नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “GSM और GPRS” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “GSM और GPRS क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही आज के समय में बड़ी प्रोधोगिकी का हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन अक्सर लोग इनके नाम को लेके कंफ्यूज हो जाते हैं. इसलिए आज हम आपको इनके बीच के अंतर को बताने जा रहे हैं. तो चलिए अधिक समय न नष्ट करते हुए काम की बात करते हैं.
सूची
GSM क्या है | What is GSM in Hindi !!
GSM का फुल फॉर्म “Global System for Mobile Communication” होता है. इसे लोग एक वर्ल्डवाइड लेवल की जानी मानी डिजिटल सेलुलर टेलीफोनी के रूप में जानते है. इसका निर्माण Europeans के द्वारा हुआ था और इसे 1982 में ETSI ने लांच किया. जिसके बाद अधिकतर जगहों में इसका प्रयोग सुचारु रूप होने लग गया था. वर्तमान में अधिकर मोबाइल नेटवर्क कंपनी GSM सर्विस प्रोवाइड कर रही हैं. और इनका प्रयोग 213 से अधिक देशों में किया जा रहा है. इसकी सुविधओं को देखते हुए आज के समय में 82.4% से अधिक लोग GSM का प्रयोग कर रहे हैं.
GSM के अंदर narrow band Time Division Multiple Access (TDMA) technique का प्रयोग किया गया है. इसके साथ ही इसमें सिंगल circuit-switched का प्रयोग होता है जिसके द्वारा सभी 200kHz channel को 8 25kHz time slots में डेविड कर दिया जाता है.
GSM network को पूरी दुनिया में 900MHz और 1800MHz के mobile communication bands के रूप में operate करते है. इसे तीन भाग में बाटा गया हैं : The Switching System(SS), the Base Station System (BSS) और the Operation and Support System (OSS).
GPRS क्या है | What is GPRS in Hindi !!
GPRS का फुल फॉर्म “General Packet Radio Service” है, जो एक data transmission technology है, इसका उपयोग 2G GSM cellular phones के जरिये किया जाता है. GPRS, IP (इंटरनेट प्रोटोकॉल) का उपयोग करके 3G (HSPA) या 4G (LTE) की तुलना में अपेक्षाकृत धीमी दर पर सामान्य डेटा के प्रसारण और प्राप्ति के लिए अनुमति प्रदान करता है।
एक सेलुलर फोन में GPRS data capability के साथ ही इसके स्थान को निर्धारित करने के लिए GPS रिसीवर का प्रयोग किया जाता है.
Difference between GSM and GPRS in Hindi | GSM और GPRS में क्या अंतर है !!
# GSM 2G technologies का मानक वाहक है जबकि GPRS, basic GSM features पर अपग्रेड है. GPRS, मोबाइल हैंडसेट को standard GSM की तुलना में बहुत अधिक डाटा स्पीड प्राप्त करने में मदद करता है।
# GSM का प्रयोग circuit switching traffic के लिए होता है जबकि GPRS का प्रयोग packet switching traffic के लिए होता है.
# GSM में location area concept का प्रयोग होता है जबकि GPRS में routing area concept का प्रयोग होता है.
# GSM में UE दो स्टेट में होती है जिसमे पहला IDLE और दूसरा READY होता है जबकि GPRS में UE तीन स्टेट में होता है, जिसमे पहला IDLE, दूसरा READY और आखिरी STANDBY होता है.
# GSM में ट्रैफिक और सिग्नलिंग विभिन्न मल्टी-फ्रेम संरचना का पालन करते हैं जबकि GPRS में ट्रैफिक और सिग्नलिंग दोनों समान मल्टी-फ्रेम संरचना का पालन करते हैं.
# GSM में uplink और downlink में टाइम स्लॉट allocate किये जाते है इन रेडियो resource के allocation के कारण GSM को Symmetric भी कहा जाता है जबकि GPRS में रेडियो resource allocation asymmetric होते हैं, क्यूंकि इसमें टाइम स्लॉट केवल downlink को allocate किया जा सकता है uplink को नहीं.
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