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चेक और डिमांड ड्राफ्ट में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको “चेक और डिमांड ड्राफ्ट” के बारे में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे की “चेक और डिमांड ड्राफ्ट क्या होता है और इनमे क्या अंतर है?”. दोस्तों चेक एक प्रकार का उपकरण होता है. जिसमे बैंक के पास ड्रॉअर के खाते से एक निश्चित राशि का भुगतान करने का आदेश होता है. जिसके जरिये सारी राशि धारक के खाते में भेजी जाती है. और यदि हम बात डिमांड ड्राफ्ट की करें तो ये एक वित्तीय साधन है जो मांग करने पे दिया जाता है। आज हम आपको इन्ही दोनों को विस्तार में समझाने का प्रयास कर रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

चेक क्या है | What is Cheque in Hindi !!

चेक क्या है | What is Cheque in Hindi !!

चेक एक ऐसा उपकरण है जिसे परक्राम्य माना गया है, इसके अंतर्गत आदाता को एक निश्चित राशि का भुगतान करने का आदेश बैंक को दिया जाता है. चेक पे drawer के हस्ताक्षर भी अनिवार्य होते हैं जिसके द्वारा बैंक को उसके खाते से भुगतान करने का आदेश मिलता है. ये एक ऐसा तरीका होता है जिसके जरिये आसानी से पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है किसी और के खाते में. चेक में तीन party होती है: drawer (चेक का निर्माता), Drawee (बैंक जिस पर चेक ड्रा किया गया है), पेयी (जिस पर चेक की राशि देय है)।

डिमांड ड्राफ्ट क्या है | What is Demand draft in Hindi !!

डिमांड ड्राफ्ट क्या है | What is Demand draft in Hindi !!

डिमांड ड्राफ्ट एक समझौता योग्य उपकरण होता है, जो एक निश्चित बैंक द्वारा जारी किया जाता है. जिसका मुख्य उद्देश्य किसी और बैंक शाखा या अपनी खुद की बैंक शाखा को एक निश्चित राशि का भुगतान करने वाले को भुगतान करने के लिए मांग करता है. डिमांड ड्रफ्ट में दो पार्टियां सम्मिलित होती है जिसमे एक ड्रॉअर (बैंक या कोई वित्तीय संस्थान), और दूसरा पेयी (जिसे राशि हस्तांतरित की जाती है) शामिल होते हैं. इसका उपयोग सबसे अधिक एक स्थान से पैसे को दूसरे स्थान पे स्थानांतरित करने में होता है. इसमें केवल हाथ से वितरण द्वारा स्थानांतरित करना सम्भव नहीं होता है.

Difference between Cheque and Demand draft in Hindi | चेक और डिमांड ड्राफ्ट में क्या अंतर है !!

चेक एक ऐसा उपकरण है जिसे परक्राम्य माना गया है, इसके अंतर्गत आदाता को एक निश्चित राशि का भुगतान करने का आदेश बैंक को दिया जाता है. जबकि डिमांड ड्राफ्ट एक समझौता योग्य उपकरण होता है, जो एक निश्चित बैंक द्वारा जारी किया जाता है. जिसका मुख्य उद्देश्य किसी और बैंक शाखा या अपनी खुद की बैंक शाखा को एक निश्चित राशि का भुगतान करने वाले को भुगतान करने के लिए मांग करता है.

चेक का प्रयोग भुगतान या ऑर्डर करने के लिए या तो देय के लिए होता है और डिमांड ड्राफ्ट का प्रयोग एक निश्चित व्यक्ति के आदेश के लिए हमेशा देय के लिए होता है।

# चेक एक व्यक्ति द्वारा जारी किया जाता है जिसका बैंक में खाता होता है जबकि डिमांड ड्राफ्ट बैंक द्वारा जारी किया जाता है.

# चेक से पैसे का भुगतान करने पे कोई बैंक चार्ज नहीं लगता है जबकि डिमांड ड्राफ्ट में बैंक चार्ज लगता है.

# चेक को बैंक का खाताधारक जारी करता है और डिमांड ड्राफ्ट को खुद बैंक जारी करती है.

# चेक में तीन पार्टी होती है: Drawer, Drawee, पेयी और डिमांड ड्राफ्ट में दो party होती हैं Drawer और Payee.

# चेक को खारिज भी किया जा सकता है कई कारणों से लेकिन ड्राफ्ट को नहीं.

आशा करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी। और इसके जरिये आपको काफी सहायता भी मिली होगी. लेकिन यदि आपको हमारे ब्लॉग में कोई गलती नजर आये या कोई सवाल या सुझाव आपके मन में हो तो आप हमसे पूछ व बता सकते हैं नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट के जरिये। हम पूरी कोशिश करेंगे आपकी उम्मीदों पे खरा उतरने की. धन्यवाद !!

Ankita Shukla

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