नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Government hospital and Private hospital” अर्थात “सरकारी अस्पताल और निजी अस्पताल” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “सरकारी अस्पताल और निजी अस्पताल क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. दोनों ही अस्पताल हैं, जिनमे सबसे बड़ा अंतर खर्च का होता है. सरकारी अस्पताल का खर्च बहुत कम या बिलकुल नहीं के बराबर होता है वहीं दूसरी तरफ निजी अस्पताल का खर्च बहुत अधिक होता है, जो मध्यम वर्ग और गरीब लोगो की कमर तक तोड़ देता है. इसके अलावा भी कई अंतर हैं, जिन्हे हम आज अपने ब्लॉग के जरिये आपको बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
सरकारी अस्पताल क्या है | What is Government Hospital in Hindi !!
एक सार्वजनिक अस्पताल जिसे हम सरकारी अस्पताल भी कहते हैं, वो पूरी तरह से सरकार के फण्ड और सरकारी पैसों द्वारा संचालित होता है। इनके निर्माण से लेकर डॉक्टरों की फीस से लेकर उपकरण, दवाइयां सब कुछ सरकार के बजट पर आधारित रहती है। इसलिए, इन सभी सरकारी अस्पताल की प्रत्येक और हर एक चीज का ध्यान स्थानीय सरकार द्वारा रखा जा रहा है।
एक सार्वजनिक अर्थात सरकारी अस्पताल को ऐसे लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प माना जाता है, जो गंभीर बीमारी के बावजूद निजी अस्पताल की भारी-भरकम फीस नहीं चुका सकते। सरकारी अस्पताल में हालांकि सरकार द्वारा अधिक फंडिंग और पैसा होता है, लेकिन सरकारी अस्पताल की सेवाएं उतनी बेहतर नहीं होती हैं. बहुत सी ऐसी कमियां होती हैं, जिन्हे आखिरकार निजी अस्पताल ही पूरा कर सकते हैं.
निजी अस्पताल क्या है | What is a Private Hospital in Hindi !!
निजी अस्पताल जिन्हें Private hospital के नाम से भी जाना जाता है, ये वो अस्पताल होते हैं, जिन्हे एक सरकार द्वारा नहीं बल्कि किसी व्यक्ति की फंडिंग और पैसों से चलाया जाता है. एक निजी अस्पातल का खर्च बहुत अधिक होता है और यहां के उपकरण, डॉक्टर की फीस, दवाइयों का खर्चा, आदि जैसे सभी खर्चे मरीज के द्वारा दी गयी फीस से निकाला जाता है. ये बहुत महंगे अस्पताल होते हैं, लेकिन यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, फैसिलिटी और उपचार सरकारी अस्पताल की अपेक्षा अच्छे से होता है.
Difference between Government Hospital and Private Hospital in Hindi | सरकारी अस्पताल और निजी अस्पताल में क्या अंतर है !!
# सरकारी अस्पताल का खर्च सरकार द्वारा उठाया जाता है जबकि निजी अस्पताल का खर्च मरीजों की जेब से निकलवाया जाता है.
# सरकारी अस्पताल में उपचार कम पैसों या फ्री में हो जाता है जबकि निजी अस्पताल में उपचार बहुत महंगा होता है.
# सरकारी अस्पताल को स्थानीय सरकार देखती है जबकि निजी अस्पताल को उसका फाउंडर देखता है और उसको एक बिज़नेस की तरह चलाता है.
# सरकारी अस्पताल की अपेक्षा निजी अस्पताल में उपचार और सुविधाएँ अच्छे होते है.
# सरकरी अस्पताल गरीबो और उन लोगों के लिए सबसे अच्छे होते हैं जो गंभीर बीमारी में भी अधिक पैसे खर्च नहीं कर सकते जबकि निजी अस्पताल केवल अच्छी सुविधाओं के लिए अच्छा होता है बाकी यहां गरीब लोग खर्च के चलते इसे अफोर्ट नहीं कर पाते.
हम पूरी उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी काफी हद तक पसंद आयी होगी और आपके काम भी आयी होगी. यदि फिर भी आपको कोई गलती हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो, तो वो भी आप हमसे पूछ व बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!