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ड्रोन क्या है | What is Drone in Hindi !!
ड्रोन एक तरह का वह विमान है जिसमें पॉयलट नहीं होता है। ड्रोन को हम मानव रहित विमान भी कहते हैं। यानि ड्रोन में न तो इसे चलाने के लिए कोई पॉयलट होता है और न ही कोई इसमें यात्रा कर सकता है। ड्रोन के साइज ज्यादातर छोटा ही होता है। ड्रोन किसी खिलौना चॉपर या हेलिकॉप्टर की तरह होता हैं। आपने कई जगहों पर ड्रोन देखा ही होगा। और कहीं नहीं तो आपने टीवी में या फिल्मों में ड्रोन जरूर देखा होगा। फिल्म थ्री—इडियट में तो आपने ड्रोन जरूर देखा होगा। यहां पर हम आपको ड्रोन के बारे में जरूरी बातें बताने जा रहे हैं। ड्रोन का प्रयोग कहां होता है। ड्रोन कितने तरह के होते हैं और ड्रोन को कितनी कीमत चुका कर खरीदा जा सकता है। यह सारी महत्वपूर्ण जानकारी आपको यहां मुहैया करवाई जाएगी।
ड्रोन कितने तरह का होता है | Types of Drone in Hindi !!
ड्रोन कई तरह का होता है। कई कंपनियां आजकल ड्रोन बना रहीं हैं। साइज, एप्लीकेशन, फीचर, कैमरा क्वालिटी समेत कई अन्य फीचरों के आधार पर आप ड्रोन को कैटेगिरियों में रख सकते हैं। साधारण तौर पर ड्रोन को हम दो भागों में बांटते हैं। पहला ड्रोन वह है जो डिफेंस क्षेत्र में प्रयोग होता है। यह ड्रोन ज्यादा बढ़े भी हो सकते हैं। यानि इनका आकार 3 फीट भी हो सकता है। यह डिफेंस क्षेत्र में बॉर्डर की निगरानी और दुर्गम क्षेत्रों जैसे कि पहाड़ों, खाई, समुंद्र आदि के साथ सटे इंटरनेशनल बॉर्डर पर निगरानी रखने के लिए एयरफोर्स, थल सेना, नेवी, बीएसएफ समेत कई अन्य डिफेंस क्षेत्र की सेनाएं करतीं हैं। डिफेंस में प्रयोग होने वाले ड्रोन उच्च क्वालिटी के होते हैं और यह महंगे भी होते हैं। वहीं यह आपको बाजार में आसानी से नहीं मिलेंगे।
ड्रोन का काम क्या होता है | Importance of Drone in Hindi !!
जैसा कि आपको पता ही है कि ड्रोन पर कैमरे लगे होते हैं और ड्रोन को काफी उंचाई तक रिमोट कंट्रोल मोबाईल एप और कम्पयुटर से आप्रेट किया जा सकता है। ऐसे में ड्रोन का प्रयोग उस जगह पर नजर रखने के लिए किया जाता है जो दुर्गम हो यानि जहां पर सामान्य तरीके से नजर रखने में कठिनाई होती है वहां नजर रखने के लिए ड्रोन का प्रयोग होता है। इसीलिए ड्रोन का प्रयोग डिफेंस में होता है। सिविल जोन में देखा जाए तो ड्रोन का प्रयोग फिल्मों को शूट करने के साथ—साथ कई बड़े समागमों की वीडियो बनाने के लिए भी किया जाता है।
ड्रोन कैमरा क्या है !!
