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फाइल सिस्टम और DBMS में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “File system और DBMS” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “File system और DBMS क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही डाटा को व्यवस्थित तरीके से स्टोर करने के लिए बनाये गए एप्लीकेशन हैं. जिनके विषय में आज हम आपको बताने जा रहे हैं और साथ ही ये भी बताएंगे कि दोनों में क्या अंतर होता है. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

फाइल सिस्टम क्या है | What is File system in Hindi !!

फाइल सिस्टम क्या है | What is File system in Hindi !!

एक कंप्यूटर में फाइल सिस्टम वो माध्यम होता है, जिसमे सभी फाइलों को संग्रहण और पुनर्प्राप्ति के तार्किक रूप के लिए अलग अलग नाम दिए जाते हैं. बिना किसी फाइलसिस्टम के किसी भी स्टोर जानकारी को अलग अलग फ़ाइलों में अलग करना और उन्हें पहचानना व उन्हें पुनः प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है. जैसे जैसे डाटा की क्षमता बढ़ती जाती है, वैसे वैसे ही पर्टिकुलर फाइल को संभालना और उसे एक्सेस करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है एक डाटा स्टोरेज में.

DBMS क्या है | What is DBMS in Hindi !!

DBMS क्या है | What is DBMS in Hindi !!

DBMS एक सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन के रूप में जाना जाता है, जो डाटा को अधिक सुरक्षा और व्यवस्थित रूप प्रदान करता है. DBMS का पूरा नाम “Database Management System” है, जिसके नाम से ही समझा जा सकता है, कि ये डेटाबेस के मैनेजमेंट का सिस्टम है. DBMS का प्रयोग डेटाबेस को मेन्टेन करने के लिए किया जाता है. DBMS के द्वारा user और programmer डाटाबेस को व्‍यवस्थित तरीके से बनाते, संभालते और अपडेट कर सकते हैं.

DBMS के उदाहरण: MySQL, Postgre SQL, Microsoft Access, Oracle, आदि हैं.

Difference between File System and DBMS in Hindi | फाइल सिस्टम और DBMS में क्या अंतर है !!

File System जिसे हम File Management System के रूप में भी जानते हैं. ये सबसे पुराना और अभी भी सबसे लोकप्रिय तरीका माना जाता है, जिसके जरिये आपकी डेटा फ़ाइल आपकी ड्राइव में व्यवस्थित रहती है जबकि DBMS जिसे हम Database Management System के नाम से भी जानते हैं, ये तरीका तब यूजर और प्रोग्रामर प्रयोग करते हैं, जब उन्हें डाटा को अधिक सुरक्षा और मेन्टेन करने की आवश्यकता होती है.

# File Systems एक पुराना और प्रसिद्ध तरीका है, ये एक तरह से आपके डेटा को व्यवस्थित रखने का पारंपरिक तरीका होता है जो भौतिक पहुँच के लिए आसान है, चाहे फिर वह आपके शेल्फ पर हो या ड्राइव पर जबकि DBMS में डाटा अधिक व्यवस्थित रहता है, लेकिन इसे पाने के लिए आपको अच्छी खासी जानकारी DBMS के विषय में होना आवश्यक है.

# फ़ाइल सिस्टम में डेटा अतिरेक अधिक है जबकि DBMS में डेटा अतिरेक की कम संभावना होती है.

# file system में Data Inconsistency अधिक होती है जबकि DBMS में इसकी संभावना कम होती है.

# File Management System में Centralization को पाना कठिन होता है जबकि DBMS में आसान होता है.

# फाइल सिस्टम में यूजर फाइल के फिजिकल एड्रेस के द्वारा फाइल को एक्सेस करते हैं जबकि DBMS में यूजर को फाइल का फिजिकल एड्रेस पता ही नहीं होता है.

फाइल सिस्टम में DBMS की अपेक्षा कम सुरक्षा प्रदान की जाती है.

# फाइल सिस्टम में डाटा को स्टोर करने का कोई स्ट्रक्चर नहीं होता है जबकि DBMS में होता है.

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Ankita Shukla

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