नमस्कार दोस्तों….आज हम बात communication अर्थात संचार की करने जा रहे हैं. आज हम आपको “Formal and informal communication” अर्थात “औपचारिक और अनौपचारिक संचार” के विषय में बताएंगे। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर “औपचारिक और अनौपचारिक संचार होते क्या है और इनमे अंतर क्या है ?”.
जैसा की हम सब जानते हैं कि बिना किसी से अपनी बात कहे या किसी की बात सुने कोई काम नहीं चलता. यहां तक दुनिया के आधे काम इसी के कारण रुक जायेंगे. तो जो हम अपनी भावनाओं को दूसरे को बोलते या समझाते हैं या किसी की भावनाओं को सुनते है या समझते हैं. इन्ही को communication या संचार कहा जाता है. ये दो प्रकार के हो सकते हैं. पहला औपचारिक और दूसरा अनौपचारिक संचार। इसे अंग्रेजी में Formal और informal communication भी कहा जाता है. आज हम आपको इसी विषय में बताने जा रहे हैं.
सूची
औपचारिक संचार क्या है | What is formal Communication in Hindi !!
Formal communication या औपचारिक संचार वो तरीका होता है जिसमे सभी नियम पहले से बने होते है संचार के. इसमें नियम का प्रयोग करते हुए communication करना होता है. ये अधिकतर मौखिक या लिखित होते हैं. इनका प्रयोग अधिकतर स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, आदि में किया जाता है. लिखित औपचारिक संचार में लेटर, ईमेल, फैक्स आदि आते हैं. और मौखिक औपचारिक संचार में जो हम मीटिंग, कॉन्फ्रेंस, इंटरव्यू और अपने जूनियर या सीनियर से बात करते है नियम के साथ वो सब आते है.
इसमें अपनी बात का आदान प्रदान लिखित या मौखिक रूप से किया जाता है. ये एक official communication होती है. इसकी स्पीड थोड़ी धीमी होती है और इसमें आपकी बातचीत के सबूत भी होते हैं.
अनौपचारिक संचार क्या है | What is Informal communication in Hindi !!
अनौपचारिक संचार या informal communication वो संचार का तरीका होता है जिसमे हम कोई नियम का पालन न करते हुए बातचीत करते हैं. इसमें किसी प्रकार का कोई चैनल नहीं होता है कि जिसके जरिये जानकारी का आदान प्रदान किया जाये . ये नियम के साथ नहीं की जाती इसलिए ये किसी भी डायरेक्शन में फ्लो होती है. इस प्रकार की communication हम अपने दोस्तों, माता पिता, भाई बहन, और दुश्मन आदि से करते हैं. ये एक Grapevine communication होता है. इसकी स्पीड काफी तीव्र होती है. इस प्रकार के communication का कोई सबूत नहीं होता है.
Difference between formal and informal communication in Hindi | औपचारिक और अनौपचारिक संचार में क्या अंतर है !!
# औपचारिक संचार में कुछ पहले से नियम बनाये गए हैं जिन्हे मानते हुए बातचीत या जानकारी का आदान प्रदान किया जाता है और अनौपचारिक संचार में कोई नियम नहीं होते हैं इसमें आप पूरी तरह से स्वतंत्र होते हैं किसी भी तरह से बातचीत या जानकारी का आदान प्रदान करने के लिए.
# औपचारिक संचार की गति काफी मंद होती है क्यूंकि नियमों का पालन करते हुए communication करना होता है और अनौपचारिक संचार में गति तीव्र होती है.
# औपचारिक संचार एक Official Communication होता है और अनौपचारिक संचार एक Grapevine communication होता है.
# औपचारिक संचार में विश्वसनीयता काफी होती है और इसमें बातचीत के सबूत भी होते हैं जबकि अनौपचारिक संचार विश्वसनीयता उतनी नहीं होती और उसका कोई सबूत भी नहीं होता है.
# औपचारिक संचार, अनौपचारिक संचार की अपेक्षा अधिक समय लेता है.
# औपचारिक संचार का फायदा ये है कि काम सिस्टम के साथ सही तरीके से होते हैं जबकि अनौपचारिक संचार में काम जल्दी होते हैं लेकिन सिस्टम के साथ नहीं।
# औपचारिक संचार में संचार की लंबी श्रृंखला के कारण विकृति होती है और अनौपचारिक संचार में अफवाह फैलाना और बढ़ने का खतरा होता है.
# औपचारिक संचार में जानकारी की सुरक्षा होती है जबकि अनौपचारिक संचार में जानकारी के खुलने का डर होता है.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!
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