You are currently viewing (HRM & Personnel Management) HRM और कार्मिक प्रबंधन में क्या अंतर है !!

(HRM & Personnel Management) HRM और कार्मिक प्रबंधन में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “HRM और Personnel Management” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बतायंगे कि “HRM और Personnel Management क्या है और इनमे क्या अंतर है?”. इन दोनों में पाया जाने वाला सबसे बड़ा अंतर इनके स्कोप और ओरिएंटेशन में होता है. क्यूंकि Personnel Management का स्कोप एक सीमा तक ही होता है और HRM का स्कोप विशाल होता है. दोनों के कार्य करने के तरीके और दृश्टिकोण भी एक दूसरे से बहुत भिन्न हैं, जिन्हे आज हम आपको बताने का प्रयास करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

HRM (मानव संसाधन प्रबंधन) क्या है | What is HRM (Human Resource Management) in Hindi !!

HRM (मानव संसाधन प्रबंधन) क्या है | What is HRM (Human Resource Management) in Hindi !!

HRM का पूरा नाम “Human Resource Management” है, जिसे हिंदी में “मानव संसाधन प्रबंधन” के नाम से जाना जाता है. ये मैनेजमेंट की एक विशेष और संगठित शाखा का रूप है, जिसके द्वारा काम पर लोगों के अधिग्रहण, रखरखाव, विकास, उपयोग और समन्वय, आदि को सम्भला जाता है और इन प्रक्रियों को आर्गेनाइजेशन को फायदा पहुंचाने के लिए चलाया गया है.

इनका मुख्य उद्देश्य लोगों द्वारा अच्छा रिजल्ट आर्गेनाइजेशन को दिलाना है और साथ ही कर्मचारियों की मांग पर भी ध्यान देना है. HRM का कार्य मानव संसाधन की जरूरतों और मांगों, चयन, प्रशिक्षण, क्षतिपूर्ति और प्रदर्शन मूल्यांकन के लिए नियोजन के एक व्यवस्थित कार्य को पूर्ण करना है. जिनसे इन सारी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

HRM योग्य और इच्छुक कार्यबल की उपलब्धता सुनिश्चित करने की एक सतत प्रक्रिया को परिभाषित करता है. HRM में इन गतिविधियों का एक व्यापक स्पेक्ट्रम शामिल होता है:

  • रोज़गार
  • औद्योगिक संबंध
  • भर्ती और चयन
  • शिक्षा
  • कर्मचारी सेवा
  • प्रशिक्षण और विकास
  • काम करने की स्थिति
  • मूल्यांकन
  • वेतन और मजदूरी
  • स्वास्थ्य और सुरक्षा

कार्मिक प्रबंधन क्या है | What is Personnel Management in Hindi !!

कार्मिक प्रबंधन क्या है | What is Personnel Management in Hindi !!

Personnel Management को हिंदी में “कार्मिक प्रबंधन” के रूप में जाना जाता है, जो Management का एक हिस्सा होता है, जिसका कार्य रिक्रूटमेंट, हायरिंग, स्टाफिंग, विकास और कार्यबल के मुआवजे और संगठन के साथ उनके संबंध से संबंधित कार्यों को सम्भलना और उस पर काम करना है. इन्हे दो भागो में बाटा गया है:

संचालन कार्य: जो गतिविधियाँ, खरीद, विकास, मुआवजा, नौकरी मूल्यांकन, कर्मचारी कल्याण, उपयोग, रखरखाव और सामूहिक सौदेबाजी से संबंधित रहती हैं वो सब संचालन कार्य के अंतर्गत आती हैं.

प्रबंधकीय कार्य: वे बुनियादी प्रबंधकीय गतिविधियाँ जो Personnel Management द्वारा नियोजन, आयोजन, निर्देशन, प्रेरणा, नियंत्रण और समन्वय, आदि को संभालती हैं, वो प्रबंधकीय कार्य कहलाती हैं.

जिस प्रकार आज के समय में इंसानो की जगह मशीनो ने ले ली है, उसी प्रकार Personnel Management की जगह HRM ले चूका है.

Difference between HRM and Personnel Management in Hindi | HRM और कार्मिक प्रबंधन में क्या अंतर है !!

# मैनेजमेंट का एक पहलू जो कार्यबल से संबंधित होता है और इस इकाई के साथ उनके संबंध को Personnel Management के रूप में जाना जाता है जबकि HRM का कार्य कर्मचारियों से उनके हुनर के अनुसार काम लेके आर्गेनाइजेशन को फायदा पहुँचाना है. ये भी मैनेजमेंट की एक ब्रांच होती है.

# Personnel Management के काम करने का तरीका पुराना और HRM का नया है.

# Personnel Management में कर्मचारियों को tools या machines की तरह समझा जाता है जबकि Human Resource Management में कर्मचारियों को आर्गेनाइजेशन के एक महत्वपूर्ण asset के रूप में देखा जाता है.

# Personnel Management में decision making पावर मंद होती हैं HRM की अपेक्षा.

Personal Management में, नौकरी का मूल्यांकन किया जाता है और उसी के अनुसार वेतन दिया जाता है। वहीं HRM में वेतन का आधार प्रदर्शन मूल्यांकन होता है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!

Leave a Reply