सूची
कुपोषण की परिभाषा | Definition of Malnutrition in Hindi !!
किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करने का सबसे बड़ा कारक उसके शरीर को मिलने वाला पोषण हैं, क्योंकि शरीर को अच्छे स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए संतुलित मात्रा में पोषक तत्वों और ऊर्जा का मिलना बहुत आवश्यकता होता हैं. किसी भी संतुलित आहार में जिन जिन आवश्यक तत्व का होना आवश्यक होता है उनके नाम है कुछ इस प्रकार है जैसे – प्रोटीन, वसा, कार्बोहायड्रेट, विटामिन, फाइबर और जल.
ये सभी आवश्यक तत्व उम्र, लिंग और जीवन शैली पर निर्भर करते हैं. इन सभी तत्वों को सही मात्रा में लेना आवश्यक होता है, इनको कम या ज्यादा मात्रा में लेने से स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव भी पड़ सकता हैं. और यही गलत प्रभाव के कारण कुपोषण होने के चांस बढ़ जाते हैं. कुपोषण होने के मुख्य दो कारण होते हैं जैसे: जरूरी पोषक तत्वों की कमी या उनकी अधिकता।
कुपोषण के कारण | Malnutrition causes in Hindi !!
- भुखमरी
- जनसंख्या अधिक होने के कारण सही पोषण का न मिल पाना
- आर्थिक रूप से कमजोर होना
कुपोषण के प्रकार | Types of Malnutrition in Hindi !!
- तीव्र कुपोषण (एक्यूट मालन्यूट्रिशन)
वजन में कमी के कारण होने वाला कुपोषण. इस प्रकार के कुपोषण के होने पर तीन अलग अलग प्रकार के कुपोषण के होने के चांस होते हैं.
- मरसेमस
- क्वाशियोरकोर
- मर्सेमिक क्वाशियोकोर
- क्रोनिक कुपोषण
इस प्रकार का कुपोषण उनमे पाया जाता है जो लोग लम्बे समय से कुपोषण से पीड़ित होते है, और इसके परिणाम भी काफी लम्बे समय तक परिलक्षित पाए जाते हैं.
- ग्रोथ फैलियर मालन्यूट्रीशन
इस कुपोषण में रोगी का वजन और लम्बाई उम्र की आवश्यकता अनुसार नहीं बढ़ता हैं. यह भी 3 प्रकार के होते है:
- सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से होने वाला कुपोषण
इस प्रकार के कुपोषण में रोगी के शरीर में विटामिन A,B,C और D, फोलेट,आयरन,आयोडीन,जिंक और कैल्शियम जैसे खनिज तत्वों की कमी हो जाती है.