You are currently viewing (Journal & Ledger) पत्रिका और खाता बही में क्या अंतर है !!

(Journal & Ledger) पत्रिका और खाता बही में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Journal और Ledger” अर्थात “पत्रिका और खाता बही” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “पत्रिका और खाता बही क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. बुककीपिंग के Double entry system के अनुसार कोई भी लेन देन सदैव दो अकाउंट को प्रभावित करता है. इसमें एक प्रॉपर रिकॉर्डिंग प्रोसेस होती है, जो प्रत्येक ट्रांसक्शन को रिकॉर्ड करती है, जिसे एकाउंटिंग प्रोसेस भी कहा जाता है.

ये प्रोसेस journal अर्थात पत्रिका से शुरू होती है और ledger, trial balance, और final accounts तक जाती है. जिसमे Journal अर्थात पत्रिका और Ledger अर्थात खाता बही दो स्तम्भ की भांति होते हैं, जिनका काम अंतिम अकाउंट के लिए एक बेस बनाना है. जिसमे पत्रिका वो किताब है, जिसमे वो सारे ट्रांसक्शन की जानकारी रखी जाती है जो तुरंत होते हैं और जब कोई ट्रांसक्शन क्लासिफाइड और ट्रांसफर होने में जगह लेते हैं तो वो Ledger अर्थात खाता बही होते हैं.

पत्रिका क्या है | What is Journal in Hindi !!

पत्रिका क्या है | What is Journal in Hindi !!

पत्रिका (Journal) एक subsidiary day book होती है, जिसमे मौद्रिक लेनदेन पहली बार दर्ज किए जाते हैं, जब भी वो होते हैं. इसमें दर्ज होने वाले ट्रांसक्शन रिकॉर्ड नियमित रूप से क्रमबद्ध तरीके से किए जाते हैं, जिसके जरिये इन्हे भविष्य में अच्छे से संदर्भित किया जा सके. ये उन दोनों अकाउंट के लिए कार्य करता है, जिनके ट्रांसक्शन से अकाउंट प्रभावित होता है. जैसे कि: जिसमे एक पर डेबिट किया जाता है और दूसरे को समान राशि के साथ क्रेडिट किया जाता है।

प्रत्येक एंट्री के लिए एक शार्ट नोट दिया जाता है, जिसमे ट्रांसक्शन की संक्षिप्त जानकारी रहती है. जिसे Narration के रूप में जाना जाता है. और पत्रिका में पूरी रिकॉर्डिंग की प्रक्रिया को Journalizing के रूप में जाना जाता है। इसमें पांच कॉलम होते हैं जैसे: Date, Particulars, Ledger Folio, Debit, और Credit.

खाता बही क्या है | What is Ledger in Hindi !!

खाता बही क्या है | What is Ledger in Hindi !!

खाता बही (ledger) एक दूसरी और principal book अर्थात व्यवसाय व व्यापारी की प्रधान बही होती है. जिसमे खातों के समूह होते हैं, जिनमे पत्रिका से सभी ट्रांसक्शन स्थानांतरित किये जाते है. जब एक बार सभी ट्रांसक्शन पत्रिका में रिकॉर्ड कर दिए जाते हैं, उसके बाद उन्हें अलग-अलग खातों में वर्गीकृत और पोस्ट कर दिया जाता है। Real, personal और nominal accounts के सेट को जहां खाता के अनुसार सारा रिकॉर्ड दर्ज किया जाता है, उसे खाता बही (Ledger) के रूप में जाना जाता है.

Difference between Journal and Ledger in Hindi | पत्रिका और खाता बही में क्या अंतर है !!

# पत्रिका वो किताब है, जहाँ पहली बार फाइनेंसियल ट्रांसक्शन रिकॉर्ड किये जाते हैं और खाता बही वो है,जिसमे खातों के समूह होते हैं, जिनमे पत्रिका अर्थात Journal से सभी ट्रांसक्शन स्थानांतरित किये जाते है. ये एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है किसी भी अकाउंट की.

# पत्रिका को एक subsidiary book के रूप में जाना जाता है और खाता बही को एक principal book अर्थात व्यवसाय व व्यापारी की प्रधान बही के रूप में जाना जाता है.

# पत्रिका को original entry की बुक के रूप में भी जाना जाता है क्यूंकि इसमें सभी पहले ट्रांसक्शन की डिटेल्स रिकॉर्ड की जाती है, जबकि खाता बही को second entry की बुक के रूप में जाना जाता है, क्यूंकि इसमें पत्रिका द्वारा सारा रिकॉर्ड स्थानांतरित किया जाता है.

# पत्रिका में लेन देन को chronological order में रिकॉर्ड किया जाता है, जिससे रिकॉर्ड रखने में आसानी हो, जबकि खाता बही में लेन देन को analytical order में रिकॉर्ड किया जाता है, क्यूंकि इनके अपने कुछ नियम होते हैं और इन्हे सुरक्षा के साथ व्यवस्थित करना आवश्यक है.

पत्रिका में लेनदेन को क्रमिक रूप में रखा जाता हैं जबकि खाता बही में, खातों के आधार पर लेनदेन की डिटेल्स दर्ज की जाती है।

# पत्रिका में Debit और Credit के कॉलम होते हैं जबकि खाता बही में इनके विपरीत दिशा होती हैं. जिनसे इनमे अंतर आसानी से किया जा सकता है.

# पत्रिका में एंट्री के लिए वर्णन की आवश्यकता होती है जबकि खाता बही में वर्णन की आवश्यकता नहीं होती है, क्यूंकि इसमें रखा गया रिकॉर्ड पत्रिका द्वारा ही आता है.

# खाता बही को संतुलित रखना आवश्यक होता है जबकि पत्रिका को नहीं.

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से कुछ लाभ अवश्य मिला होगा और साथ ही आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग पसंद भी आया होगा. यदि फिर भी आपको कोई त्रुटि हमारे ब्लॉग में दिखाई दे, या कोई सवाल या सुझाव आपके मन में हो. तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम आपकी उम्मीदों पे खरा उतर पाएं। धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!

Leave a Reply