You are currently viewing NGO और ट्रस्ट में क्या अंतर है !!

NGO और ट्रस्ट में क्या अंतर है !!

हेलो दोस्तों…क्या आपको पता है कि NGO और ट्रस्ट में क्या अंतर है यदि नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे है जो आपको इन दोनों में भेद करने में आसानी करेगा. क्यूंकि हमने कई बार देखा है कि NGO और ट्रस्ट लोगों को समान लगता है और लोग सोचते हैं कि आखिर इन दोनों में अंतर क्या है. वैसे तो ये काफी हद तक समान है लेकिन इनमे कुछ अंतर हैं जिन्हे आज हम आपसे साझा करेंगे.

NGO क्या है | What is NGO In Hindi !!

गैर सरकारी संगठन (NGO) एक शब्द है जिसमे किसी प्रकार की सरकारी भागीदारी नहीं होती है लेकिन प्राकृतिक या कानूनी व्यक्तियों के द्वारा किये गए विधि पूर्वक संगठित गैर सरकारी संगठनों को संदर्भित करने हेतु कुछ व्यापक रूप से कार्य कर स्वीकृति दी जाती है. इनमे सरकार का किसी प्रकार का कोई साझा नहीं होता है और कुछ में आंशिक रूप से सरकार का साझा होता है लेकिन इन्हे गैर सरकारी संगठन (NGO) ही माना जाता है. गैर सरकारी संगठन (NGO) के कुछ नियम हैं जिनके अनुसार ये कार्य करता है इसमें किसी भी सरकारी प्रतिनिधिओं को संगठन में सदस्यता नहीं दी जाती है. इन्हे कई कोर्ट में “नागरिक समाज संगठन” भी कहा जाता है.

NGO के उद्देश्य !!

# NGO का उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को सेवायें मुहैया कराना होता है. जिनमे जो बच्चे अनाथ है या बूढ़े लोग हैं जिन्हे उनके घर वालों ने छोड़ दिया है या कुछ गरीब बच्चे इन सभी की जरूरतों को पूरा करने में सहायता करता है NGO.

# ये स्वास्थ, पढाई, लोगों की जरूरतों, आदि के लिए अधिकतर कार्य करते हैं.

# ये यदि सरकार द्वारा स्वीकृति प्राप्त होते हैं तो ये सरकार से भी मदद ले सकते हैं और यदि इन्होने सरकार से स्वीकृति नहीं ली है तो ये सरकार से किसी प्रकार की मदद नहीं ले सकते हैं.

ट्रस्ट क्या है | ट्रस्ट का मतलब | What is Trust in Hindi !!

एक धर्मार्थ ट्रस्ट जो अच्छे कामों को करने के लिए अपनी सम्पत्ति या आय से कोई संगठन का निर्माण करता है ट्रस्ट कहलाता है इसमें कोई अकेला या कई लोग अपना पैसा लगा के कुछ अच्छा करने की कोशिश और लोगों की मदद करने की कोशिश करते हैं. ये एक कानून का ही हिस्सा है. इसे एक प्रकार से NGO से भी जोड़ा जा सकता है.

ट्रस्ट का उद्देश्य !!

# ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंद की सहायता करना होता है.

# इसमें लोग अपनी आय का कुछ हिस्सा लोगों की भलाई के लिए दे देते हैं.

# ट्रस्ट का उद्देश्य गरीबों को उनकी जरूरत का सामान प्रदान करना, गरीब और अनाथ बच्चों को शिक्षा प्रदान करना और बूढ़ों को छत प्रदान करने जैसे महान कार्य होता है.

# ट्रस्ट भी NGO की तरह एक स्वतंत्र कानूनी इकाई है.

ट्रस्ट कैसे बनाएं | ट्रस्ट की नियमावली !!

# एक व्यक्ति होना अनिवार्य होता है ट्रस्ट बनाने के लिए.

# एक व्यक्ति ट्रस्टी होना चाहिए। इसमें खुद वो व्यक्ति जो ट्रस्ट खोलना चाहता है वो ट्रस्टी बन सकता है.

# गवाह के लिए के एक व्यक्ति होना अनिवार्य।

# सम्पत्ति ट्रस्ट बनाने के लिए (Rs.1000.00 के दस्तावेज़) होना अनिवार्य है.

# इसमें सेटलर, न्यासी, और गवाह का पहचान प्रमाणपत्र होना आवश्यक है.

# पानी के बिल की रसीद या पंजीकृत के पते के सबूत के रूप में हाउस टैक्स की रसीद की जरूरत पड़ती है.

# ट्रस्ट कार्यालय में सारा कार्य देखा जाता है इसका.

# स्टांप पेपर * पर चैरिटेबल ट्रस्ट डीड.

# अपने सिग्नेचर के लिए प्राधिकार पत्र

इन सभी नियमों के आधार पे आप ट्रस्ट के निर्माण की शुरुआत कर सकते हैं.

ट्रस्ट के प्रकार | Types of Trust in Hindi !!

  • टोटेन ट्रस्ट
  • टैक्स बाय-पास ट्रस्ट
  • स्पेंडथ्रिफ्ट ट्रस्ट
  • विशेष जरूरत ट्रस्ट
  • रचनात्मक ट्रस्ट
  • चैरिटेबल ट्रस्ट
  • संपत्ति संरक्षण ट्रस्ट
  • अपरिवर्तनीय ट्रस्ट
  • रद्द करने योग्य ट्रस्ट

ट्रस्ट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट !!

ट्रस्ट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट

Difference Between NGO & Trust in Hindi !!

NGO और ट्रस्ट में अंतर !!

# किसी भी NGO को ट्रस्ट नहीं कह सकते लेकिन किसी भी ट्रस्ट को NGO कह सकते हैं.

# NGO के रजिस्टर के लिए तीन ऑप्शन होते हैं की आप अपने NGO को किस कैटगरी में रखना चाहते हैं जैसे सोसाइटी, Trust या कम्पनी।

# NGO रजिस्टर कराने के लिए इंडियन ट्रस्टस एक्ट / बॉम्बे ट्रस्ट एक्ट/ देवस्थान ट्रस्ट एक्ट की जरूरत पड़ती है यदि आप अपने NGO को ट्रस्ट में बदलना चाहते हैं.

# NGO को आप ट्रस्ट के नाम में रजिस्टर करा सकते हैं लेकिन ट्रस्ट को NGO के नाम में नहीं.

# NGO में कई लोग एक साथ मिल के NGO का निर्माण करते हैं और ट्रस्ट में एक या कई लोग मिल के ट्रस्ट का निर्माण करते हैं.

# ट्रस्ट को हम NGO मान सकते हैं. लेकिन हर NGO ट्रस्ट नहीं हो सकता.

तो दोस्तों आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कैसी लगी और आपके कितना काम आयी हमे अवश्य बताएं. और साथ ही यदि कोई सुझाव या सवाल मन में हो तो उन्हें भी हमे अवश्य बताएं। हमे ख़ुशी होगी ये जानके कि आप हमे सपोर्ट कर रहे हैं हमारे काम में और हम पूरी कोशिश करेंगे आपकी दुविधा का समाधान हो सके.

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!

Leave a Reply