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अंशांकन और मान्यकरण में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों आज का आलेख हमारा है कुछ डिवाइस पे किये जाने वाले माप के ऊपर. जिसके द्वारा हम कम्पेयर और चेक करते हैं कि दी गयी एंटिटी सही हैं की नहीं. दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं कि “Calibration और Validation क्या होता है” और साथ ही बताएंगे “Difference between Calibration and Validation” अर्थात “Calibration और Validation में क्या अंतर होता है?” को. लेकिन इसे बताने से पहले हम आपको अपने पाठकों से जुडी कुछ जानकारी देना चाहते हैं.

“दोस्तों हम जो भी जानकारी अपने वेबसाइट पे लेके आते हैं. वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठे सवालों के उत्तर होते हैं. जो हमे तब पता चलते हैं जब आप सब द्वारा हमे नीचे कमेंट बॉक्स में सवालों के कमेंट आये हुए होते हैं. जिनके जबाब हो सकता है थोड़ा विलम्ब से आपको मिले। लेकिन हम उनके जबाब आपको अवश्य देते हैं. इसलिए यदि आपके मन में और भी प्रश्न हो तो आप हमसे पूछ सकते हैं”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.”

अंशांकन क्या होता है | What is Calibration in Hindi !!

Calibration को हिंदी में अंशांकन कहते हैं, इसका काम होता है दो एंटिटी के बीच में तुलना करना। जिसमे एक वैल्यू की दूसरी वैल्यू से तुलना की जाती है. जिसमे एक वैल्यू को हम स्टैण्डर्ड मान लेते हैं और दूसरी वैल्यू की उसकी से तुलना कर के सटीकता मापते हैं. इस प्रकार की प्रक्रिया में कई उपकरण की adjustment आदि शामिल होती है.

आपको यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से साधन calibration करना होगा कि वे सटीक परिणाम दें। यह जांचना बहुत महत्वपूर्ण होता है:

– नया उपकरण उपयोग करने से पहले
– कोई महत्वपूर्ण माप से पहले
– मरम्मत के बाद उपकरण
– साधन के बाद एक विशिष्ट संख्या में घंटों के लिए उपयोग किया जाता है
– जब ऑपरेटिंग स्थितियों या साधन वातावरण में अचानक परिवर्तन होता है
– जब माप प्रश्न लगता है

मान्यकरण क्या है | What is Validation in Hindi !!

Validation को हिंदी में मान्यकरण कहते हैं. इस प्रोसेस का प्रयोग हम तब करते हैं जब मूल्यांकन विकास प्रक्रिया पूर्णता समाप्त हो जाती है उसके बाद Validation किया जाता है, कि जो प्रोडक्ट बना है. वो कस्टमर की इक्षा और जरूरत के अनुसार बना है की नहीं. इसका मुख्य उद्देश्य ये है कि ये सुनिश्चित करे की जो प्रोडक्ट बन के खड़ा हुआ है वो यूजर की जरूरतों को पूरा तो कर रहा हैं और विनिर्देश पहले सही हैं की नहीं।

Difference between Calibration and Validation in Hindi | अंशांकन और मान्यकरण में क्या अंतर है !!

# Calibration का कार्य किसी डिवाइस में दी गयी वैल्यू को एक स्टैण्डर्ड वैल्यू के अनुसार उसकी तुलना करना और Validation का कार्य होता है कि जब प्रोडक्ट बन जाता है तो वो ये चेक करता है कि प्रोडक्ट में दी गयी वैल्यू नियम के अनुसार मान्य हैं कि नहीं.

Calibration एक ऐसी process है जो यह चेक करती है कि आपके उपकरणों द्वारा उत्पादित मापों में सटीकता बनी रहे और Validation एक डॉक्युमेंटेड प्रक्रिया है जो ये चेक करती है कि जो प्रोडक्ट, सर्विस या सिस्टम है वो आपके द्वारा दी गयी वैल्यू को मान्य करता है कि नहीं.

Calibration एक स्टैंडर्ड वैल्यू के अनुसार उपकरण के तुलना करता है जबकि Validation में कोई स्टैंडर्ड वैल्यू का उपयोग नहीं होता है.

# Calibration सटीकता को बताता है और Validation प्रोसेस, प्रोडक्ट आदि का प्रमाण प्रदान करता है.

# Calibration, calibration SOP के नियमों के अनुसार चलाई जाती है और validation, validation protocol के ऊपर चलता है.

# Calibration का मुख्य रूप से प्रयोग hardware में होता है जबकि Validation का अधिकतर प्रयोग software में होता है.

# दोनों ही टेस्टिंग टेक्निक है लेकिन अलग अलग प्रकार की.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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