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स्पैम और वायरस में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “स्पैम और वायरस” के विषय में बताने जा रहे हैं. ये दोनों ही ऑनलाइन दुनिया के काफी जाने माने नाम है. क्यूंकि दोनों लोगों को काफी समान लगते हैं इसलिए लोग इन्हे एक ही समझ लेते हैं. और कुछ के मन में ये सवाल उतपन्न होते हैं कि इनमे क्या अंतर होता है. तो दोस्तों आप बिलकुल सही समझते हैं. इनमे कई अंतर पाए जाते हैं. जिन्हे हम आपको बताने जा रहे हैं. लेकिन इसे बताने से पहले हम आपको कुछ और जानकारी देना चाहते हैं.

दोस्तों हम अपने ब्लॉग में जितने भी जबाब लेके आते हैं वो कहीं न कहीं लोगों के मन में उठने वाले प्रश्नो के जबाब हैं. जो हमे तब पता चल पाते हैं जब हमारे पाठक हमे वेबसाइट के कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के इनके जबाब पूछते हैं. हम उन सवाल का जबाब अवश्य लेके आते हैं. लेकिन कभी कभी हमे थोड़ा विलम्ब हो जाता है लेकिन आप लोगों द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर हम आपको देने की पूरी कोशिश करते हैं. तो यदि आप लोगों के मन में कोई सवाल हो तो आप भी कमेंट बॉक्स के जरिये हमसे पूछ सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

स्पैम क्या है | What is Spam in Hindi !!

स्पैम एक इलेक्ट्रॉनिक जंक मेल या जंक न्यूज़ग्रुप पोस्ट होता है. यदि कभी कोई आपका फ्रेंड आपको पहली बार मेल करता है तो वो स्पैम में नहीं जाता है और बहुत कम चांस होते हैं उसके स्पैम होने के. चाहें वो अनापेक्षित ही क्यों न हो. मुख्य रूप से ईमेल एडवरटाइजिंग स्पैम होता है जो किसी मेलिंग लिस्‍ट या न्यूज़ग्रुप को भेजा जाता है|

स्पैम ईमेल कमर्शियल एडवरटाइजिंग होता है जो आर्थिक रूप से व्यवहार्य माना गया है. क्यूंकि ईमेल बहुत कम लागत का माध्यम है. और यदि केवल एक स्पैम संदेश से ग्राहक का एक भी भाग एडवरटाइज करे तो भी स्पैमर्स काफी पैसे कमा पाते हैं.

वायरस क्या है | What is a Virus in Hindi !!

VIRUS का फुल फॉर्म Vital Information Resources Under Siege है। ये छोटे छोटे ऑटो execute program हैं. जो कंप्यूटर में प्रवेश करते ही कम्प्यूटर की कार्य प्रणाली को प्रभावित करने लगता है. इसे हम वायरस कहते हैं.

वायरस एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो कंप्यूटर के डाटा को क्षति पहुंचाने के लिए होता है. ये कभी कभी डाटा को खत्म या खराब तक कर देता है और कंप्यूटर की प्रोसेसिंग को मंद कर देता है. ये जानबूझकर बनाया गया प्रोग्राम होता है जो कंप्यूटर के बूट से अपने को जोड़ लेता है और कंप्यूटर जितनी बार भी बूट कराया जाता है वायरस उतना ही अधिक फैलता जाता है।

Difference between Spam and Virus in Hindi | स्पैम और वायरस में क्या अंतर है !!

# स्पैम इलेक्ट्रॉनिक जंक मेल या जंक न्यूज़ग्रुप पोस्ट होता है जबकि वायरस ऑटो एक्सीक्यूट प्रोग्राम होता है.

# स्पैम मेल के अलावा कहीं और प्रभावित नहीं करता जबकि वायरस कंप्यूटर के डाटा को प्रभावित करता है.

# स्पैम कमर्शियल पर्पस के लिए होता है जबकि वायरस कंप्यूटर डाटा को क्षति पहुंचाने के लिए होता है.

# स्पैम से कंप्यूटर को कोई दिक्क्त नहीं होती है जबकि वायरस से कंप्यूटर का न केवल डाटा उड़ता है बल्कि कंप्यूटर भी हैंग और बंद हो सकता है.

# स्पैम एक बार आने के बाद एक स्थान पे बना रहता है जबकि वायरस एक बार आने के बाद पुरे कंप्यूटर में फैलता और उसे नुकसान पहुंचाता रहता है.

# स्पैम अधिकतर मेल के जरिये आते हैं जबकि वायरस इंटरनेट से कुछ डाउनलोड करने से, किसी बहरी डिवाइस को कंप्यूटर में लगा के आ सकता है.

उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!

Ankita Shukla

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