नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “हिंदी और संस्कृत” के विषय में बताने जा रहे हैं. जैसा कि हम सब जानते हैं कि दोनों ही अलग अलग भाषाएँ हैं, लेकिन इनमे अंतर क्या है आज हम इस विषय में बात करेंगे। आज हम बताएंगे कि “हिंदी और संस्कृत क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही भाषाएँ अपने अपने स्थान पर काफी महत्व रखती हैं, और दोनों की कोई तुलना नहीं. लेकिन अक्सर लोग दोनों में अंतर जानना चाहते हैं. इसलिए आज हमने विचार किया कि क्यों न हम आज दोनों के मध्य के अंतर को बताएं। इसलिए आज हम इस टॉपिक को लेके आये हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
संस्कृत क्या है | What is Sanskrit in Hindi !!
संस्कृत उर्फ़ संस्कृतम् भारतीय उपमहाद्वीप की एक जानी मानी भाषा है, जिसे देववाणी या सुरभारती के नाम से भी जाना जाता है. ये विश्व की सबसे प्राचीन भाषा के रूप में विख्यात है. संस्कृत को हिंद-आर्य भाषा माना गया है, जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार की एक प्रमुख शाखा है. कई ऐसी भाषाएँ जो आधुनिक भारतीय भाषा के रूप में जानी जाती है जैसे: हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि, इन सबकी उत्त्पत्ति संस्कृत से हुई है.
सभी आधुनिक भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी अपना एक अच्छा खाशा स्थान रखती है. संस्कृत ही वो भाषा है जिसमे वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ को लिखा गया है. इतना ही नहीं बौद्ध धर्म (विशेष रूप से महायान ) और जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ आपको संस्कृत भाषा में ही प्राप्त होंगे.
हिन्दू धर्म की पूजा व यज्ञ, आदि अभी भी संस्कृत में उच्चारित होते हैं. भारत के संविधान का निर्माण होते समय भीम राव अम्बेडकर ने संस्कृत भाषा को देश की आधिकारिक भाषा बनाने का सुझाव दिया था, क्यूंकि उनका मानना था कि ये एक मात्र ऐसी भाषा है, जो पुरे भारत को जोड़ के रखने में कारगर हो सकती है. इसलिए भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में संस्कृत भाषा को भी स्थान दिया गया है. इतना ही नहीं संस्कृत उत्तराखण्ड की द्वितीय राजभाषा भी है और आकाशवाणी और दूरदर्शन पर संस्कृत में समाचार भी सुनाये जाते हैं.
हिंदी क्या है | What is Hindi in Hindi !!
हिंदी उन भाषाओं में से एक भाषा है, जिसे भारत में सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है. हिंदी विश्व की एक जानी मानी प्रमुख भाषा है, और ये भारत की राजभाषा के रूप में भी प्रयोग की जाती है. वैसे तो भारत की दो राजभाषा हैं, जिसमे पहली हिंदी और दूसरी अंग्रेजी। हिंदी भाषा हिंदुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत का रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्दों का प्रयोग बहुत अधिक है और दूसरी और अरबी-फ़ारसी शब्दों का प्रयोग बहुत कम हैं। विश्व की आर्थिक मंच गणना के अनुसार हिंदी विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में अपना एक अच्छा स्थान रखती है। और ये विश्व में चीनी भाषा के बाद सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. और ये एक सरल और सुलभ भाषा भी मानी जाती है.
Difference between Hindi and Sanskrit in Hindi | हिंदी और संस्कृत में क्या अंतर है !!
# हिंदी में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं जबकि संस्कृत में 13 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं.
# संस्कृत में तीन वचन होते हैं जिसमे एकवचन, द्विवचन और बहुवचन आता है, बहुवचन का अर्थ दो से अधिक लोगों का होना है जबकि हिंदी में केवल दो वचन होते हैं पहला एकवचन और दूसरा बहुवचन।
# संस्कृत में तीन लिंग हैं, जिसमे पुलिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसक लिंग हैं जबकि हिंदी में सिर्फ दो लिंग होते हैं, पुलिंग और स्त्रीलिंग.
# हिंदी में क्रिया लोग, उनके होने की संख्या और उनके लिंग के अनुसार बदलती है जबकि संस्कृत में क्रिया लोग और उनके होने की संख्या के अनुसार बदलती है, इसमें क्रिया लिंग के अनुसार नहीं बदलती है.
# हिंदी में शब्द का अंतिम शब्दांश आधा उच्चारण किया जाता है, जबकि संस्कृत में, यह पूरी तरह से उच्चारित किया जाता है जब तक कि ‘हलन’ द्वारा चिह्नित नहीं किया जाता है। हलन शब्दांश आधा उच्चारण करने का प्रतीक है।
हम पूरी उम्मीद करते है कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके कुछ काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!