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ब्रॉडबैंड क्या है | What is Broadband in Hindi !!
बहुत सारे लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर ब्रॉडबैंड है क्या। अगर आपके मन में भी यही सवाल बार—बार उठ रहा है तो यहां आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं क्योंकि हम आपको यहां पर ब्रॉडबैंड के बारे बहुत सारी चीजें बताने जा रहे हैं। यहां पर हम आपको बताएंगे कि आखिर ब्रॉडबैंड है क्या और आखिर क्यों इसका प्रयोग दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। हम यहां पर ब्रॉडबैंड के फायदे और नुक्सन के बार भी जानेंगे। तो सबसे पहले सवाल कि ब्रॉडबैंड आखिर होता क्या है। तो इसे सरल भाषा में कुछ इस प्रकार समझिए कि ब्रॉडबैंड एक तरह का बड़ा माध्यम है जिसके माध्यम से हम डाटा ट्रांसफर करते हैं। ब्रॉडबैंड के माध्यम से हम ज्यादा से ज्यादा इंफोरमेशन को बड़े स्तर पर ट्रांसमिट कर सकते हैं वह भी तेजी के साथ। तो ऐसा ही है कि ब्रॉडबैंड एक इंटरनेट कनेक्शन हैं। तो सही भाषा में ब्रॉडबैंड की तेजी को देखते हुए इसका विस्तार लगातार बढ़ रहा है। आपको अधिकतर कंपनियों में दूसरे इंटरनेट कनेक्शन की बजाए सिर्फ और सिर्फ ब्रॉडबैंड कनेक्शन ही देखने को मिलेगा। जहां पर क्वालिटी की अच्छी जरूरत हो। अच्छे नेटवर्क के साथ—साथ स्पीड भी अच्छी चाहिए हो तो वहां पर ब्रॉडबैंड लगवाना ही बेहतर विकल्प है। तो यदि आप कोई छोटा या बड़ा बिजनेस चलाते हैं तो यह जरूरी होगा कि आपको कभी न कभी अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए डिजिटल करें। तो इस काम के लिए अब आपको भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन ही खरीदें। इस ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन के बाद आपको अच्छी स्पीड मिलेगी जिससे आप आसानी से काम कर सकेंगे।
ब्रॉडबैंड के प्रकार | Types of Broadband in Hindi !!
ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन कई प्रकार के होते हैं। अगर आप भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन के बारे समझना चाहते हैं तो यहां पर हम आपको बेस्ट नॉलेज देने जा रहे हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन कितने प्रकार के होते हैं और कितने तरह से यह काम करता है। यह भी आपको हम यहां पर बताएंगे कि किस प्रकार से आप ब्रॉडबैंड कनेक्शन के प्रकार के बारे जानते हुए सही प्रकार का ब्रॉडबैंड कनेक्शन अपने लिए चुन सकते हैं। तो बिना किसी फ्रिक के नीचे दी गई जानकारी को पढ़ें !!
DSL क्या है | What is DSL in Hindi !!
ब्रॉडबैंड जैसा कि हमने बताया कि कई प्रकार का होता है। सबसे पहले आता है डीएसएल जिसे हम डिजिटल सबसक्राबर लाइन भी कहते हैं। DSL एक तरह का वायरलाइन ट्रांसमिशन टेक्नोलोजी है जो डाटा ट्रांसमिट करता है। यह ट्रैडिशनल कॉपर यानि तांबे की टेलिफोनिक वायर पर ट्रांसमिट होता है। यह घरों और छोटे बिजनेस में आमतौर पर देखने को मिल जाता है। इसमें आपको अच्छी स्पीड मिल जाती है। अलग—अलग डीएसएल होते हैं जो अलग—अलग तरह की स्पीड देते हैं। इसमें आपको केबीपीएस से लेकर एमबीपीएस तक की स्पीड मिल जाती है। यह भी आगे दो प्रकार के होते हैं। जो कि एडीएसएल और एसडीएसएल होते हैं।
केबल मॉडम क्या है ?
