नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Direct Tax and Indirect Tax” अर्थात “प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. आय, माल और गतिविधियों पर सरकार द्वारा लगाया जाने वाला कर एक अनिवार्य वित्तीय दायित्व होता है। जो सरकारी आय के मूल स्रोतों में से एक होता है जिसके द्वारा सरकार देश की प्रगति करने के लिए धन जुटाती है. कर दो प्रकार का होता है, “प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर”, जिसे आज हम आपको बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
सूची
प्रत्यक्ष कर क्या है | What is Direct Tax in Hindi !!
प्रत्यक्ष कर वो कर होता है, जो किसी व्यक्ति की आय या उसकी धन सम्पत्ति पर लगाया जाता है, इस कर को ही हम प्रत्यक्ष कहते है। यहां कर का बोझ सीधे एक व्यक्ति पर पड़ता है, अर्थात इस कर में करदाता (जिसे कर सरकार को देना है) और करबेयरर (जिसका पैसा कर के रूप में जाना है) दोनों एक ही व्यक्ति होता है। ये वो कर है जिसमें पैसा सीधे व्यक्ति की जेब से सरकार की जेब में स्थानांतरित किया जाता है। इसमें आने वाले कर कुछ इस प्रकार हैं :
- आयकर: किसी की आय पर लगाया गया कर।
- धन कर: किसी व्यक्ति के धन और सम्पत्ति पर लगाया जाने वाला कर।
- अन्य: मनोरंजन कर और ब्याज कर, आदि।
अप्रत्यक्ष कर क्या है | What is Indirect Tax in Hindi !!
अप्रत्यक्ष कर उस कर को कहते है, जिसे सामान और सेवाओं पर लगाया जाता है, ऐसे कर को ही अप्रत्यक्ष कर कहा जाता है. यहां कर का बोझ एक के स्थान पर दूसरे के ऊपर भी डाला जाता है अर्थात यहां करदाता और tax bearer अलग अलग होते हैं. इसमें पहले एक व्यक्ति से कर करदाता को जाता है फिर करदाता उस कर को सरकार को देता है.
इसमें आने वाले कर कुछ इस प्रकार हैं !!
माल पर:
- वैट (मूल्य वर्धित कर): अंतर्राज्यीय बिक्री पर कर।
- सीएसटी (केंद्रीय बिक्री कर): अंतरराज्यीय बिक्री पर कर।
- सीमा शुल्क: माल के निर्माण पर कर।
- उत्पाद शुल्क: माल के आयात या निर्यात पर कर।
- अन्य: ऑक्ट्रोई, एंट्री टैक्स इत्यादि।
सेवाओं पर:
- सेवा कर
सीमा शुल्क( Customs Duty) और उत्पाद शुल्क (Excise Duty) में अप्रत्यक्ष कर में आते हैं.
Difference between Direct Tax and Indirect Tax in Hindi | प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर में क्या अंतर है !!
# प्रत्यक्ष कर को Direct tax और अप्रत्यक्ष कर को Indirect tax भी कहा जाता है.
# प्रत्यक्ष कर को व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों (HUF), फर्मों, कंपनियों आदि पर लगाया जाता है और उनके द्वारा सीधे सरकार को भुगतान किया जाता है |जबकि अप्रत्यक्ष कर का भुगतान अंततः वस्तु और सेवाओं के अंतिम उपभोक्ता द्वारा किया जाता है |
# प्रत्यक्ष कर में कर का बोझ स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है ये एक ही व्यक्ति या कंपनी पर लगता है, जबकि अप्रत्यक्ष कर का बोझ स्थानांतरित किया जा सकता हैं.
# प्रत्यक्ष कर inflation को कम करने में सहायता करता है, जबकि अप्रत्यक्ष कर महंगाई को बढ़ाता है |
# प्रत्यक्ष करों के संग्रह में कर चोरी संभव है जबकि अप्रत्यक्ष करों में कर चोरी सम्भव नहीं है.
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