नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Hajj and Umrah” अर्थात “हज और उमरा” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “हज और उमरा क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. जैसा कि हम जानते हैं, कि दोनों ही मुस्लिम के तीर्थ स्थान हैं, लेकिन इनमे अंतर क्या है, लोग इसमें कंफ्यूज हो जाते हैं. इसलिए आज हम आपको इसी के विषय में बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
उमरा क्या है | What is Umrah in Hindi !!
उमरा मक्का, हिजाज, सऊदी अरब के लिए इस्लामी तीर्थयात्रा होती है, जिसे मुसलमान हर वर्ष किसी भी समय करते हैं. अरबी में, ‘उमरा का अर्थ है “एक आबादी वाले स्थान पर जाना।” शरिया में, ‘उमरा का अर्थ है कि इह्राम (जो कि एक एक पवित्र वस्त्र होता है) ग्रहण करने के बाद, तवाफ़ को काबा (अरबी : كعبة), और सफ़ा और मरवा के बीच सई का प्रदर्शन करना है।
उमरा दो प्रकार के होते हैं: अल-उमरत अल मुत्रदह (हज के बिना उमराह) और उमरत-अल तम्मतु (हज के साथ उमराह)। पहले प्रकार में 1 व्यक्ति द्वारा भी ये किया जा सकता है जबकि दूसरे प्रकार में हज के लिए अन्य तीर्थयात्रियों के साथ सामूहिक रूप से ये किया जा सकता है। ये अधिक समय का नहीं होता है और ये हज की अपेक्षा थोड़ा कम महत्व और नियम रखता है.
हज क्या है | What is Hajj in Hindi !!
हज एक इस्लामी तीर्थयात्रा है, जो मुस्लिम लोगों के पवित्र शहर मक्का में प्रत्येक वर्ष होने वाले विश्व का सबसे बड़ा जमावड़ा होता है. सब मानते हैं, कि इस्लाम के पांच मूल स्तंभ में से एक स्तंभ यहां है, साथ ही इसे लोग एक धार्मिक कर्तव्य मानते हैं और मानते हैं कि अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार उस व्यक्ति का आना कर्तव्य है, जो वित्तीय और शारीरिक रूप से सक्षम है.
जो शारीरिक और वित्तीय रूप से सक्षम होता है, उस स्तिथि को इस्ति’ताह का नाम दिया गया है और वो प्रत्येक व्यक्ति जो इन दोनों की शर्तों को पूरा करता है उसे मुस्ताती कहा जाता है. ये साल में एक बार होता है, जो मुस्लिमों के एकता को दर्शाता है और उनके अल्लाह के प्रति उनकी श्रद्धा और विश्वास को प्रदर्शित करता है.
हज और उमरा में क्या अंतर है | Difference Between Hajj and Umrah in Hindi !!
# हज और उम्र दोनों इस्लामी तीर्थयात्रा के अलग अलग रूप हैं, इनमे मुख्य अंतर उनके महत्व का स्तर और पालन की विधि है।
# हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक स्तम्भ है। मुस्लिम में प्रत्यके एक मुसलमान को हज एक बार जाना अनिवार्य है, लेकिन उसके लिए उस व्यक्ति का शारीरिक रूप से फिट और वित्तीय रूप से सक्षम होना अनिवार्य है, जबकि उमरा कोई कभी भी जा सकता है.
# हज को नामित इस्लामी महीने के दौरान विशिष्ट दिनों में ही किया जाता है जबकि उमरा को किसी भी समय किया जा सकता है।
# उमरा कुछ समय में किया जा सकता है जबकि हज के दिन निश्चित किये गए हैं और ये लम्बी तीर्थयात्रा होती है.
# हज को उमरा से अधिक महत्व दिया गया है.
# दोनों के नियम और महत्व अलग अलग होते हैं.
# उमरा को छोटे स्तर का तीर्थ यात्रा माना गया है और हज को बड़े स्तर का तीर्थ यात्रा माना गया है.
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