नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको दूध से बनने वाले दो पदार्थ के बारे में बताएंगे। जिसमे पहला butter और दूसरा Ghee है. लोगों के कई कमेंट में ये समान सवाल पाने के बाद हमारे मन में भी एक सवाल उतपन्न हुआ कि आखिर butter और Ghee को लोगों को समझने में इतनी दिक्क्त क्यों आ रही है? इसी सब बातों का जबाब हमने निकालने की कोशिश की है इस टॉपिक में. इस टॉपिक में हम आपको बताएंगे कि “Butter और Ghee क्या होता है और इनमे क्या अंतर है.” तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
मक्खन क्या है | What is Butter in Hindi !!
दूध के ऊपर जब क्रीम की मोटी परत जम जाती है उसे फैट अर्थात वसा कहते हैं. इसी ताज़े और बासे क्रीम, दूध, दही को मथ के butter बनाया जाता है. Butter में 80% वसा होता है. ये butter milk, पानी और milk fat के मिश्रण से बनता है. ये गर्म तापमान में पिघल जाता है और ठंडे तापमान में जम जाता है इसे हम द्रव पदार्थ के रूप में भी जान सकते हैं. भारत में अधिकतर इसका प्रयोग पराठे, रोटी, डबल रोटी, सैंडविच आदि के ऊपर लगा के खाते हैं.
घी क्या होता है | What is Ghee in Hindi !!
Ghee भी एक दूध का ही उत्पाद होता है जो butter को काफी समय तक गर्म करने के बाद बनता है. इसे भारत, पाकिस्तान जैसे देशों में अधिक प्रयोग किया जाता है. ये भारत में रोजाना में खाया जाने वाला पदार्थ है और ये भी गर्म तापमान में गर्म और ठंडे तापमान में ठंडा होता है. घी आँखों और शरीर में ताकत के लिए बहुत फायदेमंद भी होता है. घी का प्रयोग हिन्दू लोग हवन, पूजा और दीपक जलाने आदि में भी करते हैं.
Difference between Butter and Ghee in Hindi | मक्खन और घी में क्या अंतर है !!
# Butter दूध की क्रीम से बनता है और घी खुद बटर अर्थात मक्खन से बनता है.
# Butter में 80% फैट होता है जबकि घी में इतना फैट नहीं होता है.
# Butter को दही, क्रीम को मथ के बनाया जाता है जबकि घी को मक्खन और क्रीम को काफी समय तक गर्म कर के बनाया जाता है.
# Butter में मिल्क फैट + पानी + बटर मिल्क होता है जबकि घी में पानी और बटर काफी समय तक गर्म करने के कारण खत्म हो चूका होता है.
# बटर और घी दोनों द्रव पदार्थ होते हैं जो गर्म होने पे पिघलते हैं और ठंडा होने पे जमते हैं.
# मक्खन 325-375 डिग्री फारेनहाइट पर जलने लगता है जबकि घी 375-485 डिग्री फारेनहाइट पे जलना शुरू होता है.
# इसलिए जब उच्च तापमान पे खाना बनाना होता है तो घी का प्रयोग किया जाता मक्खन के स्थान पे.
# घी मक्खन से अधिक स्वस्थ होता है.
# बटर के अपेक्षा घी उच्च तापमान पे बनता है इसलिए घी में बैक्टीरिया और माइक्रो ऑर्गैनिस्म नहीं होता है.
# घी को मक्खन के अपेक्षा अधिक समय तक प्रयोग किया जा सकता है क्यूंकि अधिक तापमान पे पकने के कारण घी में पानी बिलकुल नहीं होता जिसके कारण इसे किसी एयरटाइट डब्बे में आराम से स्टोर कर के अधिक समय तक रखा जा सकता है.
# मक्खन को फ्रिज आदि में रखने की आवश्यकता होती है नहीं तो वो ख़राब हो सकता है लेकिन घी को 6-7 महीने तक आराम से उसके समान रंग और स्वाद के साथ रखा जा सकता है वो भी बिना रेफ्रिजरेटर के. .
# घी में फॉस्फोलिपिड्स, एंटीऑक्सिडेंट्स, पानी और अम्लता कम होता है इसलिए ये लम्बे समय तक टिक सकता है जबकि मक्खन में ऐसा नहीं होता।
# लैक्टोज असहिष्णुता एक प्रकार की एलेर्जी होती है जिसमे लोग दूध का सेवन नहीं कर सकते तो जैसा कि हम जानते है कि मक्खन दूध का ही ठोस पदार्थ होता है इसलिए दूध के सारे गुण मक्खन में मिलते हैं इसलिए लैक्टोज वाले butter अर्थात मक्खन का सेवन नहीं कर सकते लेकिन वो घी का सेवन कर सकते हैं क्यूंकि घी बनाते समय मक्खन पूरी तरह से समाप्त हो जाता है. लेकिन लैक्टोज असहिष्णुता वालों को घी का भी सेवन कम मात्रा में करना चाहिए और कोई परेशानी दिखे तो अपने डॉक्टर से सम्पर्क करे.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!
Nice very hi 👍👍👍👍