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(Economic Growth & Development) आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Economic growth and Economic development” अर्थात “आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास” के विषय बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. कई बेचलर कोर्स कर रहे स्टूडेंट का एक सवाल रहता है कि “आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास में क्या अंतर है?”. यही सवाल हमे भी हमारे कमेंट बॉक्स के जरिये प्राप्त हुआ. जिसके बाद हमने सोचा कि क्यों न उन स्टूडेंट के सवाल का जबाब दिया जाये, जिनका ये सवाल है. फिर क्या था, आज हम आपके सामने आ चुके हैं इसका उत्तर लेके. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

आर्थिक संवृद्धि क्या है | What is Economic Growth in Hindi !!

आर्थिक संवृद्धि क्या है | What is Economic Growth in Hindi !!

आर्थिक संवृद्धि एक लघु धारणा है. आर्थिक संवृद्धि (Economic growth) को यदि आसान भाषा में समझाया जाये तो, किसी भी देश की GDP के increase होने पर Economic growth होती है. हम ऐसे भी कह सकते हैं, कि किसी देश की एग्रीगेट डिमांड और एग्रीगेट सप्लाई में बढ़ोत्तरी होने पर Economic growth होती है. जितना आर्थिक संवृद्धि होगी उतना ही देश के गरीबों की संख्या कम होती है और देश के सकल घरेलू उत्पाद, प्रति व्यक्ति आय, आदि में वृद्धि होती है.

आर्थिक विकास क्या है | What is Economic Development in Hindi !!

आर्थिक विकास क्या है | What is Economic Development in Hindi !!

आर्थिक विकास (economic development) का अर्थ किसी देश की आधारभूत संरचना की मजबूती, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों से होता है. इसमें व्यक्ति के रहन सहन में विकास होना, देश के स्कूल, अस्पताल, इंफ्रास्ट्रक्चर, आदि में विकास होना, आदि शामिल है. आर्थिक विकास एक वृहत धारणा है, जिसमे देशवासियो के रहन सहन में सुधार लाया जाता है.

आर्थिक संवृद्धि क्या है | What is Economic Growth in Hindi !!

Difference between Economic Growth and Economic Development in Hindi | आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास में क्या अंतर है !!

# सत्तर के दशक के पूर्व आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास दोनों का अर्थ समान था परन्तु इस दशक के बाद के अर्थशास्त्रियों ने इसमें भेद करना शुरू कर दिया और अब इन दोनों शब्दों को अलग अलग अर्थों में प्रयोग किया जाता है.

# आर्थिक संवृद्धि होने के बाद ही आर्थिक विकास हो सकता है.

आर्थिक संवृद्धि एक लघु धारणा है जबकि आर्थिक विकास एक वृहत धारणा है.

# आर्थिक संवृद्धि की धारणा आर्थिक विकास के अंदर शामिल है.

# आर्थिक संवृद्धि देश के जीडीपी के बढ़ने पर होती है जबकि आर्थिक विकास का सम्बन्ध देश के संवांगीर्ण विकास से सम्बंधित है.

आर्थिक संवृद्धि का सम्बन्ध विकसित देशों से रहता है और आर्थिक विकास का सम्बन्ध विकासशील देशों से होता है.

# आर्थिक संवृद्धि में एग्रीगेट डिमांड और एग्रीगेट सप्लाई शामिल होती है जबकि आर्थिक विकास में सम्पूर्ण देश या समाज के विकास की बात की जाती है अर्थात इसमें व्यक्ति के रहन सहन, घर, अस्पताल, स्कूल, इंफ्रास्ट्रक्चर में विकास शामिल है.

हम और हमारे टीम के सदस्य पूरी आशा करते है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे और यदि आपको और अन्य किसी प्रकार की जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं | इन सब के अलावा अगर आलेख में कोई आप गलती पाते हैं तो वो भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमे जरूर बताएं ताकि हम आगे आने वाले आलेख में सुधार कर पाए और आपको एक बेहतर सूचना से अवगत करा सके|

Ankita Shukla

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