नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “यूनानी और आयुर्वेद” के विषय में जानकारी देने जा रहे हैं. आज हम बतायंगे कि “यूनानी और आयुर्वेद क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. ये दोनों ही चिकित्सा के लिए बनाई गयी अलग अलग पद्धति हैं, जिसमे यूनानी की जड़े ग्रीस से जुडी हुई हैं और वहीं दूसरी तरफ आयुर्वेद की जड़े पूर्णरूप से भारत से जुडी हैं. यूनानी की अपेक्षा आयुर्वेद बहुत प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जो लगभग सतयुग के समय से चलती आ रही है. आज हम आपको इन्ही दोनों के विषय में कुछ मुख्य बातें बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
यूनानी चिकित्सा क्या है | What is Unani Medicine in Hindi !!
यूनानी चिकित्सा भी एक चिकित्सा का ही रूप है जो हमारे पास एक वैकल्पिक चिकित्सा की एक शाखा के रूप में मौजूद है, जो उन सभी सर्वोत्तम संभव तरीकों की खोज करने का प्रयास करती है जिनके द्वारा कोई व्यक्ति बिना किसी बीमारी के पूरी तरह से स्वस्थ जीवन जी सकता है।
यूनानी चिकित्सा की उत्पत्ति ग्रीस से हुई थी और इसका अर्थ है “यूनानी चिकित्सा।” यूनानी चिकित्सा की स्थापना हिप्पोक्रेट्स की शिक्षाओं पर की गई है जो एक यूनानी चिकित्सक के रूप में जाने जाते हैं।
हकीम इब्न सिना (पश्चिम में एविसेना के रूप में पहचाने जाने वाले) ने अपने चिकित्सा विश्वकोश कैनन ऑफ़ मेडिसिन में एक चिकित्सा प्रणाली के रूप में यूनानी चिकित्सा पद्धति की स्थापना की। जो अब पुरे विश्व में विख्यात है. वैसे तो इसकी जड़े ग्रीस से जुडी हैं, लेकिन आज के समय में यह चिकित्सा कई अन्य देशों में भी अपना प्रभाव छोड़ चुकी है.
आयुर्वेद क्या है | What is Ayurveda in Hindi !!
आयुर्वेद भारत का एक वैदिक संस्कृति पर आधारित है, जो लगभग २ से ४ हजार साल पुराना है. आयुर्वेद बीमारियों को रोकने के लिए ऊर्जा और शारीरिक व्यवस्था को संतुलित करने पर केंद्रित है।
आयुर्वेद को हिन्दू चिकित्सा भी कहा जाता है क्यूंकि इन्हे पुराने समय में ऋषि मुनि के द्वारा निर्मित किया गया था. यह जड़ी बूटी, पेड़ पौधों, आदि पर आधारित चिकित्सा प्रणाली है. आज के समय में भी इसका प्रयोग कम नहीं हुआ है बल्कि अब कई वेबसाइट भी हैं जो आयुर्वेद के प्रोडक्ट को ऑनलाइन बेच रहे हैं.
आयुर्वेद मुख्य रूप से स्वास्थ्य को नियंत्रित रखने के लिए प्रयोग में लाये जाने वाली चिकित्सा प्रणाली है. आयुर्वेद आपको तेल, अर्क, सीरप, गोली, चूर्ण, आदि के रूप में मिल सकते हैं.
Difference between Unani and Ayurveda in Hindi | यूनानी चिकित्सा और आयुर्वेदिक चिकित्सा में क्या अंतर है !!
# यूनानी चिकित्सा ग्रीस से उत्पन्न हुई है जबकि आयुर्वेदिक चिकित्सा भारत की चिकित्सा है जिसे हिन्दू चिकित्सा भी कहा जाता है.
# यूनानी चिकित्सा दवाओं, आहार में परिवर्तन, पेय, और अन्य आहारों का उपयोग करती है जैसे कि आचार संहिता, जो अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने और बढ़ावा देने और बीमारियों को रोकने और ठीक करने में योगदान देती है और वहीं दूसरी ओर आयुर्वेद पेड़ पौधों, जड़ी बूटी, आदि का प्रयोग कर के बनाई गयी दवाइयों पर आधारित है, जो बिमारियों को दूर रखने और स्वास्थ्य को नियंत्रित रखने में मदद करता है.
# यूनानी चिकित्सा का मानना है कि स्वच्छ और ताजे पानी का उपयोग करके, शुद्ध और स्वच्छ हवा में सांस लेने और ताजा भोजन खाने से कई बीमारियों को रोका जा सकता है और आयुर्वेद भी इस बात को मानता है, लेकिन यह आयुर्वेदिक प्रणाली चिकित्सा के उद्देश्य के लिए भस्म और मौखिक सिरप का भी उपयोग करती है.
# यूनानी चिकित्सा शरीर और मस्तिष्क के बीच आसान चयापचय प्रक्रियाओं को सक्षम करने और शरीर से अपशिष्ट उत्पादों के उन्मूलन के लिए एक संतुलन बनाती है। यूनानी चिकित्सा, जो कि वैकल्पिक चिकित्सा की एक शाखा है, चार अवधारणा पर आधारित है, अर्थात्: बलगम (कफ), बांध (रक्त), Safra’(पीला पित्त), सौदा ‘(काला पित्त)। उसी प्रकार आयुर्वेदिक दवा की प्रणाली भी कुछ मुख्य कारणों के लिए अधिक जानी जाती है जो मानव शरीर को “कफ” (बलगम), “पित्त” (पानी) और “वात” (वायु) को सदैव नियंत्रित रख सकती है.
# यूनानी चिकित्सा के 7 मूल घटक हैं:
- अर्कान (तत्व)
- मिजाज (स्वभाव)
- अखलात (हास्य)
- आजा (अंग)
- अरवाह (महत्वपूर्ण बल या आत्माएं)
- क्ववा (संकाय)
- अफ़ाल (कार्य)