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मोरारी बापू कौन है !!
मोरारी बापू उर्फ़ मोरारी दास प्रभु दास हरियाणी एक धार्मिक गुरु और हिन्दू धार्मिक कथा वाचक हैं. ये अपना प्रोग्राम 9 दिन का रखते हैं जिसमे ये गुजराती और हिंदी दोनों भाषा का प्रयोग करते हैं. ये मूल रूप से तलगाजरडा, गुजरात के निवासी हैं जिसके कारण ये अपनी मात्र भाषा का प्रयोग अपने कथा के समय अवश्य करते हैं. इन्होने भारत में ही नहीं बल्कि कई बड़े राष्ट्रों में भी अपनी छवि छोड़ी है. जी हाँ ये यूनाइटेड स्टेट्स, यूनाइटेड किंगडम, साउथ अफ्रीका, केन्या, यूगांडा आदि का भृमण कर चुके हैं अपनी कथा के लिए.
इनकी पहली कथा 1960 में हुई थी जिसे लोगों ने सराह और उससे इनके अंदर आत्मविश्वास भी जगा तब से इन्होने अपनी कथा का आरम्भ किया. अभी तक इन्होने लगभग 800 से अधिक कथा कही हैं और ये अपनी कथा में रामचरित मानस और कृष्णा के वृंदावन की लीला का व्याख्यान करते हैं.
मोरारी बापू की जीवनी | Morari Bapu Biography in Hindi !!
असली नाम: मोरारी दास प्रभु दास हरियाणी
उपनाम: मोरारी बापू
व्यवसाय: हिंदी कथा वाचक
जाने जाते हैं: गुजराती और हिंदी में कथा कहने के लिए
जन्मदिन: 25 सितम्बर 1946
जन्मस्थान: गांव तलगाजरडा, महुवा जिला भावनगर, गुजरात
राशिनाम: कन्या
धर्म: हिन्दू
राष्ट्रीयता: भरतीय
शौक: क्लासिकल गाने सुनना, उर्दू की शायरियां सुनना, क्रिकेट में रूचि, धार्मिक कथाओं में रूचि
घर: गांव तलगाजरडा जिला महुवा, गुजरात
पता: श्री चित्रकुतधम ट्रस्ट, आठवां, तलगाजार्ड, महुवा, जिला- भावनगर, गुजरात
मोरारी बापू की शिक्षा | Morari Bapu Education in Hindi !!
स्कूल: एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तलगढ़
कॉलेज: शाहपुर कॉलेज जूनागढ़
शैक्षिक योग्यता: शिक्षक व्यावसायिक पाठ्यक्रम की शिक्षा ली
मोरारी बापू का परिवार | Morari Bapu Family !!
दादा : त्रिभुवनदास जी
दादी : अमृता मां
पिता : प्रभुदास बापू हरियानी
माता : सावित्री बेन हरियानी
भाई : 6
बहन : 2 बहन
वैवाहिक स्थिति : शादीशुदा
पत्नी : श्रीमती नर्मदाबेन
बच्चे: भावना, प्रसन्ना, सोभाना (बेटियां) , पार्थिव हरियानी (बेटा)
मोरारी बापू की कुल संपत्ति !!
जानकारी नहीं
मोरारी बापू का इतिहास | Morari Bapu History in Hindi !!
