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GDP और GVA में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “GDP और GVA” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “GDP और GVA क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. GVA का पूरा नाम “Gross Value Added” और GDP का पूरा नाम “Gross domestic product” है. दोनों ही देश की अर्थव्यवस्था के लिए दो अलग अलग मापदंड हैं. जिनके विषय में हम आपको आज बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

GDP क्या है | What is GDP in Hindi !!

GDP क्या है | What is GDP in Hindi !!

GDP का फुल फॉर्म “Gross Domestic Product” होता है, जिसे हिंदी में “सकल घरेलू उत्पाद” के नाम से भी जाना जाता है. ये उन सब वस्तु के लिए होता है, जिनका उत्पादन अपने देश की सीमा के अंदर होता है.

ये अर्थशास्त्र के साथ साथ भौगोलिक चीजों पर भी आधारित है अर्थात किसी भी देश की GDP उस देश की सीमा के अंदर आने वाले स्थानों में उत्पादित वस्तु पर निर्भर करती है.

मान लीजिये कि भारत की GDP का पता लगाना है, तो भारत की जीडीपी पूरे साल में जितना भी सामान भारत के अंदर उत्पादित होता है, वो सब भारत की जीडीपी कहलाएगी. इसकी गणना सालाना या तिमाही में की जाती है.

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई विदेशी भी यदि भारत में किसी सामान का उत्पादन कर रहा है, तो वो भारत की जीडीपी में ही काउंट किया जायेगा.

GVA क्या है | What is GVA in Hindi !!

GVA क्या है | What is GVA in Hindi !!

GVA का फुल फॉर्म “Gross value added” होता है, जिसे यदि साधारण शब्दों में समझाया जाये तो GVA द्वारा किसी भी अर्थव्यवस्था में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता लगया जा सकता है. इसके जरिये पता लगाया जाता है कि तय पीरियड में इनपुट कॉस्ट और रॉ मैटीरियल का दाम निकालने के पश्चात कितनी राशि का सामान और सेवाएं उत्पादित हुई हैं. GVA के जरिये किसी विशेष स्थान के कुल उत्पादन का भी पता आसानी से लगाया जा सकता है.

Difference between GDP and GVA in Hindi | GDP और GVA में क्या अंतर है !!

GDP का फुल फॉर्म “Gross Domestic Product” होता है और GVA का फुल फॉर्म “Gross value added” होता है.

# GVA द्वारा प्रड्यूसर की तरफ से होने वाली आर्थिक गतिविधियों का पता लगाया जाता है जबकि GDP, डिमांड या कन्ज्यूमर साइड की तस्वीर को दर्शाता है।

# GDP के द्वारा अपने देश की सीमा के अंदर होने वाले उत्पादन की गणना होती है जबकि GVA द्वारा किसी भी अर्थव्यवस्था में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता लगया जा सकता है.

GDP अर्थशास्त्र के साथ साथ भौगोलिक चीजों पर भी आधारित है अर्थात किसी भी देश की GDP उस देश की सीमा के अंदर आने वाले स्थानों में उत्पादित वस्तु पर निर्भर करती है और GVA के जरिये किसी विशेष स्थान के कुल उत्पादन का भी पता आसानी से लगाया जा सकता है.

हम पूरी उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी काफी हद तक पसंद आयी होगी और आपके काम भी आयी होगी. यदि फिर भी आपको कोई गलती हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो, तो वो भी आप हमसे पूछ व बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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