नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Marketing and Selling” अर्थात “विपणन और बिक्री” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “विपणन और बिक्री क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. हमने अक्सर मार्केटिंग और सेलिंग शब्द तो सुने ही होते हैं. जिसमे मार्केटिंग का कार्य खरीदार की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करना होता है और फिर उन जरूरतों को पूरा करने के लिए साधनों की पहचान की करना होता है और सेलिंग अवधारणा विक्रेता की जरूरतों पर जोर देता है इसलिए, विक्रेता ही वो व्यक्ति है जो बाजार पर शासन करता है। आज हम आपको इन्ही के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
विपणन क्या है | What is Marketing in Hindi !!
मार्केटिंग भी एक प्रकार का बिज़नेस आईडिया होता है, जो ये बताती है कि कंपनी की सफलता उसके प्रतिद्वंदी से कितनी इफेक्टिव है, जो लक्ष्य बाजार में अधिक ग्राहक मूल्य का उत्पादन, वितरण और संचार करती है। इसमें मुख्य रूप चार एलिमेंट्स का प्रयोग होता है जैसे: टारगेट मार्किट, इंटीग्रेटेड मार्केटिंग, कस्टमर नीड और प्रोफिटेबिलिटी. जिसमे सबसे पहले एक विशिष्ट मार्किट को टारगेट किया जाता है उसके बाद कस्टमर की जरूरतों का पता लगाया जाता है फिर कस्टमर से कैसे डील कर के उन्हें अपने कार्य और सर्विस से संतुष्ट किया जाये इस बात पर ध्यान दिया जाता है उसके बाद उससे मिले फायदे का मूल्यांकन किया जाता है.
बिक्री क्या है | What is Selling in Hindi !!
अब बात आती सेलिंग की तो ये भी एक कांसेप्ट होता है जिसमे जब कस्टमर और बिज़नेस को अलग-थलग छोड़ दिया जाता है, तो कस्टमर कंपनी द्वारा निर्मित पर्याप्त उत्पादों को खरीदने नहीं जाता है. तो इस स्थिति में फर्म ये देखती है कि कस्टमर उस उत्पाद को नहीं खरीद रहा है तो वो उसपे sale लगा देता है, जिसमे कुछ डिस्काउंट देता है, जिससे कस्टमर उन उत्पाद की ओर आकर्षित हो जाता है और सामान पूर्ण रूप से बेचा जा पाता है. सेलिंग का मुख्य उद्देश्य कंपनी का सारा उत्पाद बेचना होता है.
कस्टमर चाहता है कि उसे उत्पादों को खरीदने के लिए प्रेरित किया जाए, जिसके लिए उसे आक्रामक बिक्री और प्रचार तकनीकों के माध्यम से जैसे विज्ञापन, व्यक्तिगत बिक्री और बिक्री, आदि से लुभाया जाये। सेलिंग का मुख्य उद्देश्य यह है कि कंपनी जो कुछ भी पैदा करती है उसे बेचा जा सके. जिसके लिए उन उत्पादों का प्रोमोशन, आदि किया जा सकता है.
Difference Between Marketing and Selling Concept in Hindi | विपणन और बिक्री में क्या अंतर है !!
# सेलिंग कांसेप्ट एक व्यावसायिक धारणा है, जिसमें कहा गया है कि यदि उपभोक्ता और व्यवसाय अप्रयुक्त रहेंगे, तो संगठन के उत्पाद की पर्याप्त बिक्री नहीं होगी जबकि मार्केटिंग कॉन्सेप्ट एक बिजनेस ओरिएंटेशन है जो ग्राहकों को संतुष्टि प्रदान करने में दूसरों से बेहतर बनकर संगठनात्मक लक्ष्यों को पूरा करने की बात करता है।
# सेलिंग फैक्ट्री से शुरू होता है जबकि मार्केटिंग टारगेट मार्केट से शुरू होता है.
# सेलिंग में उत्पाद पर ध्यान दिया जाता है जबकि मार्केटिंग में कस्टमर की जरूरतों को टारगेट किया जाता है.
# सेलिंग का Perspective, Inside-out होता है जबकि मार्केटिंग का Perspective, Outside-in होता है.
# सेलिंग में बिज़नेस प्लानिंग कम समय के लिए होती है जबकि मार्केटिंग में बिज़नेस प्लानिंग में लम्बे समय के लिए होती है.
# सेलिंग Volume oriented होती है जबकि मार्केटिंग Profit oriented होती है.
# सीलिंग में बनाने की कीमत देखते हैं और मार्केटिंग में Market determination देखते हैं.
# सेलिंग का अर्थ भारी बिक्री और संवर्धन है और मार्केटंग का अर्थ एकीकृत विपणन है.
दोस्तों आपको जानकारी कैसी लगी हमे अपने सुझाव देना न भूले। धन्यवाद !!