नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Workgroup and Domain” अर्थात “वर्कग्रुप और डोमेन” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “वर्कग्रुप और डोमेन क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोस्तों जैसा कि आप इस टॉपिक की खोज में यहां तक आये हैं, तो इसका अर्थ है कि आपको नेटवर्किंग की कुछ जानकारी तो अवश्य ही होगी. जब बात नेटवर्किंग की हो, तो उसमे आपने peer-to-peer नेटवर्क तो अवश्य सुना होगा.
इस peer-to-peer नेटवर्क का ही एक प्रकार है वर्कग्रुप, जिसका यह नाम विंडोज आधारित पीयर-टू-पीयर कंप्यूटर नेटवर्क के लिए रखा गया था. इस प्रकार के नेटवर्क के जरिये कंप्यूटर आपस में एक दूसरे के साथ फ़ाइलों, प्रिंटरों या इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच सकते है. अब बात यदि डोमेन की जाये तो ये एक क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क के रूप में जाना जाता है. जिसमे सुरक्षा और संसाधन प्रबंधन पूर्ण रूप से केंद्रीकृत रहते हैं अर्थात एक singular administration के द्वारा डोमेन को नियंत्रित किया जाता है और ये यूजर को किस फाइल तक पहुंचना है ये निर्धारित करता है. आज हम आपको इन्ही दोनों के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
वर्कग्रुप क्या है | What is Workgroup in Hindi !!
वर्कग्रुप peer-to-peer network का ही एक रूप होता है. जिसका यह नाम विंडोज आधारित पीयर-टू-पीयर कंप्यूटर नेटवर्क के लिए रखा गया था. इस प्रकार के नेटवर्क के जरिये कंप्यूटर आपस में एक दूसरे के साथ फ़ाइलों, प्रिंटरों या इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच सकते है. इस प्रकार से काम करने के लिए प्रत्येक यूजर के पास workgroup’s कम्प्यूटर्स पर एक अकाउंट होना आवश्यक है, जिसके द्वारा एक्सेस सम्भव होता है. जिनकी सेटिंग और उनके एक्सेस को कंप्यूटर के यूजर द्वारा नियंत्रित किया जाता है.
डोमेन क्या है | What is Domain in Hindi !!
डोमेन एक क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क के रूप में जाना जाता है. जिसमे सुरक्षा और संसाधन प्रबंधन पूर्ण रूप से केंद्रीकृत रहते हैं अर्थात एक singular administration के द्वारा डोमेन को नियंत्रित किया जाता है और ये यूजर को किस फाइल तक पहुंचना है ये भी निर्धारित करता है. एक डोमेन के लिए एक डेटाबेस बनाया जाता है. जिसमे डोमेन यूजर इसे किसी भी वर्कस्टेशन पर इसके अकाउंट की लॉगिन डिटेल्स के द्वारा खोल सकता है और file को access कर सकता है.
Difference between Workgroup and Domain in Hindi | वर्कग्रुप और डोमेन में क्या अंतर है !!
# वर्कग्रुप में सेंट्रलाइज्ड एडमिनिस्ट्रेशन की सुविधा नहीं होती है जबकि डोमेन में सेंट्रलाइज्ड एडमिनिस्ट्रेशन होता है.
# वर्कग्रुप के लिए प्रत्येक यूजर के पास workgroup’s कम्प्यूटर्स पर एक अकाउंट होना आवश्यक है, जिसके द्वारा एक्सेस सम्भव होता है. जिनकी सेटिंग और उनके एक्सेस को कंप्यूटर के यूजर द्वारा नियंत्रित किया जाता है जबकि डोमेन को हम किसी भी वर्कस्टेशन पर लॉगिन कर सकते हैं और डोमेन के रिसोर्स जैसे: सेक्यूर डाटा, यूजर को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं.
# डोमेन को Windows 2000 और 2003 सर्वर या सर्वर कॉन्फ़िगरेशन के लिए एडवांस पर भी चलाया जा सकता है जबकि वर्कग्रुप में ये सम्भव नहीं होता है.
# डोमेन के अंदर फाइल, फोल्डर और यूजर, आदि हो सकते हैं जबकि ये सब वर्कग्रुप में सम्भव नहीं है.
# वर्कग्रुप, Peer-to-peer Windows computer नेटवर्क का एक प्रकार है जबकि डोमेन क्लाइंट/सर्वर नेटवर्क होता है.
# वर्कग्रुप को एक्सेस करने के लिए प्रत्येक वर्कस्टेशन के लिए अलग अलग अलग लॉगिन डिटेल्स होनी चाहिए जबकि डोमेन में ऐसा नहीं है, उसमे एक ही लॉगिन डिटेल्स से आप किसी भी वर्कस्टेशन पर डोमेन को लॉगिन कर सकते हैं.
# वर्कग्रुप में सभी कंप्यूटर को समान लोकल नेटवर्क पर होना आवश्यक होता है जबकि डोमेन में अलग अलग लोकल नेटवर्क भी हो सकते हैं.
# वर्कग्रुप में प्रत्येक यूजर को अपने अलग कंप्यूटर पर ही सेटिंग को कण्ट्रोल करना होता है जबकि डोमेन में ऐसा नहीं होता है.
तो दोस्तों आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कैसी लगी हमे जरूर बताएं और यदि ये आपके काम आयी हो तो हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं। साथ ही यदि कोई सुझाव या सवाल आपके मन में हो तो उसके लिए भी आप हमे नीचे कमेंट कर सकते हैं हम पूरी कोशिश करेंगे आपकी समस्या का समाधान करने की. धन्यवाद!!