कम्पयूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या होती है यह सवाल बहुत से लोगों के मन में उठता है। तो अगर आप भी इस सवाल को लेकर दुविधा में है तो यहां पर आज हम आपकी दुविधा दूर करने वाले हैं। यहां पर हम आपको न सिर्फ कम्पयूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के काम के बारे बताएंगे बल्कि हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिर यह लैंग्वेज कितने प्रकार की होती हैं। तो हम यहां पर आपको बता दें कि प्रोग्रामिंग का अर्थ यहां पर क्या है। प्रोग्रामिंग का अर्थ है किसी चीज को पहले से ही तय कर देना। जी हां, उदाहरण के लिए अगर हम एक ड्रामा यानी फिल्मी सीन बनाना चाहते हैं तो हम जिस तरह उसकी स्क्रिप्ट लिखते हैं उसी तरह कम्पयुटर की दुनिया में कोई चीज पहले से ही निर्धारित करने के लिए प्रोग्रामिंग शब्द का इस्तेमाल कर दिया जाता है। अब प्रोग्रामिंग किस तरह की जाती है यह सवाल उठता है तो आपको बता दें कि यह प्रोग्रामिंग एक अलग तरह की भाषा से की जाती है जिसे हम कम्पयूटर कोड भी कहते हैं। कम्पयूटर कोड का इस्तेमाल करके हम कम्पयुटर प्रोग्राम लिख सकते हैं। इसमें हम कम्पयुटर को पहले से ही प्राेग्राम कर देते हैं कि अगर कम्पयुटर आप्रेट कर रहा इंसान स्टार्ट बटन पर क्लिक करेगा तो क्या मेन्यु खुलेगी और अगर वह किसी ऑप्शन पर क्लिक करेगा तो कौन सी विंडो खुलेगी। यह सब प्रोग्राम करके सेव कर दिया जाता है इसी आधार पर कम्पयुटर चलता है। कम्पयुटर के पास अपनी सोचने की शक्ति या इंटेलीजेंस नहीं होती है बल्कि मनुष्य की इंटेलीजेंस को कम्पयुटर में डाल दिया जाता है जिसे आजकल आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के नाम से जाना जाता है।
सूची
कम्पयुटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कितने प्रकार की होती है
यह सवाल बहुत सारे लोगों के मन में उठता है कि कम्पयुटर प्राेग्रामिंग लैंग्वेज कितने प्रकार की होती हैं तो दोस्तों आपको बता दें कि सैंकड़ों प्रकार की कम्पयुटर प्राेग्रामिंग लैंग्वेज आज के समय प्रयोग हो रहीं हैं।
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सी लैंग्वेज –
सी लैंग्वेज सबसे पुरानी और सब लैंग्वेज का आधार भी है। इस लैंग्वेज का प्रयोग सबसे अधिक होता है। अगर आप कम्पयुटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने जा रहे हैं तो आपकाे सी लैग्वेज से ही सीखना शुरू करना चाहिए। क्योकि इसी लैंग्वेज को मॉर्डन कम्पयुटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का आधार माना गया है।
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सी प्लस प्लस –
सी प्लस प्लस लैंग्वेज भी सी लैंग्वेज से मिलती जुलती ही है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि यह लैंग्वेज थोड़ी ज्यादा एडवांस होती है। इसमें आपको कम्पयुटर प्राेग्रामिंग एल्गोरिदम की अच्छी खासी लाइब्रेरी मिल जाती है। जिसकी बदाैलत आपके लिए किसी भी कम्पयुटर प्राेग्राम को बनाना बेहद आसान हो जाता है।
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पाईथोन –
पाईथोन एक बेहद एडवांस्ड लेवल की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। यह एक तरह की मॉर्डन स्तर की प्राेग्रामिंग लैंग्वेज है। तो इस लैंग्वेज का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि इसमें आप किसी भी कोंप्लेक्स यानि मुश्किल से मुश्किल कम्पयुटर प्राेग्राम को भी आसानी से बना सकते हैं। फेसबुक जैसी कंपनियां भी पाईथोन का जमकर इस्तेमाल कर रहीं हैं।
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रूबी –
रूबी जिसे हम पूरे नाम के रूप में रूबी ओन रेल्स भी कहते हैं। यह एक तरह की वेब डेवलपमेंट के लिए प्रयोग की जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। यानि इसे हम वेल डेवलपमेंट लैंग्वेज भी कह सकते हैं। रूबी ओन रेल्स का प्रयोग भी लगातार दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है।
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पीएचपी –
पीएचपी एक बेहद शानदार प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका प्रयोग सिर्फ वेब डेवलपमेंट के लिए किया जाता है। हाई लेवल की डाइनैमिक वेबसाईटस के पीछे का कारण पीएचपी ही है। इसे हम पूरे नाम के तौर पर हाइपर टेक्सट प्री-प्रोसेसर भी कहते हैं। इसका सबसे खास बात यह है कि यह एक ओपन सोर्स लैंग्वेज है।
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जावा लैंग्वेज –
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की बात हो और जावा का नाम न लिया जाए तो यह बहुत बड़ी गलती होगी। जावा लैंग्वेज एक बड़े लेवल की और मॉर्डन लैंग्वेज है। अन्य लैंग्वेज के मुकाबले यह थोड़ी आसान भी है। जावा से कई प्रकार के हाई एंड सॉफटवेयर बनाए जा सकते हैं।
