हेलो दोस्तों…आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि gross profit और net profit क्या होता है और इन दोनों में क्या अंतर होता है. जैसा कि हम सब जानते हैं कि दोनों शब्द बिज़नेस से जुड़े profit को दर्शाते हैं लेकिन इन दोनो में कई समानताएं होने के कारण इनके बीच लोग अच्छे से भेद नहीं कर पाते तो आज हम इन्ही सब बातों को समझाने का प्रयास करेंगे। देखते हैं हम इसमें कितने हद तक आपको समझाने में कामयाब होते हैं.
किसी भी बिजनेस को शुरू करने के समय कुछ चीजों का ध्यान देना अति आवश्यक होता है जैसे कि: जब कोई बिज़नेस शुरू किया जाता है तो हम ये पहले से सोच के चलते हैं कि हमे लाभ कितना प्रतिशत होगा और यही लाभ को बिज़नेस में दो भागों में बाटा गया है पहला है ग्रॉस प्रॉफिट और दूसरा नेट प्रॉफिट.
सूची
What is Gross Profit in Hindi | सकल लाभ क्या है !!
किसी भी निर्माण में लगी लागत पे आय की अधिकता सकल लाभ अर्थात Gross profit कहलाता है. ये लाभ व्यापर के खाते द्वारा पता चलता है. सकल लाभ को निकालने के लिए निर्माण लागत में उत्पाद का क्रय मूल्य और प्रत्यक्ष व्यय को जोड़ कर उस चीज को कितने में बेचा गया है उसमे से घटाने के बाद जो बचत होती है उसे ही हम ग्रॉस प्रॉफिट या सकल लाभ कहते हैं.
Gross Profit = Net Sales – Cost of Goods Sold
What is Net profit in Hindi | शुद्ध लाभ क्या है !!
शुद्ध लाभ या Net profit का मतलब होता है कि निर्माण में जितना भी व्यय हुआ वो चाहे डायरेक्ट हो या indirect उन्हें जोड़ के जो निर्माण की लागत बनी उसे बेचने के बाद मिले धनराशि से पूरी लागत को घटाने के बाद जो अधिक राशि बची वो नेट प्रॉफिट कहलाती है. या ऐसे भी शुद्ध लाभ को निकाला जा सकता है कि सकल लाभ में से संचालन तथा गैर-संचालन दोनों व्यय को घटा दिया जाये उसके बाद उसमे गैर-संचालन आय को जोड़ दिया जाये और उसके बाद जो राशि बनी उसे शुद्ध लाभ कह सकते हैं.
Net Profit = Gross Profit – Operating and Non – operating Expenses + Non-operating Incomes
Difference Between Gross Profit and Net Profit in Hindi
सकल लाभ तथा शुद्ध लाभ में क्या अंतर है !!
# सकल लाभ पूर्णतः शुद्ध नहीं होता है जितना शुद्ध लाभ आपको आपका असल लाभ बता सकता है.
# सकल लाभ में हम कुछ ही चीजों को लागत में जोड़ के विक्रय मूल्य से अपना लाभ निकालते हैं जबकि शुद्ध लाभ में हम डायरेक्ट और indirect सब लागत को जोड़ने के बाद विक्रय मूल्य में से उसे घटाते हैं.
# सकल लाभ: Gross Profit = Net Sales – Cost of Goods Sold. शुद्ध लाभ: Net Profit = Gross Profit – Operating and Non – operating Expenses + Non-operating Incomes
# सकल लाभ का उदाहरण: माना की आपकी कम्पनी ने एक कैलकुलेटर 100 रुपए की लागत में बनाया जिसमे लागत का मतलब (रॉ मटेरियल तथा उसकी बनवाई पे लगी मजदूरी) है. और आपने उसे 150 रुपए में बेचा। तो आप ग्रॉस प्रॉफिट या सकल लाभ कह सकते हैं कि (150 रुपए (विक्रय मूल्य) -100 (कुल लागत) = 50 रुपए (सकल लाभ)) जिसमे आपका ग्रॉस प्रॉफिट 50 रुपए मिला. वही यदि बात शुद्ध लाभ या नेट प्रॉफिट की करें तो उसमे लागत में न केवल रॉ मटेरियल और मजदूरी आएगी बल्कि बिजली का खर्च, ट्रांसपोर्ट आदि जैसी सभी छोटी और बड़ी लागत भी जोड़ी जाएँगी। जैसे की: यदि आपका कैलकुलेटर 100 रुपए की लागत में बना जिसमे केवल रॉ मटेरियल तथा उसकी बनवाई पे लगी मजदूरी जुड़ी है तो इसमें बाकी लागत भी जोड़ी जाएगी जैसे बिजली का खर्च, ट्रांसपोर्ट आदि जिसके बाद इसकी लागत बढ़ के 120 रुपए की हो गयी जिसे आपने 150 रुपए में बेचा। तो इसपे आपका शुद्ध लाभ 30 रुपए हुआ.
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