दोस्तों नमस्कार, आज के आलेख में हम आपको हिंदू राव अस्पताल के बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत करवाएंगे। हिंदू राव अस्पताल नगर निगम के तहत सबसे बड़े अस्पतालों के अंदर गिना जाता है । शुरुआत में यह अस्पताल सन 1911 के अंदर शुरू हुआ था तब इस अस्पताल के अंदर 16 बिस्तर में छोटा नर्सिंग होम विकसित हुआ था। 1951 के अंदर दिल्ली राज्य सरकार द्वारा इस अस्पताल और नर्सिंग होम को एक सामान्य अस्पताल के अंदर परिवर्तित कर दिया गया । इन सबके साथ साथ 127 बिस्तरों और ओपीडी सेवाओं ,उपचारात्मक प्रबंधन , के साथ इस अस्पताल का विस्तार कर दिया गया। इस के बाद दिल्ली सरकार ने सन 1958 में अस्पताल को स्वास्थ्य मंत्रालय व सरकार को हस्तांतरित कर दिया । भारत में सन 1963 के बाद ही अस्पताल को अलग नाम से परिवर्तित कर दिया गया । हिंदू राव अस्पताल एक देखभाल वह बहू विशिष्ट सेवाओं से परिपूर्ण अस्पताल है । जहां पर समाज के सभी वर्गों को समान रूप से भागीदार बनाया जाता है ।
हिंदू राव अस्पताल के अंदर एमसीडी द्वारा प्रबंधित दवाइयों और कॉलोनी अस्पतालों दिल्ली प्रशासन द्वारा विशेष प्रकार से सहायता कर मरीजों की चिकित्सा और स्वास्थ्य और क्षमताओं को पूरा किया जाता है। हिंदू राव अस्पताल हमेशा ही एक अच्छे स्वास्थ्य प्रचार अस्पताल के रूप में देखा गया है जो कि अपने सभी मानदंडों को पूरा करने का हरदम प्रयास करता रहता है। सन 2012 में दिल्ली के पूर्व नगर निगम को अलग अलग तीन निगमों में बांट दिया गया था वह इसके अंदर हिंदू राव अस्पताल अब उत्तर दिल्ली नगर निगम का हिस्सा है।
हिंदू राव अस्पताल के साथ-साथ यहां पर मेडिकल शिक्षा भी दी जाती है सन 2013 जुलाई के अंदर हिंदू राव अस्पताल ने अपना एक नया मेडिकल कॉलेज प्रशिक्षण केंद्र शुरू कर दिया था और इसका नाम उत्तर दिल्ली नगर निगम मेडिकल कॉलेज के नाम पर रखा गया यहां पर सर्वप्रथम 50 छात्रों को एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में प्रवेश दिया गया।
हिंदू राव अस्पताल इतिहास | Hindu Rao Hospital History in Hindi !!
अस्पताल से जुड़ा हुआ एक राजा हिंदू राव का एक इतिहास है इसकी चर्चा हम कर रहे हैं। राजा हिंदू राव एक बहुत ही महान मराठा व्यक्ति थे। राजा हिंदू राव ग्वालियर के महाराजा दौलतराव सिंधिया के भाई और ग्वालियर के भारतीय रियासत राज्य के राजा रिजल्ट के भाई थे। सन 1857 की क्रांति के बाद यह दिल्ली चले गए थे। 1857 की क्रांति के विद्रोह के दौरान दिल्ली में एक नई बड़ी लड़ाई हुई। जिसके पश्चात यहां पर एक सरकारी अस्पताल का निर्माण किया गया। जिसका नाम राजा हिंदू राव के नाम पर पड़ गया।
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Bahut acchi jankari aapane Di dhanyvad