते हैं, आज हम आपको इन्ही के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

हर्बल क्या है | What is Herbal in Hindi !!

हर्बल क्या है | What is Herbal in Hindi !!

हर्बल दवा जिसे हम हर्बलिज्म के नाम से भी जानते हैं यह एक बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त करने और बीमारी के मामले में किसी के स्वास्थ्य को सामान्य स्थिति में वापस लाने के लिए पौधों का उपयोग कर के बनाई जाती है। हर्बल दवा के लिए पौधों का उपयोग किया जाता है और यह चिकित्सा की पारंपरिक प्रणाली बहुत पहले से चली आ रही है जो “जड़ी-बूटी” के ऊपर टिकी है।

आयुर्वेद क्या है | What is Ayurveda in Hindi !!

आयुर्वेद क्या है | What is Ayurveda in Hindi !!

आयुर्वेद जो आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए जाना जाता है यह चिकित्सीय विज्ञान का एक पुराना रूप है, जो कई युगों से ऋषि मुनि के द्वारा चलाया गया था और यह हिंदू चिकित्सा पद्धति के लिए बहुत विख्यात है। आयुर्वेदिक प्रणाली भी चिकित्सा की एक प्राचीन और विश्वनीय वैकल्पिक प्रणाली है। जिसके द्वारा कई लोग अपना उपचार कराना पसंद करते हैं.

हर्बल और आयुर्वेद में क्या अंतर है | Difference between Herbal and Ayurveda in Hindi !!

आयुर्वेदिक चिकित्सा में धातुओं, पौधों, तेलों के साथ-साथ मालिश, अरोमाथेरेपी और रसायण को शामिल करने के साथ प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पौधों से बनी गोलियों का उपयोग भी शामिल है। जबकि हर्बलिज्म में स्वास्थ्य से कुछ विचलन को ठीक करने के उद्देश्य से पौधों के अर्क का उपयोग किया जाता है।

# आयुर्वेदिक प्रणाली चिकित्सा के उद्देश्य के लिए भस्म और मौखिक सिरप का भी उपयोग करती है जबकि हर्बल दवा के अर्क के रूप में दी जाती है और इसे जीवन काल के लिए भी जारी रखा जा सकता है.

# आयुर्वेदिक दवा की प्रणाली कुछ मुख्य कारणों के लिए अधिक जानी जाती है जैसे जो मानव शरीर को “कफ” (बलगम), “पित्त” (पानी) और “वात” (वायु) को सदैव नियंत्रित रख सकती है जबकि हर्बल को अन्य रूप रंग और फिट रहने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है जैसे कुछ लोग पतले होने के लिए हर्बल ग्रीन टी का सेवन करते करते हैं.

# आयुर्वेद शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ और संतुलित रखने में मदद करता है क्योंकि कुछ ऐसे गुण हमारे शरीर में मौजूद होते हैं जिनके बढ़ने या घटने से शरीर में बीमारियां हो सकती हैं जिन्हे आयुर्वेद सदैव संतुलित रख सकता है जबकि हर्बल इस मामले में आयुर्वेद के समान तो है लेकिन आयुर्वेद के शिष्य के रूप में.

# हर्बल मेडिसिन चिकित्सा विज्ञान का रूप है जो बीमारियों को ठीक करने के लिए पौधों और उनके अर्क का उपयोग करता है जबकि आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान का एक सदियों पुराना हिंदू विज्ञान है जिसमें धातु के अर्क, मालिश आदि के साथ औषधीय पौधों के अर्क का उपयोग भी शामिल है.

हर्बल दवाई मालिश और धातुओं का उपयोग नहीं करती है जबकि आयुर्वेद इनका प्रयोग करते है.

# हर्बल दवा का प्रभाव चीन और कई देशों पर भारी मात्रा में है, जबकि आयुर्वेद की जड़ें भारत में ही हैं।

धन्यवाद !!

Ankita Shukla

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