नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “SSL और TLS” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “SSL और TLS क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही सिक्योरिटी के लिए बनाई गयी लेयर हैं, जिसके द्वारा हम काफी हद तक अपने डाटा को ब्राउज़र पर सिक्योर करने में सक्षम हो पाते हैं. इनका प्रयोग ऑनलाइन डाटा को सिक्योर करने के लिए होता है. जिसमे SSL पुरानी और TLS, SSL का एक अपडेट वर्जन है. जिनके विषय में हम आपको बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
SSL क्या है | What is SSL in Hindi !!
SSL को सिक्योर सॉकेट लेयर के नाम से जाना जाता है, यह इंटरनेट कनेक्शन को सुरक्षित रखने और दो प्रणालियों के बीच भेजे जाने वाले किसी भी संवेदनशील डेटा को सुरक्षित रखने के लिए सबसे उचित मानक तकनीक है, जो अपराधियों को डाटा को पढ़ने से रोकने और किसी भी जानकारी को स्थानांतरित करने से रोकने के लिए, संभावित व्यक्तिगत विवरण प्रदान करता है, जिसमे दो सिस्टम होते हैं जिसमे एक सर्वर और एक क्लाइंट होता हैं.
TLS क्या है | What is TLS in Hindi !!
TLS का पूरा नाम “Transport Layer Security” है, जो SSL का अपडेट वर्जन हैं. ये एसएसएल से TLS अधिक सुरक्षित होता है. हम अभी भी अपने सुरक्षा प्रमाणपत्रों को एसएसएल के रूप में ही संदर्भित करते हैं क्योंकि यह शब्द शुरुआती दिनों से चला आ रहा और ये सामान्य रूप से प्रयोग होता है, लेकिन जब आप सिमेंटेक से एसएसएल खरीद रहे होते हैं तो आप वास्तव में ईसीसी, आरएसए या डीएसए एन्क्रिप्शन के विकल्प के साथ टीएलएस प्रमाण पत्र खरीद सकते हैं।
Difference between SSL and TLS in Hindi | SSL और TLS में क्या अंतर है !!
# SSL का पूरा नाम “Secure Sockets Layer” और TLS का पूरा नाम “Transport Layer Security” है.
# TLS, SSL का अपडेट वर्जन हैं, जो SSL से अधिक सुरक्षित होता है.
# अभी भी जब हम TLS को खरीदते हैं तो भी उसे हम SSL ही कहते हैं.
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