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जावा स्क्रिप्ट –
जावा के बाद आपके सामने जावा स्क्रिप्ट आएगा तो स्वाभाविक सी बात है आप सोचेंगे कि इन दोनो प्रोग्रामिंग लैंग्वेजों में कोई समानता होगी। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यह दोनों अलग तरह की लैंग्वेज हैं। जावा एक कम्पयुटर लैंग्वेज है तो वहीं जावा स्क्रिप्ट एक स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है जिसका प्रयोग वेबसाईटस के लिए स्क्रिप्ट बनाना होता है ताकि वेबसाइट को डाइनैमिक रूप दिया जा सके।
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एसक्यूएल –
एसक्यूएल को वैसे हम एक कम्पयुटर प्राेग्रामिंग लैंग्वेज नहीं कह सकते हैं। लेकिन आपको महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए हम इसे इस लिस्ट में अंकित कर रहे हैं। इस लैंग्वेज का पूरा नाम है स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज। यह किसी सॉफटवेयर या वेबसाइट को बनाने में प्रयोग नहीं होती है। इसका प्रयोग डाटाबेस को चलाना होता है। डाटा बेस पर काम करने के लिए इस लैंग्वेज का सहारा लिया जाता है।
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पर्ल –
पर्ल भी बहुत ज्यादा प्रयोग होने वाली प्राेग्रामिंग लैंग्वेज है। यह लिनक्स सर्वर पर प्रयोग की जाने वाली लैंग्वेज है। अगर आप लीनक्स सर्वर पर काम करते हैं तो आपके लिए इस लैंग्वेज को सीखना महत्वपूर्ण है। यह इंटरप्रेटिंग लैंग्वेज की कैटेगरी में आती है।
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ऑब्जेक्टिव-सी लैंग्वेज –
आॅब्जेक्टिव-सी लैंग्वेज न तो सी लैंग्वेज की प्रकार है और न ही सी-प्लस-प्लस की। यह एक लैंग्वेज है जो काफी पुरानी है। इसके नए अल्टरनेटिव जैसे स्विफ्ट भी मार्केट में आ चुके हैं। इस लैंग्वेज का मुख्य तौर पर एपल कंपनी द्वारा किया जाता है। तो अगर आप एपल के आप्रेटिंग सिस्टम आईओएस के लिए कोई एप्लीकेशन या मोबाईल एप बनाना चाहते हैं तो यह एप सीखना जरूरी है।
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स्विफ्ट लैंग्वेज –
जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि स्विफ्ट ऑब्जेक्टिव-सी जैसी ही लैंग्वेज है। इसका प्रयोग भी आईओएस यानि एपल के आप्रेटिंग सिस्टम पर आधारित एप और सॉफ्टवेयर बनाना होता है। यह ऑब्जेक्टिव-सी लैंग्वेज से थोड़ी एडवांस है।
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गो लैंग्वेज –
गो लैंग्वेज गूगल ने डेवलप की है। यह गूगल की ओपन सोर्स लैंग्वेज है। यह सीखने में आसान है। हालांकि यह इतनी ज्यादा प्रयोग में नहीं लाई जा रही है। लेकिन कई नए प्रोग्रामर इस लैंग्वेज को सीखने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंडस्ट्री में इस लैंग्वेज के इतने लोग प्रयोग नहीं कर रहे हैं। सेमी-स्किल्ड प्रोग्रामर इसका प्रयोग कर रहे हैं।
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विजुअल बेसिक –
विजुअल बेसिक, जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि विजुअल बेसिक एक ग्राफिकल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। इस लैंग्वेज का प्रयोग आप ग्राफिकल प्रोग्राम बनाने के लिए कर सकते हैं। इसके बलबूते कई प्रकार की छोटी गेम्स डेवलप की जाती हैं। इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को माईक्रोसोफ्ट डोट-नेट प्लेटफार्म के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा आप इसका प्रयोग एक्सेल के आॅटोमेशन के लिए भी कर सकते हैं।
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रस्ट लैंग्वेज –
रस्ट लैंग्वेज का नाम आपने बहुत कम सुना होगा। इसका प्रयोग सामान्य तौर पर कम ही होता है। हालांकि यह बहुत ही महत्वपूर्ण लैंग्वेज है। इसका प्रयोग हार्डकोर प्रोग्रामर करते हैं। यानि बड़े बड़े डाटा सर्वर के लिए कोड लिखने वाले इसका प्रयोग करते हैं। यह मुश्किल होती है लेकिन इसका यह फायदा होता है कि इस लैंग्वेज से बनाए सॉफटवेयर या एप्लीकेशन तेजी से काम करते हैं।
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टाईप-स्क्रिप्ट लैंग्वेज –
टाइप स्क्रिप्ट लैंग्वेज एक स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है जिसे जावा स्क्रिप्ट के सहायक के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसे माक्रोसॉफट ने तैयार किया है। इसका प्रयोग दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। क्योंकि जावा स्क्रिप्ट के आधार पर बड़े प्रोग्राम बनाने हो तो इसकी मदद ली जाती है।