ड्रोन कैमरा वो कैमरा है जो छोटे और मानवरहित विमान पर अटैच किया जाता है। यह विमान रिमोट से कंट्रोल किया जाता है और इसपर लगे कैमरे एक विशेष तरह के कैमरे होते हैं जो दूर से हाईडेफिनेशन वीडियो कैप्चर करने में सक्षम होते हैं। यह ड्रोन कैमरे एक विशेष तरह के कैमरे होते हैं जो लाइट वेट होते हैं। इसी ड्रोन कैमरे में मेमरी कार्ड या चिप इंसर्ट करके इसमें वीडियो रिकॉर्ड कर ली जाती है।
गार्डियन ड्रोन क्या है | What is Guardian Drone in Hindi !!
गार्डियन ड्रोन एक डिफेंस क्षेत्र में प्रयोग किया जाने वाला ड्रोन है। यह ड्रोन काफी शक्तिशाली है और आकार में खिलौना ड्रोन से काफी बड़ा है। इस ड्रोन का प्रयोग अमेरिकी आर्मी करती है। लेकिन हाल ही में भारत सरकार ने भी गार्डियन ड्रोन खरीद लिया है। भारत ने यह ड्रोन समुद्री किनारों की निगरानी के लिए खरीदा है। इस ड्रोन में नाइट विजन, जूम कैपेबिलिटी समेत कई अन्य रौचक फीचर हैं जो इसे बेहतर बनाते हैं।
ड्रोन कैमरे की कीमत क्या है !!
भारत में कई कंपनियां ड्रोन कैमरे बेच रहीं हैं। इनकी कीमतें और फीचर अलग—अलग हैं। कंपनी के ब्रांड से लेकर कैमरा की टाइप तक हर चीज अलग—अलग ड्रोन्स में अलग—अलग है। इसी कारण इन ड्रोन्स के रेट भी अलग अलग हैं। ड्रोन अगर सबसे कम रेट पर लेना हो तो यह आपको 1500 रूपए में भी मिल जाता है। वहीं अगर आपको ज्यादा अच्छा ड्रोन चाहिए तो आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। एक एवरेज ड्रोन आपको 5 से 6 हजार तक मिल जाता है। यदि आपको एक शानदार ड्रोन चाहिए तो आपको 11 से 14 हजार रूपए खर्च करने होंगे। अगर आप प्रोफेशनल ड्रोन चाहते हैं ताकि आप फिल्म मेकिंग कर सकें तो आपको 50 हजार रूपए तक के ड्रोन भी बाजार में मिल जाएंगे जो काफी हाईप्रोफाइल और प्रोफेशनल होते हैं।
ड्रोन का आविष्कार किसने किया !!
दरअसल ड्रोन का आविष्कार कई साल पहले ही हो गया था। हालांकि शुरूआत में यह ड्रोन ऐसा नहीं था। बात 1849 की है जब आॅस्ट्रिया में एक पॉयलट रहित ड्रोन बनाया गया था। उस समय ड्रोन को कैमरे के लिए नहीं बल्कि ड्रोन को बम फैंकने के लिए बनाया गया था। यह एक गुब्बारा था जो हवा में उड़ता था और बम फैंकता था। यह बम ज्यादा घातक नहीं था लेकिन इस तकनीक ने ड्रोन की खोज कर दी थी। इसके बाद 1915 में निकोला टेस्ला ने एक मानव रहित लड़ाकू विमान बनाया था। इसे भी आधुनिक ड्रोन का आधार माना जाता है। ड्रोन को सबसे बड़े स्तर पर बनाने और प्रयोग करने का पहला केस तब सामने आया था जब दूसरे विश्व युद्ध में यूएसए ने 15 हजार ड्रोन बनाकर प्रयोग किए थे। मैरीलिन मोनरोए नाम के व्यक्ति ने इसमें अहम भूमिका निभाई थी। पुराने समय में सिर्फ युद्ध, सेना, बॉर्डर आदि में ही ड्रोन प्रयोग हो रहे थे। लेकिन इसके बाद 1987 में ड्रोन का प्रयोग एग्रीकल्चर में भी आ गया जब याम्हा कंपनी ने फसलों में दवा छिड़कने के लिए एक ड्रोन तैयार कर दिया। इस दौरान यह ड्रोन सिर्फ जापान में ही उड़ रहा था लेकिन 2015 में अमेरिका ने भी अपने देश में ड्रोन उड़ाने की परमिशन जारी कर दी।
ड्रोन के फायदे और नुक्सान !!