केबल मॉडम सर्विस कुछ इस तरह की सर्विस है जिसमें केबल आप्रेटर वही कोएक्सियल केबल्स के माध्यम से ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन प्रोवाइड करते हैं जिनका प्रयोग वह टीवी केबल के लिए करते हैं। तो जिस प्रकार की तारें यानि केबल्स टीवी केबल में प्रयोग होती हैं ठीक उसी प्रकार से काम करने वाली तारें यानि कि केबल्स केबल मॉडम में प्रयोग होतीं हैं कम्पयूटर में काम करने के लिए। सबस्क्राइबर केबल मॉडल का प्रयोग कर सकते हैं बिना किसी आईएसपी को डायल किए। स्पीड डीएसएल टाइप से मिलती जुलती ही आ जाती है।
फाइबर ब्रॉडबैंड क्या है ?
फाइबर ब्रॉडबैंड टेक्नोलोजी में फाइबर आप्टिक का प्रयोग किया जाता है। इसमें फाइबर आप्टिकल टेकनोलोजी द्वारा इलेक्ट्रिकल सिग्ननल्स को कन्वर्ट किया जाता है लाईट में, यह वही सिगनल होते हैं जो डाटा को कैरी कर रहे होते हैं। ट्रांसपेरेंट ग्लास फाबर जो हमारे बाल जितना मोटा होता है उसी कि माध्यम से यह काम किया जाता है। इसमें डाटा ट्रांसफर की स्पीड डीएसल और केबल मॉडम से कहीं बेहतर होती है। एक तरह से यह भी कह सकते हैं कि यह डीएसल या केबल मॉडल से दस गुणा बेहतर इंटरनेट है।
वायरलेस ब्रॉडबैंड क्या है ?
वायरलेस ब्रॉडबैंड का मतलब आप समझ ही गए होंगे। जैसा कि इसका नाम ही बताता है इसमें वायरलेस ट्रांसमिशन होता है। यानि कि एक रेडियो लिंक के माध्यम से सर्विस प्रोवाइडर और क्लाइट के बीच कनेक्शन बना होता है। यह भी अच्छी खासी स्पीड दे देता है। स्पीड के मामले में यह डीएसल और केबल मॉडल की तरह ही है। लेकिन जहां पर केबल मॉडम या फिर डीएसएल का प्रयोग करना मुश्किल होता है तो वहीं पर वायरलेस का प्रयोग होता हैं। वायरलेस फिक्सड और मोबाइल दोनों तरह का होता है। ज्यादातार आपको वायरलेस मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्शन ही दिखेंगे।
सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन क्या है ?
जैसा कि आपको पता है कि कई प्रकार की सैटेलाइटस जो हैं धरती के आसपास घूम रहीं हैं और कई प्रकार की टेलीकम्युनिकेशन सर्विसेज प्रदान कर रहीं हैं जो कि हमारे जीवन को आसान बना रहीं है। अगर आप टीवी देख रहे हो या फिर आप इंटरनेट चला पा रहे हो तो यह सब कुछ सेटेलाइटस का ही नतीजा है। तो यहां हम आपको बताएंगे कि सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन बेहतर है या नहीं। तो सबसे पहले यह जान लें कि सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन डीएसल कनेक्शन से चाहे थोडा कम स्पीड देता है लेकिन डॉयल—अप इंटरनेट कनेक्शनों से यह कहीं बेहतर है। डायॅल—अप इंटरनेट कनेक्शन के मुकाबले सैटेलाइट इंटरनेट आपको कहीं बेहतर सुविधा और स्पीड देता है। डायॅल—अप इंटरनेट कनेक्शन से सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन करीब दस गुणा बेहतर हैं |
BPL क्या है ?
BPL एक तरह की ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रोवाइडिंग सर्विस है जो कि पहले से ही चल रहे लो और मीडियम वोल्टेज के इलेक्ट्रिकल पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पर काम करते हैं। बीपीएल यानि कि ब्रॉडबैंड ओवर पॉवरलाइन पर लगभग वैसी ही स्पीड आपको मिलती है जैसी कि डीएसएल और केबल मोडेम से मिलती है। बीपीएल को घरों में सुविधा देने के लिए ज्यादा दिक्कत नहीं रहती है क्योंकि बीपीएल को पहले से ही मौजूद बिजली कनेक्शन और आउटलेटस का प्रयोग करके ही इंस्टाल किए जाते हैं। बीपीएल धीरे—धीरे विकसित हो रही तकनीक है जो धीरे—धीरे आगे बढ़ रही है। फिलहाल बीपीएल बहुत कम जगहों पर ही उपलब्ध है।