वैसे तो आपको ज्ञात है कि हर राशि के अनुसार उसके लिए एक रत्न निर्धारित होता है। पर कुछ ऐसे ही रतन जो हम धारण करते हैं उनकी शक्तियों का अनुभव कर सकते हैं जिनका परिणाम बहुत ज्यादा फायदेमंद होता हैं पर अगर गलत तरीके और गलत राशि पर धारन किए जाएं तो उसका दुष्प्रभाव भी मनुष्य का जीवन को बर्बाद कर सकता है।
रत्न और राशि दोनों ऐसी चीजें हैं जिनका अगर सही तरीके से मेल नहीं हो उतनी ही घातक हो सकती है जितनी कि किसी परमाणु धमाके की तरंगे। हम उन रत्नों की बात बिल्कुल नहीं कर रहै जो हर दुकान पर यूं ही आसानी से प्राप्त हो जाते हैं रत्न एक सात्विक शक्ति है जिससे कोई रंक भी राजा बन सकता है। हम कई बार अपने जीवन में ऐसे व्यक्तियों को देखते हैं जिनकी किस्मत पर हम आप आश्चर्य होते हैं कि इनकी किस्मत इतनी अच्छी कैसे हैं हमारी क्यों नहीं।जिस चीज का इलाज कहीं भी नहीं हो उसका इलाज ज्योतिष विद्या करती है|
सूची
Difference between Neeli and Neelam Stone in Hindi !!
नीली और नीलम रत्न में क्या अंतर है !!
अब कुछ लोग कहेंगे कि हमने तो बहुत बार धारण की है यह अंगूठियां और आसन पर हमें तो कोई लाभ नहीं हुआ उनको हम जानकारी के लिए बता दें जो ऐसा सोचते हैं कि पहली बात हर रतन हर व्यक्ति के लिए अच्छा नहीं होता दूसरा आपको एक असली रतन की परख होनी चाहिए। अगर आप असल रत्न को पहचान लेते हैं तो आपके लिए सात्विक व लाभदायक होगा। आज हम एक महत्वपूर्ण रत्न पर विचार करेंगे जिसे आप शायद जानते भी हैं।
नीलम क्या है !!
# नीलम एक ऐसा रतन है जो आसानी से प्राप्त नहीं होता हमारे भारत में सिर्फ वर्गीय नीलम मिलता है।
# भारत के कश्मीर में नीलम पाया जाता है इसके अलावा बाहरी देश जैसे श्रीलंका अमेरिका इंडिया व अफ्रीका आदि देशों में नीलम पाए जाते हैं बाकी रत्नों की ही तरह नीलम हर व्यक्ति धारण नहीं कर सकता है केबी लाख के साथ दुष्परिणाम शामिल है।
उत्तम क्वालिटी का एक शक्तिशाली रतन होता है यह दिखने में नीले रंग का होता है या एक पारदर्शक रतन होता है अगर आप नीलम को छूकर पहचान करना चाहते हैं तो आपको बता दें यह इतना और मुलायम प्रतीत होता है अगर आपको कोई नकली रतन दे तो आप इसे छूकर पहचान सकते हैं।
# असल में बात यह है कि नीलम एक बहुत ज्यादा कीमती रत्न है इसलिए कुछ लालची लोग इसकी नकल तो उतार लेते हैं और इसके गुण उनमें नहीं डाल पाते।
# ज्योतिष के अनुसार यदि नीलम के आकार का हम कोई कांच धारण करते हैं तो हमें लाभ की जगह हानि देता है नीलम की आप किसी भी द्रव्य प्रदार्थ में डाल कर भी परख सकते हैं जैसे अगर आप दूध में नीलम रखेगे तो दूध नीला नजर आने लग जाएगा क्योंकि नीलम प्रकाश की सभी किरणों को प्रिकिर्णीन करता है। इसके अलावा आप दूध की जगह पानी से जांच कर सकते है। इसके द्वारा की गई किरणें स्पश्ट दिखाई पड़ती है।
# नीलम की उच्च व निम्न कोटि के होते हैं अगर आपके द्वारा धारण किया गया नीलम उच्च कोटि का है तो रात में भी अधिक परीकिरण कर प्रकाश स्रोत की तरह कार्य करेगा।
# अगर आप ध्यान से नीलम को देखेंगे तो उसमें दो परत दिखाई देगी जो सूर्य के प्रकाश को दो बार परावर्तित कर इससे प्रकाश की कम किरणों से भी अधिक प्रकाश उत्पन हो जाता है।
अब आपको ज्ञात करवाती हैं कौन से नीलम धारण करने पर आप पर क्या प्रभाव पड़ता है:
# दो रंग वाला नीलम धारण करेंगी तो आप को संतान वह पत्नी का जीवन कष्ट में होगा।
# यदि आप द्वारा धारण किया गया नीलम चिरा या क्रोश लगा है तो उससे आप हड्डी वाला नियम आपको शत्रुओं में घेर देगा.
# अगर नीलम हल्का रंग का हो धूदिया हो तो उसका दुष्प्रभाव यह होगा कि आप हर बार एक विपरित में गिरते जाएंगे ।
# शनि रतन नीलम जिसमें कुछ धब्बे होते हैं उसके बारे में जानते हैं अगर नीलम में छोटे काले धब्बे हैं तो वह आपके लिए अत्यंत हानिकारक साबित होगा।
# यदि लाल बिंदु नीलम में है तो यह आपके संतान सुख को नष्ट कर देगा।
# अगर सफेद धब्बे है तो आप की दुर्घटना होने की आशंका बढ़ जाती है।
नीली रत्न क्या है !!
# नीली रत्न उपरत्न है जिसका फायदा नीलम के हिसाब से 20% ही है नीली बोहत कम लोग पहनते है क्योंकि ये बहुत ही महगा है इसकी कीमत लाखों में है यह नीलम से बहुत ज्यादा महगा है नीलम की कीमत इसके सामने ना के बराबर है नीली पहनेने के कुछ फायदे है कुछ नुकसान भी नीलम की तरह ही।
# नीली भी किसी विशेष राशि के अनुसार पहना जाता है इसको हर कोई राशि के अनुसार नहीं पहन सकता और कीमत के अनुसार भी इसको नहीं पहन सकता और खास बात यह है इसको पहनने के लिए 5 धातु की मिश्रण धातु में पहना जाता है नीलम के बाद यही एक उप रत्न है जिसकी कीमत लगभग 6लाख है इसको शनिवार को श्याम के टाइम पहना सकता है।
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