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राजभाषा और राष्ट्रभाषा में क्या अंतर हैं !!

नमस्कार दोस्तों… हम आज आपके लिए अपने आलेख में लेके आये हैं “राजभाषा और राष्ट्रभाषा क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. ये नाम से जैसे लगते हैं दोस्तों ये पूर्णतः ऐसे ही नहीं होते. अर्थात आपको लग रहा होगा कि राजभाषा मतलब राज्य की भाषा और राष्ट्रभाषा मतलब राष्ट्र की भाषा। लेकिन ऐसा नहीं है. इसमें कुछ घुमावदार फर्क मौजूद हैं जिन्हे आज हम आपको बताने की कोशिश करेंगे। लेकिन उससे पहले हम आपको बताना चाहते हैं एक महत्वपूर्ण बात.

दोस्तों हम अपने ब्लॉग में जितने भी जबाब लेके आते हैं वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नो के जबाब हैं. जो हमे तब पता चल पाते हैं जब हमारे पाठक हमे वेबसाइट के कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के इनके जबाब पूछते हैं. हम उन सवाल का जबाब अवश्य लेके आते हैं. लेकिन कभी कभी हमे थोड़ा विलम्ब हो जाता है लेकिन आप लोगों द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर हम आपको देने की पूरी कोशिश करते हैं. तो यदि आप लोगों के मन में कोई सवाल हो तो आप भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमसे पूछ सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

राजभाषा क्या है | What is the Official language/ Rajbhasha in Hindi !!

दोस्तों राजभाषा हमारे देश की वह भाषा होती है जिसका प्रयोग प्रशासन द्वारा देश के काम काज में किया जाता है. ये एक सरकार की भाषा होती है जिसे ऑफिसियल रूप से देश कानून आदि के लिए प्रयोग करता है. यह केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के आधार पर एक अथवा भिन्न-भिन्न हो सकती है लेकिन ये दो से भाषा से अधिक नहीं हो सकती।

राष्ट्रभाषा क्या है | What is National language / Rashtrabhasha in Hindi !!

राष्ट्रभाषा वो भाषा होती है जो लोग रोजमर्रा की जिंदगी में अपने क्षेत्र के अनुसार बोलते और समझते हैं. जैसे कि: पंजाब में पंजाबी भाषा राष्ट्रभाषा कहलाएगी. तमिल में तमिल राष्ट्र भाषा कहलाएगी। राष्ट्रभाषा से लोगों की संस्कृति और भावनाएं जुडी होती हैं. ये अनेक हो सकती है एक ही देश की.

Difference between Rajbhasha and Rashtrabhasha in Hindi | राजभाषा और राष्ट्रभाषा में क्या अंतर हैं !!

राजभाषा का प्रयोग कानून और शासन के कामकाज में होता है जबकि राष्ट्रभाषा का प्रयोग किसी भी देश के नागरिक अपनी भावनाओं का आदान प्रदान करने के लिए प्रयोग करते हैं.

राजभाषा का क्षेत्र सीमित होता है और राष्ट्रभाषा का असीमित।

# राजभाषा किसी भी देश में दो से अधिक नहीं होती हैं जबकि राष्ट्रभाषा किसी भी देश में अनेकों हो सकती हैं.

# उदाहरण: अंग्रेजी और हिंदी हमारी राजभाषा हैं और सभी राज्यों की अपनी अपनी भाषा राष्ट्रभाषा हैं जैसे: पंजाबी, तेलगु, हिंदी, भोजपुरी, कन्नड़, बंगाली, उडिआ आदि.

# राष्ट्रभाषा से लोगों की अपनी अपनी संस्कृति और भावनाये जुडी होती है जबकि राजभाषा के साथ ये होना आवश्यक नहीं है.

# हमारे देश की राजभाषा अंग्रेजी और हिंदी है जिसमे अंग्रेजी को प्रथम स्थान दिया गया है क्यूंकि अलग अलग राज्यों की भाषा अलग अलग है और सभी को एक दूसरे की भाषा समझने में दिक्क्त होती है इसलिए अंग्रेजी को भारत देश की राजभाषा घोषित किया गया. जबकि  सभी राज्यों की अपनी अपनी भाषा राष्ट्रभाषा हैं जैसे: पंजाबी, तेलगु, हिंदी, भोजपुरी, कन्नड़, बंगाली, उडिआ आदि.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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