ड्रोन के फायदे और नुक्सान दोनों ही है। जैसा कि हर चीज के साथ होता है नुक्सान और फाये दोनों होते हैं तो इसी तरह ड्रोन के भी फायदे और नुक्सान दोनों ही होते हैं । यहां पर हम आपको ड्रोन के फायदे और नुक्सान के बारे बताने जा रहे है।
ड्रोन के फायदे | Advantages of Drone in Hindi !!
# उंची उड़ान
ड्रोन की उंची उड़ान ही इसका सबसे बड़ा फायदा है। ड्रोन को काफी उंचाई तक उड़ाया जा सकता है। जहां तक सामान्य तौर पर मनुष्य खुद कैमरा लेकर नहीं जा सकता।
# भार वाहक
ड्रोन का दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि ड्रोन एक भार वाहक विमान है। ड्रोन के माध्यम से जहां आप खेतों में बीज बो सकते हैं तो वहीं आप अन्य सामान ढोने के लिए भी इसका प्रयोग कर सकते है।
# समय की बचत
फिल्म मेकिंग में कई तरह के शॉट उंचाई या फिर दुर्गम स्थानों से लेने होते हैं जिन्हें ड्रोन मिनटों में ले लेता है। वहीं दूसरी तरफ आर्मी के लिए भी ड्रोन समय बचाता है।
# ज्यादा ट्रेनिंग की जरूरत नहीं
ड्रोन को आजकल एक खिलौने के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है। इसको चलाने के लिए कोई ज्यादा ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है।
# लाईव वीडियो
ड्रोन से आप कहीं दूर और दुर्गम स्थान की लाईव स्ट्रीमिंग वीडियो भी देख सकते हैं। ड्रोन से यह काफी आसान हो गया है।
ड्रोन के नुक्सान | Disadvantages of Drone in Hindi !!
# जल्दी खराब होना
ड्रोन की लाइफ कम होती है। हांलांकि महंगे और उच्च क्वालिटी के ड्रोन ज्यादा समय भी चलते हैं । लेकिन अधिकतर ड्रोन कुछ समय बाद खराब हो जाते हैं।
# हादसों का खतरा
ड्रोन से हादसों का खतरा बना रहता है। आप अगर किसी पार्क या अन्य सार्वजनिक स्थल पर ड्रोन उड़ा रहे हैं तो इससे हादसा हो सकता है। आसपास के लोगों से ड्रोन टकरा सकता है।
# सरकारी प्रतिबंध
ड्रोन खरीदने से पहले आपको यह पता कर लेना चाहिए कि आपके एरिया में कहीं ड्रोन पर सरकारी प्रतिबंध तो नहीं लगा है। वैसे तो सरकार ने इसपर प्रतिबंध नहीं लगा रखा है लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे होते हैं जहां पर इंटरनेशनल बॉर्डर पास होने के कारण प्रतिबंध हो सकता है।
# कानूनी केस
अगर आप अपने एरिया में बेतरतीबी से ड्रोन उड़ा रहे हैं तो आसपास का कोई व्यक्ति आपके खिलाफ कानूनी केस कर सकता है। आपको ड्रोन उड़ाने से पहले इसके लिए नियम आदि जान लेने चाहिए।
# जासूसी
ड्रोन का प्रयोग जासूसी के लिए भी किया जाता है। ऐसे में इसका गलत प्रयोग होता है और निजी के साथ—साथ देश को नुक्सान भी हो सकता है। सेना, वायुसेना आदि के ठिकानों के आसपास उड़ने वाले ड्रोन जासूस हो सकते हैं।