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सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी क्या है और इनमें क्या अंतर होता है?”. कई लोगों के मन में इन दोनों को लेके सवाल रहता है. जिन्हे आज हम सुलझाने की कोशिश करेंगे. आज हम इसी टॉपिक को अपने ब्लॉग के जरिये आप तक पहुचाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

सरकारी नौकरी क्या है | What is Government job in Hindi !!

सरकारी नौकरी क्या है | What is Government job in Hindi !!

सरकारी नौकरी को अंग्रेजी में Government job भी कहा जाता है. ये वो नौकरी होती हैं, जिन्हे सरकार द्वारा बनाई गए नियमों के साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही आर्गेनाइजेशन में दी जाती है. इसमें भुगतान भी सरकार द्वारा मिलता है. ये एक परमानेंट जॉब होती है, जिसके अंतर्गत आपको एक निश्चित आयु से पहले कोई नहीं निकाल सकता। इसमें 60 वर्ष की आयु सभी सरकारी क्षेत्रों के लिए निश्चित की गयी, जिसके बाद आपको आपकी नौकरी से रिटायर किया जाता है.

प्राइवेट नौकरी क्या है | What is a Private job in Hindi !!

प्राइवेट नौकरी क्या है | What is a Private job in Hindi !!

प्राइवेट नौकरी वो नौकरी होती है, जिसमे सरकार द्वारा भुगतान नहीं किया जाता है. कोई भी व्यक्ति अपनी निजी कंपनी खोल के उसमे सरकार के हस्तक्षेप किये बिना, एम्प्लॉय को नौकरी देता है और उसका भुगतान खुद प्राइवेट कंपनी अर्थात वो व्यक्ति जो उसका फाउंडर है वो करता है. तो ऐसी नौकरी को प्राइवेट नौकरी कहते हैं. प्राइवेट नौकरी को टेम्परोरी नौकरी भी कहा जाता है. क्यूंकि इसमें मालिक कभी भी आपको निकाल सकता है या आप भी कभी भी नौकरी छोड़ सकते हैं. इसमें सरकारी नौकरी की अपेक्षा काम अधिक होता है.

Difference between Government Job and Private Job in Hindi | सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में क्या अंतर है !!

# सरकारी नौकरी सरकार द्वारा नियंत्रित की जाती हैं जबकि प्राइवेट नौकरी को कंपनी का फाउंडर खुद नियंत्रित करता है.

# सरकारी नौकरी परमानेंट और प्राइवेट नौकरी टेम्पोरोरी होती हैं.

# सरकारी नौकरी की अपेक्षा प्राइवेट नौकरी में काम अधिक होता है.

# सरकारी नौकरी में आपकी ग्रोथ सरकार के ऊपर निर्भर करती है जबकि प्राइवेट नौकरी में आपकी ग्रोथ आपकी स्किल पे निर्भर करती है.

# सरकारी नौकरी में एक निश्चित आयु के बाद आप काम नहीं कर सकते जबकि प्राइवेट नौकरी में आप जब तक चाहें काम कर सकते हैं.

# सरकारी नौकरी की अपेक्षा प्राइवेट नौकरी में ग्रोथ तेज़ी से होती है.

# सरकारी एम्प्लॉय को भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है जबकि प्राइवेट नौकरी में भुगतान कंपनी द्वारा किया जाता है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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