नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Hinayana and Mahayana” अर्थात “हीनयान और महायान” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “हीनयान और महायान क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोस्तों जैसा कि हम जानते हैं कि दोनों ही भगवान बुद्ध के धर्म से जुड़े हैं. लेकिन दोनों में अंतर क्या है, इसमें लोगों को काफी दुविधा बनी रही है. इसलिए आज हम आपको इसी के विषय में बताने का प्रयास करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
हीनयान क्या है | What is Hinayana in Hindi !!
भगवान बुद्ध के निर्वाण के 100 के वर्ष के बाद ही बौद्धों में मतभेद की समस्या उत्त्पन्न होने लगी. इन हालातों को देखते हुए वैशाली में सम्पन्न द्वितीय बौद्ध संगीति में थेर भिक्षुओं ने विवश होके मतभेद रखने वाले सभी भिक्षुओं को संघ से बाहर निकालने का फैसला किया. और उन्हें संघ से बाहर कर दिया. उसके बाद जिन भिक्षुओं ने अन्य भिक्षु को संघ से बाहर निकाला था, उन्हें निकाले गए भिक्षुओं द्वारा ‘हीनसांघिक’ नाम दिया गया जो आगे चल कर हीनयान के रूप में जाने गए.
महायान क्या है | What is The Mahayana in Hindi !!
जिन भिक्षुओं के मन में मतभेद उत्पन्न होने के कारण वैशाली में सम्पन्न द्वितीय बौद्ध संगीति में थेर भिक्षुओं ने उन्हें संघ से निकाला था, उन्होंने खुद का एक अलग संघ स्थापित कर लिया और उस संघ को ‘महासांघिक’ नाम देके सम्बोधित किया, जो कालांतर में महायान के नाम से जाना गया.
Difference between Hinayana and Mahayana in Hindi | हीनयान और महायान में क्या अंतर है !!
# जिन भिक्षुओं ने बौद्ध के बताए मार्ग को चुना वो हीनयान कहलाये और जिन भिक्षुओं ने अपना अलग संघ बना लिया और गौतम बुद्ध के बताये मार्ग को नहीं चुना वो महायान कहलाये.
# जिन्होंने आत्म अनुशासन और ध्यान के माध्यम से व्यक्तिगत मोक्ष की मांग की वो हीनयान थे और जिन्होंने बुद्ध और बोद्धिसत्व की कृपा और सहायता का सभी से प्रणाम मांगा वो महायान थे.
# हीनयान मूर्ति पूजा को नहीं मानते थे जबकि महायान मूर्ति पूजा को मानते हैं.
# हीनयान पाली भाषा का समर्थन करते हैं जबकि महायान संस्कृत भाषा का समर्थन करते हैं.
# हीनयान को दक्षिण भारत जैसे: श्री लंका, बर्मा, स्याम (थाईलैंड) आदि में माना गया जबकि महायान को जापान, चीन कोरिया, आदि में माना गया, जो उत्तर भारत की ओर थे.
# हीनयान दो भागों में बांटा गया पहला वैभाषिक और सौतांत्रिक और महायान भी दो भागों में बांटा गया पहला मधमिका और दूसरा योगाचार.
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