इनका जन्म गांव तलगाजरडा, महुवा जिला भावनगर, गुजरात में हुआ इनके पिता प्रभुदास बापू हरियानी और माता सावित्री बेन हरियानी थी. इनके छह भाई और दो बहन थी. इनके दादा जी त्रिभुवनदास जी बहुत बड़े राम भक्त थे और इनकी दादी जी अमृता माँ इनकी धार्मिक अध्यापक थी. इनका पूरा परिवार बहुत धार्मिक था. इनका पूरा परिवार वैष्णव बाव साधु निंबार्क संप्रदाय से जुड़ा हुआ था. इनके दादा जी इन्हे रोजाना राम चरित मानस की कथा सुनाते थे. साथ ही इन्हे भगवद गीता और वेदों में कुशल ज्ञान प्राप्त हो सके उसके लिए इन्हे ऋषिकेश में “कैलास आश्रम” के प्रमुख, महामंडलेश्वर विष्णु गिरिजी महाराज (जो की इनके दादा जी के छोटे भाई थे) उनके पत्रों और पुस्तकों द्वारा इन्हे सिखाते थे. जब इन्होने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली थी तब इन्होने प्राइमरी स्कूल में अध्यापक की नौकरी करना शुरू किया. साथ ही अपना कथा का कार्य भी किया और बाद में इन्होने अपनी नौकरी छोड़ अपना सारा जीवन भगवान में लगा दिया।
मोरारी बापू के रोचक तथ्य | Morari Bapu Facts in Hindi !!
# इनके दादा जी इन्हे रोजाना राम चरित मानस के अध्याय सुनते थे और इन्हे उन्हें दोहराना अच्छा लगता था और परिणामस्वरूप ये 12 वर्ष की आयु में पूरी राम चरित मानस सुना लेते थे.
# इनका अधिक समय इनके दादा, दादी के साथ बीता और इनकी दादी इन्हे धार्मिक शिक्षा भी देती थी.
# इन्होने 10 साल तक एक स्कूल में अध्यापक की नौकरी की उसी दौरान ये कई बड़े धार्मिक संतों से मिले.
# 1960 में इनकी पहली राम कथा “राम मंदिर” इनके गांव में हुई और इनकी पहली कथा विदेश में 1976 में हुई.
# ये वैष्णव बाव साधु निंबार्क वंश से ताल्लुक रखते हैं जहां इन्हे सब बापू कहा करते हैं.
# इन्होने जब कैलिफ़ोर्निया में अपनी राम कथा की तो वहां इन्होने लोगों से उत्तराखंड बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 1 करोड़ रुपए की मदद का आग्रह किया जो शाम भर में ही तीन करोड़ रुपए से ऊपर निकल गया.
# इन्होने अभी तक 700 से अधिक कथा की हैं और कई दूसरे देशों में भी.
# समय समय पे ये और धार्मिक गुरुओं से मिलते रहते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं की मानवता के लिए उन्हें कुछ करना चाहिए.
# इनकी कथा को सुनने के लिए केवल हिन्दू ही नहीं बल्कि मुस्लिम भी आते हैं.
# ये दोनों धर्मों की गरीब कम्युनिटी के लिए शादी का प्रवन्ध भी करते हैं.
# कई महान राजनेता इनके कथा को सुनने आते हैं.
# इन्हे मुस्लिम अपने मुख्य अथिति के रूप में कई बार अपने फंक्शन में बुला चुके हैं जैसे की “याद ए हुसैन” आदि.
# ये 2016 में अबू धाबी भी जा चुके हैं अपनी कथा के लिए जहां इन्हे मोहम्मद-बिन-जयद-अल-नहयान खुद आभार व्यक्त करने आये थे.
# ये गरीब बच्चों को पढ़ाई में स्कालरशिप भी देते हैं.
# कहा जाता है की ये एक छोटे से घर में एक पंखे के साथ रहते हैं और इन्हे बड़ी चीजों का शौक नहीं.
# इन्होने पाकिस्तान से आये उस्ताद गुलाम अली का स्वागत खुद किया था.
मोरारी बापू का सम्पर्क विवरण !!
यूट्यूब : @watch?v=5HV9anBgp5s
फेसबुक : @moraribapurjp
ट्विटर : @moraribapufan
फ़ोन नंबर : 7999417100
मैसेंजर : @m.me/421087228043718
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विकिपीडिया : @wiki/Morari_Bapu
Website: moraribapu.org
मोरारी बापू फोटो | Morari Bapu Images !!