नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “lord and god” अर्थात “ईश्वर और भगवान” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “ईश्वर और भगवान क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. अंग्रेजी और हिंदी दोनों में इन्हे एक दूसरे का पर्यावाची मान लिया गया है. लेकिन यदि गहन अध्ययन से इनका पता लगाया जाये तो ये दोनों एक दूसरे से भिन्न होते हैं. जिन्हे आज हम बताने का प्रयास करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
ईश्वर क्या है | What is Lord in Hindi !!
ईश्वर निराकार होता है वह कभी शरीर धारण नहीं करता है। वो सर्वव्याप्त है, लेकिन उनका कोई रूप, कोई आकार नहीं होता है. ईश्वर ही परमात्मा, परमबृह्म हैं. ईश्वर सर्वशक्तिमान है, लेकिन ईश्वर को देखा नहीं जा सकता है, उनका बस ध्यान लगाया जा सकता है.
भगवान क्या है | What is God in Hindi !!
कोई भी व्यक्ति, कोई भी अवतार अच्छे कर्म कर के खुद को भगवान बना सकता है. अर्थात जब विष्णु ने त्रेता युग में राम का रूप लिया, तो वो मात्र एक व्यक्ति थे, जिन्होंने आगे अच्छे कर्म कर के खुद को लोगों की दृष्टि में पूजनीय बना लिया और भगवान बन गए. इसी प्रकार श्री कृष्ण, गौतम बुद्ध और महावीर ने भी अच्छे कर्म किये और भगवान बन गए. भगवान को हम देख सकते हैं, वो किसी भी रूप में हो सकते हैं. फिर वो चाहें शिव, विष्णु, ब्रह्मा, राम, कृष्ण, हनुमान, गौतम बुद्ध या महावीर ही क्यों न हो.
Difference between Lord and God in Hindi | ईश्वर और भगवान में क्या अंतर है !!
# ईश्वर निराकार है जबकि भगवान का आकार होता है.
# ईश्वर को देखा नहीं जा सकता है जबकि भगवान को किसी न किसी रूप में देखा जा सकता है.
# ईश्वर को बस महसूस किया जा सकता है वो कभी कोई रूप धारण नहीं करते जबकि कोई व्यक्ति किसी न किसी रूप में आकर अच्छे कर्म कर के भगवान सिद्ध हो जाते हैं.
# ईश्वर सर्वव्याप्त है जबकि भगवान को हम किसी न किसी रूप में पूजते हैं. जैसे: राम, कृष्ण, हनुमान, शिव, गणेश, आदि.
दोस्तों आज की जानकारी हमने इंटरनेट पर काफी खोजने के बाद प्राप्त की है और फिर उसी को आपके सम्मुख संक्षिप्त में प्रस्तुत किया है इसलिए हम उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी यदि कोई गलती आपको दिखती है या कोई सुझाव और सवाल आपके मन में हो तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के जरिये बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे आपको पूरी जानकारी देने की.
Bhagwan or ishwar ek hi h bhagwan word kalyug me nikla h or ishwar treta or dwapar yug se pehle ka h