नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “Hard Disk and Floppy Disk” अर्थात “हार्ड डिस्क और फ्लॉपी डिस्क” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “हार्ड डिस्क और फ्लॉपी डिस्क क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही स्टोरेज के लिए बनाई गयी डिस्क हैं, जिनमे क्या अंतर होता है, आज हम आपको ये बताएंगे. तो चलिए शुरू करते आज का टॉपिक.
सूची
हार्ड डिस्क क्या है | What is Hard Disk in Hindi !!
हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD), जिसे हम हार्ड डिस्क या फिक्स्ड डिस्क के नाम से भी जानते हैं, ये एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल डाटा स्टोरेज डिवाइस होती है, जो मैग्नेटिक मटेरियल के साथ कोटेड एक या एक से अधिक कठोर तेजी से घूर्णन डिस्क (प्लैटर) का उपयोग करके डिजिटल जानकारी को संग्रहीत और पुनर्प्राप्त करने के लिए मैग्नेटिक स्टोरेज का प्रयोग करती है। प्लॉटर्स को मैग्नेटिक हेड्स के साथ जोड़ा जाता है, आमतौर पर एक चलती एक्ट्यूएटर आर्म पर व्यवस्थित होता है, जो प्लैटर सरफेस पर डेटा पढ़ता और लिखता है.
फ्लॉपी डिस्क क्या है | What is Floppy Disk in Hindi !!
फ्लॉपी डिस्क को हम फ्लॉपी, डिस्केट और केवल डिस्क के नाम से भी जानते हैं. ये एक तरह का डिस्क स्टोरेज है, जिसे पतले और लचीले मैग्नेटिक स्टोरेज माध्यम की डिस्क से बनाया जाता है, जो फैब्रिक से अटे हुए आयताकार प्लास्टिक एन्क्लोज़र लाइन में सील होता है जो धूल के कणों को हटाने का काम करता है। फ्लॉपी डिस्क को एक फ्लॉपी डिस्क ड्राइव (FDD) द्वारा रीड और राइट किया जाता है।
Difference between Hard Disk and Floppy Disk in Hindi | हार्ड डिस्क और फ्लॉपी डिस्क में क्या अंतर है !!
# हार्ड डिस्क में अधिक डाटा स्टोर करने की क्षमता होती है लगभग 2 TB तक जबकि फ्लॉपी डिस्क में केवल 1.44 MB तक ही स्टोरेज क्षमता होती है.
# हार्ड डिस्क मैकेनिकल डिवाइस के भाग में चलती है जबकि फ्लॉपी डिस्क प्लास्टिक के बाड़े में चलती है.
# फ्लॉपी डिस्क तब ही चलती है जब इसे डिवाइस में डाला जाता है जबकि हार्ड डिस्क डिवाइस के इंटरनल पार्ट्स के साथ तब चलना शुरू कर देती है जब उसे बिजली प्राप्त होती है.
# एक हार्ड डिस्क जो अक्सर कंप्यूटर के जीवन के लिए स्थापित होती है जबकि फ्लॉपी डिस्क को अपनी जरूरत के अनुसार कंप्यूटर में कनेक्ट करते हैं और जब चाहते हैं तो निकाल लेते हैं.
# हार्ड डिस्क ड्राइव की टेक्नोलॉजी दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है जबकि फ्लॉपी डिस्क का प्रयोग अब बहुत कम हो चूका है, इसका प्रयोग अब बस नाम मात्र का होता है.