हेलो दोस्तों…आज हम आपको “Sharara and Garara” अर्थात “शरारा और ग़रारा” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “शरारा और ग़रारा क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही अलग अलग प्रकार के पैजामे हैं, जिन्हे महिलाएं कुर्ती के नीचे पहनती हैं. क्यूंकि ये कई प्रकार से एक दूसरे से मिलते हैं, इसलिए लोगों के मन में इन दोनों के बीच के अंतर को जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है. इसी कारण से आज हम आपको दोनों के बीच के अंतर को बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
शरारा क्या है | What is Sharara in Hindi !!
शरारा बिल्कुल लहंगे की तरह दिखता है, ये एक लम्बी स्कर्ट सी बनाई जाती है, जो A शेप की होती है. इसमें नीचे की तरफ सुंदर गिरावट के साथ लेस, गोटा या स्टोन की कारीगरी की गयी होती है. ये काफी लम्बा होता है. इन्हे खासतौर पर लम्बी या छोटी कुर्ती के साथ पहना जाता है.
यह पोषक बहुत खूबसूरत लगती है और वर्तमान में इसका चलन फिर से आ चुका है और इन्हे युवा लड़कियों के बीच ज्यादा लोकप्रिय देखा गया है. ये ट्रेंड अभी से नहीं बल्कि काफी पुराना है, लेकिन आधुनिक दौर में लोग इसे बड़े मन से पहन रहे हैं. इसे दुल्हनों से लेकर हर कोई बड़े चाउ से पहनता है।
गरारा क्या है | What is Garara in Hindi !!
ये एक नबाबी पोषक मानी जाती है, जिसे पहले के दौर में नबाबों की महिलाएं पहनती थी. ये ढीली मोहरी का पैजामा होता है, जो चौड़ें पैरों वाली पैंट की जोड़ीदार मानी जाती है. इसके घुटने के क्षेत्र में जिसे उर्दू में गोटा के नाम से जाना जाता है, पर अक्सर ज़री-ज़ारदोजी की कशीदाकारी की जाती है.
इसे बनाने के लिए लगभग 11 से 12 मीटर कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है. पुराने समय में गरारा बनाने के लिए रेशम के कपड़े का प्रयोग किया जाता था. गरारा को लखनऊ का पारंपरिक परिधान माना जाता है. जिन्हे अधिकतर मुस्लिम महिलाएं पहनना पसंद करती हैं. इसपर मिड लेंथ की कुर्ती पहनी जाती है.
इसका चलन भी अब फैशन में है लेकिन इसका प्रयोग अधिकतर पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों की महिलाओं के बीच अधिक है. इसे सबसे पहले 1950 और 60 के दशक में फातिमा जिन्ना जनता के बीच में पहन के आयी थी. जिसके बाद इसका चलन जोरों पर हुआ.
Difference between Sharara and Garara in Hindi | शरारा और गरारा में क्या अंतर है !!
# गरारा ठीला पैजामा होता है जबकि शरारा लहंगे के समान होता है.
# गरारा में घुटने के ऊपर का हिस्सा कसा होता है और घुटने के नीचे का हिस्सा बहुत ठीला होता है जबकि शरारा लहंगे की तरह होता है, जो A शेप का बनाया जाता है.
# गरारा पर मिड लेंथ की कुर्ती पहनी जाती है जबकि शरारा पर लम्बी और छोटी दोनों तरह की कुर्ती पहनी जाती है.
# गरारा नबाबों की महिलाओं की पोशाक है जबकि शरारा आधुनिक फैशन के तौर चल रहा है.
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