नमस्कार दोस्तों…. आज के आलेख में हम आपको बुककीपिंग और अकॉउटिंग के बारे में बताने जा रहे हैं. जैसा कि हम जानते हैं कि बुककीपिंग और अकॉउंटिंग दोनों ही बिज़नेस के फंक्शन्स हैं. लेकिन इनमे क्या भिन्नता होती है इस बात पे गौर करने वाला है. दोस्तों इनमे कई प्रकार के अंतर होते हैं जिन्हे हम अभी अपने आलेख में विस्तार में बताएंगे और साथ ही ये भी बताएंगे कि ये दोनों क्या है क्यूंकि जब तक आपको ये न पता हो कि दोनों क्या हैं तब तक आप इनमे अंतर नहीं समझ पाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
बुककीपिंग क्या है | What is Bookkeeping in Hindi !!
बुककीपिंग एक बिज़नेस का फंक्शन होता है जिसमे फाइनेंसियल ट्रांसक्शन के रिकॉर्ड को रखता है. ये एक प्रकार का अकॉउंटिंग का ही भाग होता है. इसमें ट्रांसक्शन का अर्थ किसी चीज़ का खरीदना-बेचना, उसकी रशीद, और अन्य प्रकार के पेमेंट का रिकॉर्ड होता है. यहां पेमेंट के रिकॉर्ड में हर एक व्यक्ति को या किसी बिज़नेस को किये गए पेमेंट का रिकॉर्ड होता है. बुककीपिंग मे कई मेथड शामिल होते हैं जैसे कि सिंगल एंट्री बुककीपिंग सिस्टम्स, डबल एंट्री बुककीपिंग सिस्टम्स आदि.
यदि आसान भाषा में समझाया जाये तो किसी भी फाइनेंसियल ट्रांसक्शन का रिकॉर्ड रखना बुककीपिंग प्रोसेस कहलाता है.
बुककीपिंग का कार्य बुककीपर संभालता है. वो रोजाना का फाइनेंसियल ट्रांसक्शन अपडेट करता है जिसके लिए वो डेबुक बना के रखता है जिसमे बेचा गया सामान, उसकी रशीद, पेमेंट और कितना खरीदा गया आदि जैसी जानकारी रखी जाती है.
एकाउंटिंग क्या है | What is Accounting in Hindi !!
एकाउंटिंग एक प्रकार का फंक्शन होता है बिज़नेस का, जिसमे व्यवस्थित और व्यापक रूप से फाइनेंसियल ट्रांसक्शन को संभाला जाता है. एकाउंटिंग का कार्य इतने पे ही समाप्त न होते हुए और भी बातों पे निर्भर करता है जैसे कि: एकाउंटिंग का कार्य ओवरसाइट एजेंसियों के लेन-देन, नियामकों और कर संग्रह संस्थाओं को सारांशित करना, विश्लेषण करना और रिपोर्ट करने की प्रक्रिया का भी है। साथ ही ये और भी कई प्रक्रिया के लिए जानी जाती है.
Difference between Bookkeeping and Accounting in Hindi | बुक कीपिंग और एकाउंटिंग में क्या अंतर है !!
# दोनों ही बिज़नेस के जाने माने फंक्शन हैं और इनमे अंतर ये है कि बुककीपिंग फाइनेंसियल ट्रांसक्शन का रिकॉर्ड रखता है और एकाउंटिंग वित्तीय डेटा की व्याख्या, वर्गीकरण, विश्लेषण, रिपोर्टिंग और सारांशित करता है.
# दोनों में सबसे बड़ा अंतर ये है कि एकाउंटिंग डाटा की व्याख्या और विश्लेषण करता है जबकि बुककीपिंग नहीं करता है.
# बुककीपिंग में बुककीपर होते है और एकाउंटिंग में अकाउंटेंट। और दोनों फाइनेंसियल डाटा के ऊपर काम करते हैं.
# दोनों फंक्शन में अकाउंट की अच्छी जानकारी होना आवश्यक है. एकाउंटिंग बड़ी कम्पनी का भाग होता है और बुककीपिंग छोटी कम्पनी का.
# बुककीपिंग, एकाउंटिंग का ही भाग माना जाता है.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!