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Void और Voidable contracts में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों।… आज हम आपको बताने जा रहे हैं “Void Contract और Voidable Contract” के विषय में. जैसा कि हम सब जानते हैं कि इनके नाम में अधिक अंतर न होने के कारण लोग अधिकतर कंफ्यूज हो जाते हैं कि आखिर दोनों एक हैं या असमान। तो हम आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि ये दोनों काफी भिन्न है लेकिन कहीं न कहीं ये दोनों एक दूसरे से जुड़े रहते हैं. इसलिए आज हमने फैसला किया है कि आज हम आपको बताएंगे “Difference between Void and Voidable Contract” अर्थात ” Void Contract और Voidable Contract में क्या अंतर है?”. लेकिन इसे बताने से पहले हम आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी अपने पाठकों से जुड़ी देना चाहते हैं.

दोस्तों हम अपने ब्लॉग में जितने भी जबाब लेके आते हैं वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नो के जबाब हैं. जो हमे तब पता चल पाते हैं जब हमारे पाठक हमे वेबसाइट के कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के इनके जबाब पूछते हैं. हम उन सवाल का जबाब अवश्य लेके आते हैं. लेकिन कभी कभी हमे थोड़ा विलम्ब हो जाता है लेकिन आप लोगों द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर हम आपको देने की पूरी कोशिश करते हैं. तो यदि आप लोगों के मन में कोई सवाल हो तो आप भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमसे पूछ सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

शून्य अनुबंध क्या है | What is Void Contract in Hindi !!

Void contracts को हिंदी में शून्य अनुबंध भी कहा जाता है. इसे कानून द्वारा मान्य नहीं किया जाता अर्थात ये कानून द्वारा अप्राप्य हैं. इसमें यदि एक पार्टी आपसे कॉन्ट्रैक्ट तोड़ ले तो आप कुछ नहीं कर सकते। क्यूंकि ये कानूनी रूप से नाजायज होता है. ये शुरुआत से ही नाजायज कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसमे आपको कानूनी रूप से सहायता नहीं मिलती यदि आपको एक पार्टी ने धोखा दे दिया.  ऐसे कॉन्ट्रैक्ट के अंदर आते है: जुआ, वेश्यावृत्ति, या अपराध करना, आदि।

मान्य अनुबंध क्या है | What is Voidable Contract in Hindi !!

Voidable contracts एक मान्य समझौता होता है लेकिन इसे कोई एक या दोनों पार्टी जब चाहे शून्य अनुबंध अर्थात Void contract बना सकती है. परिणामस्वरूप, आप एक शून्य अनुबंध लागू करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं. ये अनुबंध तब तक मान्य होता है जब तक कोई एक पार्टी भी इसे शून्य अनुबंध न बना दे.

Difference between Void and Voidable Contract in Hindi | Void और Voidable contracts में क्या अंतर है !!

# Void contracts कानून द्वारा मान्य नहीं किया जाता अर्थात ये कानून द्वारा अप्राप्य हैं. इसमें यदि एक पार्टी आपसे कॉन्ट्रैक्ट तोड़ ले तो आप कुछ नहीं कर सकते। जबकि Voidable contracts एक मान्य समझौता होता है लेकिन इसे कोई एक या दोनों पार्टी जब चाहे शून्य अनुबंध अर्थात Void contract बना सकती है.

# Void contract शुरुआत से नाजायज एग्रीमेंट होता है जबकि voidable Contract शुरुआत से जायज होता है और यदि कोई पार्टी खुद इसे Void contract बनाना चाहे तो ये फिर नाजायज एग्रीमेंट की श्रेणी में आ जाता है.

# Voidable Contract को यदि पार्टी कानूनी नियमों के अनुसार चलाना चाहे तो वो चला सकती है और यदि उसका मन कानूनी नियमों के अनुसार चलाने का नहीं है तो वो उसे Void contract बना सकती है.

# जब कोई भी एक पार्टी एग्रीमेंट को तोड़ती है तो void कॉन्ट्रैक्ट में दूसरी पार्टी के पास कोई विकल्प नहीं होता कि वो उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही करा सके जबकि Voidable contract में दूसरी party के पास विकल्प होता है कि वो उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही करा सके.

# Void contract में कुछ न कुछ ऐसा object or element अवश्य होता है जिसके कारण contract को void contract बनाना पड़ता है जबकि voidable में ऐसा जरूरी नहीं होता.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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